Bihar News: फूलों की खेती से लाखों की कमाई की जा सकती है. इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि सालों भर इसकी खेती की जा सकती है. गेंदा फूल की खेती को बढ़ावा देने के लिए 70 फीसदी अनुदान देने का फैसला लिया गया है. उद्यान विभाग के अनुसार सितंबर माह से शुरू इसके लिए आवेदन की शुरुआत की जाएगी. विभाग को इसके लिए गाइड लाइन मिल चुका है. मुजफ्फरपुर जिले में गेंदा फूल की खेती को बढ़ावा देने के लिये कृषि विभाग की ओर से गाइड लाइन जारी किया गया है. इस बार एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के तहत गेंदा फूल की खेती के लिये सरकार की ओर से 70 फीसदी अनुदान दिया जायेगा.
कृषि विभाग की ओर से अनुदान यूनिट की लगात 40 हजार हेक्टेयर रखी गयी है. विभागीय गाइड लाइन के अनुसार उद्यान विभाग की टीम फूल की खेती के लिए किसानों को जागरूक करेगी. जानकारी के अनुसार इस बार दस हेक्टेयर का टारगेट जिला को दिया गया. हालांकि इसमें टारगेट बढ़ने की भी संभावना है. उद्यान विभाग के वेबसाइट पर योजना के बारे में पूरी जानकारी दी गयी है. रिकॉर्ड के अनुसार जिला में करीब 80 से 90 हेक्टेयर में अब गेंदा फूल की खेती होती है. धीरे-धीरे किसानों का रुझान इस ओर बढ़ रहा है. सहायक निदेशक उद्यान मोहम्मद तारीक असलम ने बताया कि अनुदान के लिये सितंबर माह में विभाग के पोर्टल पर आवेदन की प्रक्रिया शुरू होगी.
Also Read: बिहार: नेपाल में हुई बारिश से बाढ़ जैसे हालात, कटाव से ग्रामीणों में दहशत, जानें बागमती व गंगा का हाल..
– सकरा
– मुरौल
– मोतीपुर
– सरैया
– बोचहां
– कांटी
– पारु
Also Read: पटना और दानापुर से गुजरने वाली 48 ट्रेनों का बदला मार्ग, हावड़ा एक्सप्रेस का इस स्टेशन पर ठहराव, देखें लिस्ट
हर मौसम में अलग-अलग किस्मों के गेंदा की खेती की जाती है. बुद्धिमानपुर देवरिया में गेंदा की खेती करने वाले किसान बताते है कि वह फिलहाल पांच किस्म के गेंदा की खेती करते है. पिछले करीब 23 वर्षों से गेंदी की खेती से जुड़े है. उन्होंने बताया कि अलग-अलग किस्मों के लिये हर मौसम में गेंदा की खेती हो सकती है. शुरू के समय में दो-चार कठ्ठा से इन्होंने खेती की शुरूआत की थी. अभी फिलहाल करीब 1 बीघा में खेती कर रहे है. इनके यहां से व्यापारी उत्तर बिहार के जिलों में फूल की सप्लाई करते है.
Also Read: बिहार: शिक्षा विभाग ने कोचिंग के प्रारूप को किया जारी, 13 साल बाद आई नियमावली, जानें कब रद्द होगा पंजीकरण
बता दें कि गेंदा एक खास और लोकप्रिय फूल है. कई तरह से त्योहार से लेकर पूजा में इस फूल का इस्तमाल किया जाता है. यह एक ऐसे फूल है, जो सालभर आसानी से मिल सकता है. राखी से लेकर दशहरा और दीवाली तक में इस फूल का इस्तेमाल किया जाता है.राखी से लेकर दशहरा और दीपावली में इस फूल का उपयोग होता है. किसान कम लागत में भी इसकी खेती से अच्छा मुनाफा कमा सकते है. अतिरिक्त आय के लिए भी इसकी खेती की जा सकती है.
गेंदे के फूलों की बाजार में अच्छी मांग है. इसको देखते हुए किसानों के लिए इसका उत्पादन बेहद लाभकारी साबित हो सकता है. इस फसल के बारे में खास बात तो यह है कि इसकी खेती कम जगह पर भी आसानी से की जा सकती है. यदि, आपके पास एक हेक्टेयर भी जमीन है तो आप इसकी खेती कर हर साल करीब 15 लाख रुपए की कमाई कर सकते हैं. जानकार बताते है कि जनवरी के महीने में गेंदा का फूल लगाना सबसे सही होता है. इसका नवरात्र के पूजा में भरपुर इस्तेमाल होता है. इसकी बाजारों में अच्छी कीमत भी है. गेंदा का फूल पूरे देश में महत्व रखता है. मेले से लेकर सजावट में इसके फूलों का व्यापक रुप से इस्तेमाल होता है. यह एक ऐसा फूल है, जिसे राज्य के तीनों मौसम में उगाया जाता है. लेकिन, मुख्य रुप से यह ठंडी जलवायु का फसल है. माला के साथ ही सजावट के लिए इसका विशेष रुप से उपयोग होता है. सितंबर के महीने में गेंदा के फूल को लगाने से इसमें सबसे ज्यादा पैदावार होती है. सरकार की ओर से सितंबर महीने से ही इस फसल को लगाने पर अनुदान दिया जाएगा.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.