शिल्पकारों की कला जीवित रहे इस उद्देश्य से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर जिला प्रशासन की टीम जमशेदपुर के बोड़ाम प्रखंड स्थित अंधारझोर गांव पहुंची. मुख्यमंत्री को जानकारी मिली थी उक्त गांव के ग्रामीणों को आवास, पेंशन, राशन समेत अन्य योजनाओं का लाभ नहीं मिला है. इसके बाद सीएम ने तत्काल सभी ग्रामीणों को योजना का लाभ देने का निर्देश दिया था.
अंधारझोर गांव में विशेष शिविर का आयोजन किया गया. इसमें आवास, राशन कार्ड में नाम जोड़ने व हटाने, सामाजिक सुरक्षा के तहत पेंशन और कृषि विभाग द्वारा केसीसी से संबंधित आवेदन प्राप्त किये गये. साथ ही, गांव की अन्य समस्याओं के जल्द समाधान हेतु आश्वस्त किया गया है. शिविर में बड़ी संख्या में आवेदन मिले हैं. जिसमें आवास के लिए सर्वाधिक 104 लोगों ने आवेदन दिया है.
सीएम के निर्देश पर डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने शिल्पकारों से मुलाकात की. उन्होने शिल्पकारों से तबला, मांदर, ढोल, मृदंग आदि बनाने में लगने वाले समय, लागत, निर्माण सामग्री, मार्केट तथा उनके उत्पाद को मिलने वाले मूल्य की जानकारी ली. 70 परिवारों का गांव अधारझोर के ग्रामीणों ने बताया कि कई पीढ़ियों से उनका गांव शिल्पकला को संरक्षित रखने का कार्य कर रहा है,