September 2023 Vrat Tyohar: अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार साल का नौवां महीना सितंबर शुरू हो गया है और हिंदी कैलेंडर के अनुसार अभी छठवां महीना शुरू हुआ है जिसे भाद्रपद या भादो का महीना कहते हैं. भाद्रपद चातुर्मास के चार पवित्र महीनों का दूसरा मास है. चातुर्मास श्रावण मास से शुरू होकर कार्तिक मास में खत्म होता है. यह मास एक सितंबर से शुरू होकर 29 सितंबर को भाद्रपद स्नान-दान की पूर्णिमा को समाप्त होगा. इस माह सनातन धर्मावलंबियों के कई अहम व्रत और त्योहार मनायेंगे जायेंगे. इसमें जहां हिंदुओं का कृष्ण जन्माष्टमी, तीज, गणेश चतुर्थी, राधाष्टमी, कर्मा-धर्मा एकादशी, विश्वकर्मा पूजा मनाया जायेगा, वहीं जैन धर्मावलंबियों का 10 दिनों तक चलने वाला पर्युषण महापर्व 19 सितंबर से शुरू होगा. जबकि कैथोलिक समुदाय के लोग आठ सितंबर को माता मरियम का जन्मोत्सव मनायेंगे.
भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष के अर्धरात्रि व्यापिनी अष्टमी तिथि एवं रोहिणी नक्षत्र में छह सितंबर यानी बुधवार को गृहस्थजन योगेश्वर श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया जायेगा. इसके अलावे इस दिन रवियोग, जयंती योग, सिद्ध योग व सर्वार्थसिद्धि योग का सुयोग बन रहा है.
विश्वकर्मा पूजा 17 सितंबर को है. भगवान विश्वकर्मा को प्रथम इंजीनियर के नाम से जाना जाता है और इन्हें दुनिया का निर्माता भी कहते हैं. ऋग्वेद में उल्लेख के अनुसार उन्हें दिव्य बढ़ई, यांत्रिक विज्ञान और वास्तुकला का विधाता माना गया है. पूजा का शुभ मुहूर्त प्रत: 6:18 बजे से शाम 6:16 बजे तक है.
भाद्रपद शुक्ल तृतीया 18 सितंबर यानी सोमवार को चित्रा नक्षत्र एवं ऐन्द्र योग में सुहागिन महिलाएं पति की लंबी आयु के साथ सौभाग्य में वृद्धि व कुंवारी कन्या अपने भावी सुखी दांपत्य जीवन के लिए शिव-पार्वती की पूजा-अर्चना कर पौराणिक कथाओं का श्रवण करेंगी.
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष के मध्याह्न व्यापिनी चतुर्थी में 18 सितंबर सोमवार को चित्रा व स्वाति नक्षत्र के युग्म संयोग में विघ्नहर्ता भगवान गणेश कादस दिनों का उत्सव आरंभ हो जायेगा, जो भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशी यानी अनंत चतुर्दशी को पूर्वभाद्र नक्षत्र में संपन्न होगा.
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष के एकादशी को उत्तराषाढ़ा नक्षत्र व श्रवण योग के साथ सर्वार्थ अमृत सिद्धि योग के पुण्यकारी संयोग में 25 सितंबर यानी सोमवार को कर्मा-धर्मा एकादशी का पर्व मनाया जायेगा. कर्मा धर्मा का यह व्रत भाई-बहन के प्रेम का पर्व माना जाता है.
भाद्रपद मास के शुक्लपक्ष की चतुर्दशी को अनंत चतुर्दशी कहा जाता है. इस व्रत में भगवान विष्णु की पूजा करने का विधान है. इस बार 28 सितंबर को भगवान अनंत का व्रत होगा. इस दिन श्रद्धालु भुजा पर अनंत का धागा बांधते हैं और शेष भगवान की पूजा करते हैं.
पटना जैन धर्म का प्रमुख दशलक्षण महापर्व (पर्युषण) भादो सुदी चतुर्थी 19 सितंबर (मंगलवार) से प्रारंभ होने जा रहा है. इसकी तैयारी सभी जैन मंदिरों में जोर-शोर से की जा रही है. 10 दिनों तक चलने वाले इस पर्व में सभी मंदिरों में आराधना एवं आत्म साधना श्रद्धालु करेंगे. बिहार स्टेट दिगंबर जैन तीर्थक्षेत्र कमेटी के मानद मंत्री पराग जैन ने बताया कि दशलक्षण (पर्युषण) महापर्व 19 सितंबर से बहुत ही धूमधाम के साथ 10 दिनों तक आयोजित किया जायेगा. अनंत चतुर्दशी के दिन दशलक्षण पर्व का समापन होता ह
विश्व भर में प्रतिवर्ष कैथोलिक विश्वासियों की ओर से आठ सितंबर को माता मरियम का जन्मोत्सव मनाया जाता है. इसके उपलक्ष में सात सितंबर तक नव दिवसीय प्रार्थना का आयोजन कुर्जी पल्ली में किया जा रहा है. कुर्जी चर्च के मुख्य पुरोहित फादर सेल्विन ने बताया क माता मरिया की नौ दिन की प्रार्थना शुरू हो गयी है, इसे नोविना कहा जाता है. नौ दिनों तक सभी चर्च और माता मरिया की मूर्ति की सजावट की जायेगी. सेल्विन ने बताया कि प्रतिदिन संध्या पांच बजे से ग्रोटो से माला बिनती करते हुए गिरजाघर में आते हैं.