Aligarh: उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के स्पेशल वार्ड कैंटीन के बाहर फायरिंग और तोड़फोड़ से दहशत फैल गई. कई राउंड फायरिंग से अस्पताल परिसर में अफरा तफरी मच गई.
बताया जा रहा है कि कैंटीन में रुपए के लेनदेन को लेकर विवाद हुआ. इसके बाद बदमाशों ने कैंटीन संचालक पर फायरिंग की और तोड़फोड़ की. घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई है. सूचना के बाद मौके पर पहुंची अलीगढ़ पुलिस ने घटना स्थल पर जांच पड़ताल की. पुलिस ने संबध में मुकदमा दर्ज कर लिया है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों की पहचान में जुट गई है.
मेडिकल कॉलेज में कैंटीन संचालक मुदस्सिर खान ने बताया कि उनके पास रविवार की शाम 4 बजे जब वो अपने घर पर थे, कॉल आई थी. फोन करने वाले शख्स ने धमकी देते हुए कहा कि कैंटीन अब तब ही चला पाओगे जब रंगदारी दोगे. तुमसे बात करनी है. मुदस्सिर के मुताबिक उन्होंने कहा कि वह काफी साल से कैंटीन चला रहे हैं. अभी तक न किसी को रंगदारी दी है और न देंगे.
मुदस्सिर खान के मुताबिक इसके बाद जब वह कैंटीन पहुंचे तो रविवार देर रात लगभग तीन मोटरसाइकिलों पर आठ-नौ बदमाश पहुंचे और वहां अंधाधुंध हवाई फायरिंग शुरू कर दी. इससे वहां वहां खड़े ग्राहकों और स्टाफ में भगदड़ मच गई. इस दौरान एक गर्भवती महिला सहित कई लोग भागते हुए गिरकर घायल हो गए.
बदमाशों ने कैंटीन के अंदर घुस कर मारपीट और तोड़फोड़ की. वहीं तोड़फोड़ कर रहे युवकों में अदनान ने धमकी दी कि अगर कैंटीन चलाओगे तो रंगदारी देनी होगी. आरोप है कि इस बीच वहां आसपास तैनात एएमयू के सुरक्षा गार्ड अपनी जान बचाते भाग निकले और छिप गए. इसके बाद बदमाश धमकाते हुए वहां से फरार हो गए.
एएमयू के मेडिकल कॉलेज परिसर में फायरिंग की खबर से पुलिस में हड़कंप मच गया. सूचना पर क्षेत्राधिकारी सिविल लाइन व थाना प्रभारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. वहां पीड़ित मुदस्सिर ने घटना की जानकारी दी और साथ ही कैंटीन का सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस ने देखा. इसमें आरोपी फायरिंग, तोड़फोड़, मारपीट और धमकाते नज़र आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि कैंटीन की ठेकेदारी को लेकर पूरा विवाद है.
वहीं, क्षेत्राधिकार सिविल लाइन अशोक कुमार सिंह ने बताया कि मेडिकल कॉलेज परिसर में कैंटीन में रुपए के लेनदेन के विवाद को लेकर फायरिंग हुई. फायरिंग की सूचना पर तत्काल पुलिस पहुंची. वहीं, पहुंचने पर कैंटीन का काउंटर टूटा हुआ पाया गया.
कैंटीन मालिक की तहरीर पर थाना सिविल लाइन में आरोपियों के खिलाफ उचित धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया है. आरोपियों के गिरफ्तारी और उनके खिलाफ कठोरता करवाई के लिए पुलिस की दो टीमों का गठन किया गया है. इस विवाद में कैंटीन मालिक और आरोपी एएमयू के छात्र नहीं है.