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घंटों लाइन में खड़े रहे शिक्षक अभ्यर्थी, नेटवर्क खराब होने से डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में हुई परेशानी

डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए स्कूल में टोकन नंबर प्राप्त करने के लिए महिला और पुरुष के लिए दो काउंटर बनाये गये थे. पहले दिन कक्षा 11वीं और 12वीं के लिए करीब 1632 में से 1360 अभ्यर्थियों ने भाग लिया.

बिहार लोक सेवा आयोग की शिक्षक नियुक्ति प्रतियोगिता परीक्षा के अंतर्गत सोमवार को डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन कार्य शुरू किया गया. वेरिफिकेशन के लिए सुबह आठ बजे से ही गर्दनीबाग स्थित शहीद राजेंद्र प्रसाद सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के गेट पर शिक्षक अभ्यर्थियों की भीड़ जुटने लगी थी. वेरिफिकेशन कार्य सुबह 10 बजे से शुरू किया जाना था. मगर सुबह 10 बजे से अभ्यर्थियों को स्कूल के अंदर प्रवेश दिया गया. डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए स्कूल में टोकन नंबर प्राप्त करने के लिए महिला और पुरुष के लिए दो काउंटर बनाये गये थे. पहले दिन कक्षा 11वीं और 12वीं के लिए करीब 1632 में से 1360 अभ्यर्थियों ने भाग लिया. अलग-अलग 14 विषयों की काउंसेलिंग के लिए अभ्यर्थी शामिल हुए.

टोकन के लिए सिर्फ दो काउंटर बनाये जाने से अभ्यर्थियों की लंबी कतार स्कूल कैंपस में लगी रही. इससे अभ्यर्थियों को घंटों लाइन में खड़े रहना पड़ा. डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए छह कमरों में 70 कंप्यूटर ऑपरेटरों को नियुक्त किया गया है. सुबह 11 बजे से शुरू हुए वेरिफिकेशन में नेटवर्क की दिक्कत होने से काफी समय लगा. हालांकि, इंटरनेट कनेक्शन ठीक कराने के बाद दोपहर एक बजे के बाद वेरिफिकेशन कार्य में तेजी आयी. शाम साढ़े छह बजे तक 1350 शिक्षक अभ्यर्थियों का डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन पूरा कर लिया गया है. वहीं 10 अभ्यर्थी ऐसे भी थे, जिनके डॉक्यूमेंट में गड़बड़ी होने पर उन्हें मंगलवार को बुलाया गया.

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घंटों लाइन में खड़े रहे शिक्षक अभ्यर्थी, नेटवर्क खराब होने से डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में हुई परेशानी 2

डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का शेड्यूल पहले ही तैयार कर लिया गया था. लेकिन फिर भी कोई खास व्यवस्था नहीं की गयी है. टोकन के लिए दो घंटे से लाइन में खड़ी हूं.- शशिप्रिय

डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए इतनी बड़ी संख्या में लोग शामिल होंगे, यह पता होने के बावजूद हमें घंटों लाइन में खड़ा रहना पड़ रहा है.- रिया

स्कूल के बाहर भी पहले ही दो घंटे से खड़ा रहा. अब गेट खुलने के बाद टोकन के लिए भी एक घंटे से लाइन में लगा हूं.- हीरा कुमार

इंटरनेट कनेक्शन में दिक्कत होने से भी वेरिफिकेशन में देर हो रही है. कहा जा रहा है कि नेटवर्क ठीक होने के बाद ऑरिजिनल डॉक्यूमेंट से मिलान किया जायेगा.- दिवाकर कुमार

गोपालगंजः आंबेडकर भवन में पहले दिन 10 विषयों के अभ्यर्थियों की हुई जांच

सोमवार से जिले के आंबेडकर भवन में बिहार लोक सेवा आयोग के आदेश पर शिक्षक बहाली परीक्षा में शामिल माध्यमिक और उच्च माध्यमिक शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्र व दस्तावेजों की जांच शुरू हुई. बीपीएससी की ओर से शेड्यूल के अनुसार पहले दिन सोमवार को उच्च माध्यमिक के लिए कुल 10 विषयों अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, इतिहास, उर्दू, एकाउंटेंसी, गणित, गृह विज्ञान, जंतु विज्ञान, दर्शनशास्त्र, बिजनेस स्टडीज के अभ्यर्थियों की जांच की गयी. बता दें कि पहले दिन कुल 10 विषयों के लिए 355 अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच होनी थी. जांच को लेकर आंबेडकर परिसर में भीड़ रही. वहीं शांति व्यवस्था और पारदर्शिता के लिए अधिकारी तैनात रहे. जांच का क्रम संवाद प्रेषण तक जारी था.

सुबह आठ बजे से ही उमड़ने लगी थी भीड़

बीपीएससी द्वारा आयोजित शिक्षक भर्ती की परीक्षा दे चुके अभ्यर्थी सोमवार को अपने प्रमाणपत्र व दस्तावेजों की जांच कराने के लिए निर्धारित समय से दो घंटा पहले से ही आंबेडकर भवन परिसर में पहुंचने लगे. नौ बजे तक पूरा परिसर अभ्यर्थियों से भर गया. वहीं नौ बजे से कर्मी व अधिकारियों की इंट्री शुरू हुई. सुबह 10 बजे से प्रशासनिक तैयारी के बीच विषयवार अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच शुरू हुई. इधर अभ्यर्थी अपनी बारी आने का इंतजार करते रहे.

जांच में लगी हैं 15 टीमें

अभ्यर्थियों के दस्तावेजों की जांच के लिए 15 टीमें बनायी गयी हैं. प्रत्येक टीम में चार-चार कर्मी तैनात किये गये गये हैं. आपातकाल में जांच कर्मियों की कमी न हो, इसके लिए 20 कर्मियों को रिजर्व में रखा गया है. जांच के पहले दिन सभी 15 टेबल पर अभ्यर्थियों की भीड़ देखी गयी.

सीवानः चिलचिलाती धूप में अपनी बारी का इंतजार करते रहे अभ्यर्थी

बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित विद्यालय अध्यापक नियुक्ति प्रतियोगिता परीक्षा में शामिल माध्यमिक व उच्च माध्यमिक के अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों के सत्यापन का कार्य सोमवार से शुरू हो गया. पहले दिन वर्ग 11 व 12 के अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, इतिहास, एटरप्रेन्योरशिप, उर्दू, एकाउंटेंसी, गणित व जंतु विज्ञान विषय के अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों का सत्यापन किया गया. इधर सत्यापन कार्य के लिए पहुंचे अभ्यर्थियों को खेल भवन के बाहर चिलचिलाती धूप में अपनी बारी का इंतजार करना पड़ा. नोडल पदाधिकारी डीपीओ अवधेश कुमार की देख-रेख में सत्यापन का कार्य शांतिपूर्वक जारी रहा. मौके पर डीपीओ एसएसए अशोक कुमार पांडे व डीपीओ माध्यमिक राजेंद्र सिंह उपस्थित रहे. जबकि शिक्षा विभाग के दर्जनों कर्मियों को सहायतार्थ कार्य के लिए लगाया गया था.

डीपीओ अवधेश कुमार ने बताया कि टोकन के माध्यम से अभ्यर्थियों को अपना प्रमाणपत्र सत्यापन के लिए भेजा जा रहा था. खेल भवन के भीतर 20 टेबल बनाया गया है, जहां अभ्यर्थी जाकर अपने प्रमाणपत्रों का सत्यापन करा रहे हैं. डीपीओ ने बताया कि निर्धारित समय तक सत्यापन का कार्य चल रहा है. पहले दिन 441 अभ्यथि्रयों को अपने प्रमाण पत्रों का सत्यापन करना था.

वहीं दूसरी ओर दिव्यांग अभ्यर्थियों के दिव्यांगता प्रमाणपत्रों का सत्यापन सदर अस्पताल में गठित मेडिकल बोर्ड द्वारा किया जा रहा है. मेडिकल बोर्ड का गठन डॉ जितेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में किया गया है. जिसमें सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ आलोक कुमार सिन्हा, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नौतन के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अक्षयलाल, सदर अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ एम अकबर तथा सदर अस्पताल के ही नेत्र सहायक डॉ रामकिशोर तिवारी शामिल हैं. दिव्यांगता प्रमाण पत्रों का सत्यापन पांच सितंबर तक किया जायेगा.

चेक लिस्ट में दर्ज हो रहा था सत्यापन कार्य

जिला नोडल पदाधिकारी आयुष अन्नत ने बताया कि दस्तावेज सत्यापन हेतु आए अभ्यर्थियों का पंजी में उपस्थिति दर्ज कराने व दस्तावेज मिलान के पश्चात् आवश्यक ऑनलाइन इंट्री कर उसे समिट किया जा रहा है. वहीं आयोग द्वारा प्राप्त चेक लिस्ट में भी दर्ज किया जा रहा है.

छपराः कड़ी सुरक्षा में उच्चतर माध्यमिक के 499 अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों का हुआ सत्यापन

बीपीएससी द्वारा पिछले दिनों आयोजित शिक्षक नियुक्ति प्रतियोगिता परीक्षा 2023 को लेकर 11वीं-12वीं कक्षा में पढ़ाने वाले अभ्यर्थियों के शैक्षणिक एवं चिकित्सीय प्रमाणपत्रों की जांच शहर से सटे डीआरसीसी केंद्र छपरा में शुरू हुई. परीक्षा को लेकर जिला प्रशासन के द्वारा निर्धारित समय से सभी अलग-अलग बनाये गये 20 टेबल पर प्रमाणपत्रों का सत्यापन शुरू किया गया. नोडल पदाधिकारी सह डीएसओ मो. कमर आलम के अनुसार औसतन 22 से 25 अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों के सत्यापन का दायित्व प्रत्येक टेबल पर तैनात सत्यापन पदाधिकारी व कंप्यूटर ऑपरेटर को दी गयी थी. प्रथम दिन 499 प्लस टू के अभ्यर्थियों के सत्यापन का दायित्व पदाधिकारियों एवं ऑपरेटर को दिया गया था. इसके तहत प्रथम दिन अंग्रेजी अर्थशास्त्र, एकाउंटस, उर्दू, गणित आदि विषयों के परीक्षार्थियों के प्रमाण पत्रों का सत्यापन किया गया.

सारण में अंग्रेजी के 139, अर्थशास्त्र के 16, इतिहास के 133, इंटर प्रेमियोर शिप, उर्दू के चार, एकाउंटेंशी के 63, गणित के 143 अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों के सत्यापन का कार्य देर शाम तक चलता रहा. पांच सितंबर को कंप्यूटर विज्ञान में शामिल होने वाले प्लस टू के 527 अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों का सत्यापन होगा. वहीं शेष विषयों गृह विज्ञान, दर्शन शास्त्र, भुगोल, भौतिकी, रसायण शास्त्र, राजनीति शास्त्र, वनस्पति शास्त्र, हिंदी, संस्कृत, भोजपुरी, बिजनेस स्टडिज के अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों का सत्यापन सात सितंबर को होगा. नोडल पदाधिकारी मो. आलम ने बताया कि देर शाम तक प्रमाण पत्रों का सत्यापन किया जायेगा जबतक सभी अभ्यर्थियों के सत्यापन का कार्य पूरा नहीं हो जाये.

अभ्यर्थियों को दो तस्वीर के अलावें, 23 प्रकार के दस्तावेज लाना अनिवार्य
आयोग के निर्देश के आलोक में अभ्यर्थियों को आधार, पैन, ड्राइविंग लाइसेंस, आरक्षण संबंधित प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, दिव्यांगता प्रमाण पत्र, भूतपूर्व सैनिक संबंधित प्रमाण पत्र, नियोजित शिक्षक संबंधित दस्तावेज, स्वतंत्रता सेनानी के संबंधी होने का प्रमाण पत्र, सीटीइटी, बीटीइटी के प्रथम पेपर, एसटीइटी के प्रथम तथा द्वितीय पेपर, दक्षता दस्तावेज, जन्म तिथि प्रमाण पत्र, प्रशिक्षण संबंधित प्रमाण पत्र आदि प्रमाण पत्रों को सत्यापन के दौरान लाना अनिवार्य कर दिया गया है.

पूरे दिन सत्यापन केंद्र पर सुरक्षा के रहे कड़े प्रबंध

डीआरसीसी परिसर में प्रथम दिन 499 अभ्यर्थियों के सत्यापन के लिए सभी 20 टेबूल पर नोडल पदाधिकारी जहां व्यवस्था की निगरानी करते रहे. वहीं अलग-अलग विषयों के अभ्यर्थी निर्धारित टेबुल पर अपने शैक्षणिक एवं चिकित्सीय प्रमाणपत्रों की जांच कराते दिखे. प्लस टू के लिए 1486 सामान्य अभ्यर्थी तथा 33 दिव्यांग अभ्यर्थियों के बैठने एवं अन्य बुनियादी सुविधा की व्यवस्था प्रशासन के द्वारा की गयी थी. जिससे सत्यापन के दौरान किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो.

बेगूसरायः पहले दिन 500 शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की हुई जांच

बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थियों का प्रमाणपत्रों की जांच डीआरसीसी कंकौल में सोमवार से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई. शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की जांच को लेकर डीआरसीसी कैंपस में मेले जैसा नजारा बना रहा. पहले दिन कुल 524 अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की जांच होनी थी. इनमें समाचार प्रेषण तक लगभग 500 अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की जांच हो चुकी थी. हालांकि देर शाम तक जांच का कार्य चल रहा था. स्थापना डीपीओ सह नोडल पदाधिकारी रवींद्र कुमार ने कहा कि प्रमाणपत्रों की जांच को लेकर 11वीं व 12वीं के शिक्षक अभ्यर्थी सुबह से ही डीआरसीसी पहुंचने लगे थे. प्रमाणपत्रों की जांच के पहले दिन विधि-व्यवस्था दुरुस्त करने में थोड़ा वक्त लग गया. दूर-दराज से आये बीपीएससी परीक्षा में शामिल हुए अध्यापक अभ्यर्थी काफी परेशान दिखे. प्रमाणपत्रों की जांच के लिए विषयवार अलग-अलग काउंटर बनाये गये थे. पहले चरण में माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की जांच होगी.

पहले दिन इन विषयों के अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की हुई जांच

वर्ग 11वीं व 12वीं के शिक्षक अभ्यर्थियों का सोमवार को अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, इतिहास, इंटर पेनियोरशिप, एकाउंटेंसी, गणित, गृहविज्ञान एवं जंतु विज्ञान संकाय के लिए प्रमाणपत्रों की जांच हुई. बताते चलें कि 05 सितंबर को कंप्यूटर विज्ञान संकाय के लिए प्रमाणपत्रों की जांच होगी.
इन प्रमाणपत्रों की हुई जांच

आराः पहले दिन तीन घंटे सर्वर रहा डाउन, मात्र 74 शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की हुई जांच

शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों के सत्यापन करने के पहले दिन तीन घंटे तक सर्वर डाउन रहा. इस कारण अभ्यर्थियों के साथ-साथ काउंसलिंग में लगे पदाधिकारी एवं कर्मचारी भी परेशान रहे. सर्वर ठीक करने का प्रयास किया जाता रहा, पर ऐसा संभव नहीं हो पाया. इस कारण पहले दिन महज 74 शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों का ही सत्यापन किया जा सका. जबकि 464 शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों का सत्यापन किया जाना था. हालांकि इसके लिए शिक्षा विभाग एवं डीआरसीसी द्वारा रविवार को ही बैठक कर पूरी तैयारी कर ली गयी थी. फिर भी सर्वर डाउन होने के कारण लक्ष्य पूरा नहीं हो सका. पहले आनेवाले शिक्षक अभ्यर्थी को पहले टोकन दिया जा रहा था. इसी तरह क्रमवार टोकन दिया जा रहा था. शाम 5:00 बजे टोकन वापस ले लिया गया.

समय पर पहुंचे थे शिक्षक अभ्यर्थी

प्रमाणपत्रों के सत्यापन को लेकर शिक्षक अभ्यर्थी समय पर ही धनुपरा स्थित जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र में पहुंच चुके थे. अभ्यर्थियों में सत्यापन को लेकर उत्साह का माहौल था. सभी अभ्यर्थी विभागीय निर्देशानुसार अपने कागजातों को लेकर पहुंचे थे, पर जैसे ही बताया गया की सर्वर डाउन है,इंतजार करना पड़ेगा ,वैसे ही अभ्यर्थियों के चेहरे पर मायूसी छाने लगी. सभी अभ्यर्थी एवं सत्यापन में लगे पदाधिकारी तथा कर्मचारी भी परेशान थे. अंत में शाम 5:00 बजे तक सर्वर ठीक नहीं होने के कारण सभी अभ्यर्थी निराश होकर वापस लौट गये. अब अगले दिन इनके प्रमाणपत्रों का सत्यापन किया जायेगा. अभ्यर्थियों के कागजातों में कमी होने पर उन्हें शपथ पत्र बनाने को कहा गया नाम में अंतर, पंजीयन रसीद गुम होने आदि को लेकर कुछ अभ्यर्थियों ने शपथ पत्र बनाकर जमा किया, ताकि किसी तरह की परेशानी नहीं हो सके.

जिले में है कुल 3038 शिक्षक अभ्यर्थी

जिले में कुल 3038 शिक्षक अभ्यर्थी हैं. इसमें सभी विषयों के शिक्षक अभ्यर्थी शामिल हैं. इसमें वर्ग 9 एवं 10 तथा वर्ग 11 एवं 12 शिक्षक के सभी शिक्षक अभ्यर्थी शामिल हैं. वही वर्ग 9 एवं 10 के लिए कुल शिक्षक अभ्यर्थियों की संख्या 1894 तथा वर्ग 11 एवं 12 के कुल शिक्षक अभ्यर्थियों की संख्या 1144 है.

पूरे दिन बनी रही गहमा गहमी की स्थिति

जिला निबंधन एवं परामर्श केंद्र धनपुरा में शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों के सत्यापन को लेकर पूरे दिन गहमा गहमी की स्थिति बनी रही. अभ्यर्थियों में उत्साह का माहौल था.वहीं कर्मचारी एवं पदाधिकारी भी सत्यापन करने में व्यस्त थे.

बक्सरः  दोपहर एक बजे तक नहीं खुले सिस्टम, शिक्षक अभ्यर्थी परेशान

माध्यमिक और उच्चतर माध्यमिक शिक्षकों की नियुक्ति के लिये उनके कागजात का सत्यापन करने को लेकर एमपी हाई स्कूल में लगाये गये कंप्यूटर का लिंक नहीं खुलने के कारण सोमवार दोपहर एक बजे तक डॉक्यूमेंट वेरीफिकेशन का काम शुरू नहीं की वजह से अभ्यर्थी परेशान रहे. अलग-अलग कमरों में लगाये गये कुल 20 टेबल पर सत्यापन काम अपने निर्धारित समय से शुरू नहीं हुआ. जिस कारण दूर-दराज से पहुंचे शिक्षक अभ्यर्थी इधर-उधर टहलते रहे. परेशान अभ्यार्थियों को कोई कुछ बताने वाला नहीं रहा. एक टेबल पर कुल 20 अभ्यर्थियों के कागजात का सत्यापन करना था. मगर सभी कमरे में लगाये गये कंप्यूटर सिस्टम काम नहीं कर था.

लिहाजा अभ्यर्थी अपने-अपने कमरें में सिस्टम खुलने का इंतजार करते रहे. कागजात के सत्यापन काम में प्रतिनियुक्त कर्मियों का कहना था कि बीपीएससी द्वारा पासवर्ड नहीं भेजने के कारण सिस्टम नहीं खुला पा रहा था. वही एमपी हाई स्कूल के प्राचार्य डॉ विजय कुमार मिश्रा ने कहा कि कंप्यूटर सिस्टम विलंब से खुलने के कारण अभ्यार्थियों को कुछ परेशानी हुई. मगर जब सिस्टम खुल गया तो बहुत आसानी से कागजात का सत्यापन काम किया गया. मिली जानकारी के अनुसार 11 और 11वीं के अंग्रेजी, अर्थशास्त्र, इतिहास इंटरप्रेन्योरशिप, अकाउंटेसी, दर्शनशास्त्र, प्राक़त, बिजनेश स्टडीज, भूगोल, भौतिकी शासत्र विषयों के अभ्यर्थियों का कागजात सत्यापन होना था. सोमवार को तकरीबन कुल 336 अभ्यर्थियों को उनके कागजात का सत्यापन करने को लेकर बुलाया गया था. एक टेबल कुल 20 अभ्यर्थियों के कागजात का सत्यापन करने को लेकर एक कमरें में दो कंप्यूटर लगाये थे.

वैशालीः प्रमाणपत्रों की जांच के पहले दिन इंटरनेट ने की दगाबाजी

हाजीपुर .बीपीएससी की शिक्षक बहाली की परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की जांच व सत्यापन का कार्य सोमवार से डीआरसीसी, हाजीपुर में शुरू हो गया. प्रमाणपत्रों की जांच व सत्यापन के लिए 24 काउंटर बनाये गये थे. पुख्ता तैयारी भी की गयी थी. लेकिन अभ्यर्थियों की भीड़ की वजह यहां की सारी व्यवस्था चरमरा गयी. इंटरनेट भी लगातार दगाबाजी करता रहा. इसकी वजह से अभ्यर्थी से लेकर प्रमाणपत्रों की जांच व सत्यापन कार्य में प्रतिनियुक्त पदाधिकारी व कर्मी काफी परेशान हुए. पहले दिन इंटरनेट की धीमी रफ्तार की वजह से दिन भर लाइन में खड़े रहने के बावजूद काफी संख्या में अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की जांच नहीं हो सकी. डीआरसीसी में इंटरनेट की धीमी की वजह से अब जिला प्रशासन हाजीपुर नगर परिषद कार्यालय में शिक्षक अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की जांच व सत्यापन कराने का निर्णय लिया गया है.

मालूम हो कि बीपीएससी की शिक्षक बहाली की परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की जांच व सत्यापन के लिए डीआरसीसी हाजीपुर में 24 काउंटर बनाये गये थे. प्रत्येक काउंटर पर दो पदाधिकारी, दो लिपिक एवं एक कंप्यूटर ऑपरेटर की प्रतिनियुक्ति की गयी थी. सोमवार की सुबह 10 बजे से प्रमाणपत्रों की जांच का कार्य शुरू किया गया, लेकिन इंटरनेट की धीमी रफ्तार की वजह से परेशानी उत्पन्न हो गयी. डीआरसीसी में चल रहे प्रमाणपत्रों की जांच व सत्यापन कार्य का डीएम यशपाल मीणा ने निरीक्षण किया. निरीक्षण के लिए वहां इंटरनेट की धीमी रफ्तार की वजह से हो रही परेशानी की बात सामने आयी. इसके बाद डीएम ने यह कार्य हाजीपुर नगर परिषद कार्यालय में कराने का निर्देश दिया. साथ ही जिन अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की जांच व सत्यापन सोमवार को नहीं हो सकी, उनके प्रमाणपत्रों की जांच व सत्यापन का कार्य मंगलवार को समाहरणालय सभागार एवं जिला परिषद के सभागार में किया जायेगा.

जहानाबादः एक ही कमरे में वेरिफिकेशन होने से केंद्र पर बनी रही अराजक स्थिति

बीपीएससी द्वारा आयोजित शिक्षक नियुक्ति प्रतियोगिता परीक्षा में शामिल माध्यमिक तथा उच्च माध्यमिक अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों की जांच शुरू हो गयी. इसके लिए जिला मुख्यालय स्थित राज्य संपोषित बालिका इंटर विद्यालय में दस्तावेज सत्यापन केंद्र बनाया गया है जहां पहले दिन 242 अभ्यर्थियों के दस्तावेज का सत्यापन किया गया. केंद्र पर एक ही कमरे में 18 टेबल लगाये गये हैं. सभी टेबलों पर कंप्यूटर लगाया गया है. टेबल पर एक कंप्यूटर टीचर तथा एक असिस्टेंट टीचर को तैनात किये गये थे. जो कि अलग-अलग विषयों के अभ्यर्थियों के दस्तावेज का सत्यापन कर रहे थे. ऐसे में केंद्र पर अभ्यर्थियों की भारी भीड़ के कारण अराजक स्थिति उत्पन्न हो गयी थी. सत्यापन के पहले दिन दो घंटे की देरी से दस्तावेज सत्यापन का कार्य आरंभ हुआ जो देर शाम तक चला.

इस दौरान अभ्यर्थियों से बीपीएससी का फार्म भरते समय जमा किये गये प्रमाणपत्रों तथा एडमिट कार्ड की दो प्रति जमा कराया गया. बीपीएससी के वेबसाइट पर उपलब्ध अभ्यर्थी के प्रमाणपत्र का मिलान उनके पास उपलब्ध ऑरिजनल प्रमाणपत्र से किया गया. साथ ही उनसे दो कॉपी में दस्तावेज जमा कराये गये. प्रमाणपत्र सत्यापन के पहले दिन अंग्रेजी, इकानॉमिक्स, संगीत, वनस्पति विज्ञान, राजनीतिशास्त्र, रसायन शास्त्र, मनोविज्ञान, भौतिकी, भूगोल, बिजनेस स्टडी, जंतु विज्ञान, गृह विज्ञान, गणित, अकाउंटेंसी, उर्दू, इतिहास तथा इंटरप्रेनियरिशिप विषय के अभ्यर्थियों के दस्तावेज का सत्यापन किया गया. इस संबंध में डीपीओ योजना लेखा सह नोडल पदाधिकारी ने बताया कि जो अभ्यर्थी छूट गये हैं. उनके प्रमाणपत्रों का वेरिफिकेशन मंगलवार को भी किया जायेगा.

अरवलः 102 शिक्षक अभ्यर्थियों के दस्तावेज का किया गया सत्यापन

बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यापक नियुक्ति परीक्षा के माध्यमिक वर्ग 9 से 10 एवं उच्च माध्यमिक वर्ग 11 से 12 के अभ्यर्थियों का दस्तावेज सत्यापन उच्च विद्यालय उमैराबाद में हो रहा है. शिक्षा विभाग ने इसके लिए 4 सितंबर से 12 सितंबर तक सत्यापन कार्य करने का तिथि निर्धारित किया है. जिला कार्यक्रम पदाधिकारी नीरज कुमार ने बताया कि आज पहले दिन 131 अभ्यर्थियों को अपना दस्तावेज सत्यापन के लिए आना था. लेकिन 102 अभ्यर्थी ही उपस्थित हुए. जिनका सत्यापन दस्तावेज सत्यापन का कार्य किया गया. सभी अभ्यर्थियों को दस्तावेज सत्यापन हेतु समय और तिथि की जानकारी दी गयी है. जो अभ्यर्थी दस्तावेज सत्यापन के निर्धारित तिथि को नहीं आते हैं उनका दावा बाद में मान्य नहीं होगा.

कुल 922 अभ्यर्थियों का होना है सत्यापन

बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षा के बाद जिला में 922 अभ्यर्थियों को अलग -अलग तिथि को काउंसेलिंग किया जाना है, जिसमें 102 अभ्यर्थी पहुंच पाये.

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