देश की राजधानी दिल्ली में जी-20 की औपचारिक बैठक शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई राष्ट्राध्यक्षों के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. जो बात सामने आ रही है उसके अनुसार शुक्रवार को वह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे. इसके बाद डिनर का आयोजन किया जाएगा. इस बीच कांग्रेस के दिग्गज नेता जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर जी-20 को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
So the news is indeed true.
Rashtrapati Bhawan has sent out an invite for a G20 dinner on Sept 9th in the name of 'President of Bharat' instead of the usual 'President of India'.
Now, Article 1 in the Constitution can read: “Bharat, that was India, shall be a Union of States.”…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) September 5, 2023
जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा कि खबर सचमुच सही है. राष्ट्रपति भवन ने 9 सितंबर को जी-20 डिनर के लिए सामान्य ‘President of India’ के बजाय ‘President of Bharat’ के नाम पर निमंत्रण भेजा है. जी-20 डिनर के लिए जो न्योता भेजा है, उसमें प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया की जगह प्रेसिडेंट ऑफ भारत लिखा है. यदि संविधान के आर्टिकल 1 को पढ़ें तो उसमें लिखा है कि भारत जो कि इंडिया है एक राज्यों का समूह होगा. कांग्रेस नेता ने लिखा कि अब तो राज्यों के समूह पर भी खतरा मंडरा रहा है.
वैश्विक नेताओं को परोसे जायेंगे बाजरे से बने व्यंजन व स्ट्रीट फूड
गौर हो कि जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर उलटी गिनती शुरू हो चुकी है. नौ एवं दस सितंबर को दिल्ली के प्रगति मैदान में यह सम्मेलन होगा, जिसमें दुनियाभर के नेता जुटेंगे. आयोजन स्थल को दुल्हन की तरह सजाया गया है. सम्मेलन में जो मेहमान आयेंगे, उनके लिए इस आयोजन को यादगार बनाने के लिए कई तरह की तैयारियां की गयी हैं. इसमें खान-पान की व्यवस्था भी शामिल है, जिसमें भारतीयता और देसज खाद्य पदार्थों का विशेष ख्याल रखा गया है. आयोजन स्थल भारत मंडपम में बाजरे से बने व्यंजन और दिल्ली के चांदनी चौक के स्वादिष्ट ‘स्ट्रीट फूड’ परोसे जायेंगे. बाजरा बेहद पौष्टिक मोटा अनाज के साथ पर्यावरण के अनुकूल भी माना जाता है. मेहमान जिन होटलों में ठहरेंगे, वहां भी ज्यादा से ज्यादा बाजरे से बने नये व्यंजन परोसे जायेंगे. गौरतलब है कि मोदी सरकार के 2023 को ‘अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष’ (आइवाइएम) के रूप में मनाने के प्रस्ताव को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने स्वीकार किया है.
मेहमानों को दिये जानेवाले उपहारों पर होगी भारतीय संस्कृति की झलक
मेहमानों को दिये जानेवाले उपहारों में देश के हस्तशिल्प, कपड़ा व चित्रकला परंपराओं को प्राथमिकता दी गयी है. जब मेहमान इन्हें लेकर जाएं, तो वे भारत की स्मृतियां साथ ले जायेंगे. जी20 इंडिया के विशेष सचिव मुक्तेश परदेशी ने बताया कि पूरे आयोजन में भारतीयता, यहां की संस्कृति और परंपरा पर फोकस किया गया है.
कुछ यूं सज रहा प्रगति मैदान
-भारत मंडपम में जी20 बगीचा, वैश्विक नेता अपने देश के राष्ट्रीय वृक्ष के लगायेंगे पौधा
-राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय में विशेष प्रदर्शनी
-रेलवे स्टेशन व बस टर्मिनल पर जी-20 वर्चुअल हेल्प डेस्क
-दिल्ली मेट्रो चार से 13 तक ‘टूरिस्ट स्मार्ट कार्ड’ की बिक्री करेगी
-हरियाणा के नूंह में होगी चौथी जी20 शेरपा बैठक, सुरक्षा के विशेष प्रबंध
-10,000 से अधिक प्रतिनिधि लेंगे हिस्सा
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शिखर सम्मेलन के लिए की जा रही सुरक्षा व्यवस्था पर जी-20 इंडिया के विशेष सचिव ने कहा कि दिल्ली पुलिस विभिन्न देशों की टीम के साथ समन्वय कर रही है. विदेशी नेताओं व प्रतिनिधिमंडल की सुरक्षा आवश्यकताओं को ध्यान में रखा गया है. सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए 10,000 से अधिक विदेशी प्रतिनिधियों के दिल्ली आने की संभावना है.
ऐतिहासिक जयपुर हाउस में होगा विशेष भोज
सम्मेलन में हिस्सा ले रहे राष्ट्राध्यक्षों के जीवनसाथियों के लिए ऐतिहासिक जयपुर हाउस में दोपहर में भोज का आयोजन किया जायेगा. गौरतलब है कि जयपुर हाउस में राष्ट्रीय आधुनिक कला गैलरी (एनजीएमए) भी है. इस भोज से पहले, राष्ट्राध्यक्षों के जीवनसाथी बाजरे की खेती के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए पूसा परिसर का दौरा करेंगे. वैश्विक नेताओं के जीवनसाथियों की भारत यात्रा को यादगार बनाने के लिए एक विशेष योजना पर भी काम चल रहा है.