Aligarh : अलीगढ़ में थाना गोंडा में मां-बेटी की हत्या के बाद मामला तूल पकड़ता जा रहा है. पीड़ित परिजनों ने आरोपियों के घर बुलडोजर चलाने की मांग रखी है. प्रशासन द्वारा कार्रवाई नहीं करने पर शवों का अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया है. मृतक के परिजनों ने मांग की है कि जब तक आरोपियों के घर पर बुलडोजर नहीं चलता और गिरफ्तारी नहीं होती है अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा.
पोस्टमार्टम के बाद मृतक दोनों मां-बेटी का शव रिश्तेदार अपने टप्पल स्थित गढ़ी सूरजमल अपने निवास स्थल ले गया है. मृतकों के शव को बाग में रखा है. मौके पर स्थानीय भाजपा विधायक अनूप बाल्मीकि और सांसद सतीश गौतम मौके पर पहुंचे. वही शवों के अंतिम संस्कार करने के लिए पुलिस प्रशासन समझा रहा है.
घटना से पहले मृतका प्रियंका के भाई बबलू, फूफा सुरेश की तेरहवी में पगड़ी रस्म करने पहुंचा था. बबलू ने ताऊ के लड़के मोना को तेरहवी में रस्म पगड़ी भी बांधी थी. वही इस बीच प्रॉपर्टी को लेकर कहा सुनी भी हुई. मोना ने प्रियंका को बुलाकर प्रॉपर्टी पर अपने अधिकार जताने पर नाराजगी जताई. वहीं मोना उग्र हो गया और प्रियंका को पीटने लगा. प्रियंका ने जब शोर शराब मचाया तो मां मुकेश कुमारी और बबलू बचाने पहुंच गए.
बबलू ने बताया कि मोना ने प्रियंका को ठिकाने लगाने के लिए पहले से ही बदमाश बुला रखे थे. जिन्होंने प्रियंका और मुकेश कुमारी को लाठी डंडों से पीटा. वहीं बबलू अपनी जान बचा कर भागा. लेकिन बदमाशों ने पकड़ लिया और अपहरण कर ले जा रहे थे, लेकिन बा मुश्किल से बबलू ने अपनी जान बचाई. बबलू ने बताया कि हमलावर नौ लोग थे. जिसमें सात लोगों के खिलाफ नामजद FIR दर्ज कराई गई है. बबलू ने मांग की है कि आरोपियों की गिरफ्तारी हो और उनके घर पर बुलडोजर चले, तभी दाह संस्कार होगा.
मृतक के रिश्तेदार नीरू प्रताप ने बताया कि मेरी बुआ मुकेश कुमारी कैमथल में ब्याही थी. उनके साथ हमारी सिस्टर प्रियंका रहती थी. जिसे उन्होंने गोद ले रखी थी. मुकेश कुमारी के पति का 5 दिन पहले बीमारी के चलते मौत हो गई थी. वहीं 13वीं के कार्यक्रम में मुकेश कुमारी के देवर और जेठ ने प्रॉपर्टी को लेकर दोनों की हत्या कर दी.
राजस्व मंत्री अनूप बाल्मीकि और सांसद सतीश गौतम भी भी मौके पर पहुंचे. उन्होंने कार्रवाई का भरोसा दिया है. घटना को लेकर एसपी ग्रामीण पलाश बंसल ने बताया कि परिवार के लोगों ने ही मां और बेटी की हत्या की है. इस संदर्भ में थाना गोंडा में मुकदमा दर्ज किया गया है. पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर आश्वासन दिया है कि जो भी आरोपी घटना में संलिप्त है. उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. पुलिस की पांच टीम आरोपियों को पकड़ने में लगी है.