Jharkhand News: राज्य के मुख्य सचिव सुखदेव सिंह और वर्तमान में जमशेदपुर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री को विशेषाधिकार हनन का नोटिस लोकसभा से जारी किया गया है. दोनों अधिकारियों को लोकसभा की विशेषाधिकार कमेटी की ओर जारी नोटिस में 21 सितंबर को दोपहर 3:20 बजे संसद भवन के विशेषाधिकार कक्ष में उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है.
क्या है मामला
गौरतलब है कि गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे की ओर से पांच सितंबर 2022 को तत्कालीन देवघर उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का नोटिस लोकसभा को दिया गया था. इसी मामले में राज्य प्रशासनिक प्रमुख के रूप में मुख्य सचिव को भी हाजिर होने को कहा गया है.
सांसद निशिकांत दुबे ने उपायुक्त पर पद के दुरुपयोग का आरोप लगाया है. देवघर के तत्कालीन डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने जून 2023 में एक पत्र सांसद निशिकांत दुबे को लिखा था. लोकसभा की विशेषाधिकार कमेटी ने इस पत्र का अध्ययन किया. इसके बाद उपायुक्त पर विशेषाधिकार हनन का मामला चलाने का फैसला लिया है.
मंजूनाथ भजंत्री के खिलाफ एफईआर भी दर्ज
हाल ही में गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे की शिकायत पर ही दिल्ली के नार्थ एवेन्यू थाने में जीरो एफआईआर के आधार पर 11 महीने बाद आईएएस मंजूनाथ भजंत्री के विरुद्ध कुंडा थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी. दरअसल, तीन सितंबर 2022 को सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने दिल्ली में तत्कालीन डीसी के विरुद्ध शिकायत की थी. वही जीरो 9 अगस्त 2023 को एफआइआर देवघर के कुंडा थाने में विधिवत दर्ज कर ली गयी.
इन आरोपों पर हुई एफआईआर
यहां सांसद ने तत्कालीन डीसी मंजूनाथ भजंत्री पर ऑफिशियल सिक्रेट एक्ट, देवघर एयरपोर्ट स्थित डीआरडीओ के प्रतिबंधित क्षेत्र में अनाधिकृत व अवैध रूप से प्रवेश करने, सांसद को साजिश के तहत फंसाने, सांसद को जान मारने की धमकी देने, एयरपोर्ट के अधिकारी पर अपने रसूख का धौंस दिखाने, सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करते हुए कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाया है. सांसद डॉ निशिकांत ने आरोप लगाया है कि डीआरडीओ के जिस प्रतिबंधित क्षेत्र में डीसी प्रवेश किये थे, वहां जाने की अनुमति पीएमओ से ही मिल सकती है. जब एयरपोर्ट के निदेशक ने उन्हें समझाने का प्रयास किया तो उन्होंने उन पर धौंस जमाया. सांसद ने भजंत्री पर झारखंड पुलिस को उकसाने का भी आरोप लगाया है.