भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) हजारीबाग की टीम ने बुधवार को नगर पर्षद झुमरीतिलैया के सिटी मैनेजर प्रशांत भारतीय को घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया. सिटी मैनेजर अपने कार्यालय कक्ष में ही एक विज्ञापन एजेंसी के प्रतिनिधि से 25 हजार रुपये घूस ले रहे थे, तभी एसीबी की टीम ने उन्हें धर दबोचा.
इस दौरान एसीबी की टीम और सिटी मैनेजर के बीच हाथापाई थी हुई. एसीबी की टीम सिटी मैनेजर को अपने साथ हजारीबाग ले गयी है. राजीव लोचन सिंह विद्यार्थी (पिता-वीरेंद्र प्रसाद सिंह, निवासी-परसाबाद) ने एसीबी हजारीबाग के एसपी को आवेदन देकर सिटी मैनेजर प्रशांत भारतीय के संबंध में शिकायत की थी.
श्री विद्यार्थी की एजेंसी ‘मेसर्स गायत्री इंटरप्राइजेज’ नगर पर्षद क्षेत्र में विज्ञापन बोर्ड लगा कर विभिन्न कंपनियों तथा प्रतिष्ठानों का प्रचार-प्रसार करती है. इसके लिए उनकी एजेंसी और कार्यपालक पदाधिकारी के बीच एकरारनामा हुआ था, जो 31 जनवरी 2024 तक मान्य था. हालांकि, तय समय से पहले ही पर्षद ने एकरारनामा रद्द कर नयी नियमावली बना दी, जिसका विज्ञापन जनवरी 2023 में विभिन्न समाचार पत्रों में प्रकाशित भी किया गया़.
श्री विद्यार्थी ने एक फरवरी 2023 को दोबारा अपनी एजेंसी का पंजीकरण कराया़. दोबारा विज्ञापन कार्य शुरू करने के लिए उन्होंने कार्यालय को पहला प्रस्ताव दो फरवरी 2023 को, जबकि दूसरा प्रस्ताव 11 मार्च 2023 को दिया. लेकिन, सिटी मैनेजर प्रशांत भारतीय उनकी फाइल आगे बढ़ाने के एवज में 50 हजार रुपये घूस मांगने लगे. वे घूस मांगने के लिए कोड वर्ड ‘लुब्रिकेंट’ का इस्तेमाल करते थे. शिकायत के आलोक में एसीबी हजारीबाग ने पांच सितंबर 2023 को (कांड संख्या 08/23) केस दर्ज किया़ जांच के दौरान मामला सही पाया गया. इसके बाद सिटी मैनेजर को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया गया.