नीलेश मुखिया हत्याकांड के मामले में सीसीटीवी की जांच और गिरफ्तार शूटर राजा व शहनवाज से पुलिस को एक अहम जानकारी मिली है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नीलेश मुखिया की हत्या के लिए दो माह पहले लाल रंग की थार के मालिक ने 10 लाख रुपये शूटरों को दिये थे. हत्या वाले दिन यानि 31 जुलाई को भी नीलेश के घर के आसपास लाल रंग की थार खड़ी थी, जिसमें दो लोग सवार थे. वहीं कार्यालय के बाहर सफेद रंग की एक एसयूवी खड़ी थी, जिसमें रेकी करने वाले लोग बैठे थे. उसी में एक काले रंग का चश्मा पहने हुए शख्स बार-बार शूटरों को लोकेशन बता रहा था. वहीं दूसरी ओर पाटलिपुत्र थाने को एक से दो दिनों में कुर्की-जब्ती के लिए वारंट मिल जायेगा.
मिली जानकारी के अनुसार दो बाइकों से चार शूटर इमरान, क्योस, राजा और अरबाज ने नीलेश पर सात गोलियां चलायी थीं. अंतिम में राजा ने नजदीक जाकर एक नीलेश के सिर में एक गोली मारी और वहीं गोली फंसी रह गयी, जिस वजह से नीलेश की मौत हो गयी. सूत्रों ने बताया कि एसयूवी कार के मालिक से पूछताछ की है. कार मालिक ने बताया कि उसका परिचित उस दिन कार काे ले गया था. मालूम हो कि इस मामले में आठ शूटर व लाइनर शामिल हैं.
बताते चलें कि पटना पुलिस नीलेश मुखिया हत्याकांड मामले में फरार नामजद आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. हत्याकांड के मुख्य आरोपित तीनों भाइयों पप्पू, धप्पू और गोरख राय के घर पर पाटलिपुत्र थाने की पुलिस ने इश्तेहार चिपका दिया. सूत्रों का कहना है कि नीलेश मुखिया हत्याकांड का मुख्य आरोपी पप्पू, धप्पू और गोरख राय घटना को अंजाम देने के बाद नेपाल में हैं. पुलिस सूत्रों का कहना है कि इसकी भनक लगने के बाद पटना पुलिस भी वहां रवाना हुई है. लेकिन इसकी पटना पुलिस के किसी अधिकारी ने पुष्टि नहीं की है. बताते चलें कि नीलेश की हत्या के बाद आस पास के लोगों ने स्वतः अपनी दुकानों को बंद कर विरोध जताया था.
पाटलिपुत्र थानेदार एसके शाही ने कहा कि तीनों के घर पर इश्तेहार चिपका दिया गया है. ढोल-नगाड़ा बजाते हुए पुलिस मौके पर पहुंची और सभी के सामने कोर्ट से निर्गत नोटिस को पढ़ा गया. इसके बाद उसे घर पर चिपका दिया. दीघा थाना क्षेत्र के कुर्जी गेट नंबर 65 स्थित घर पर इस दौरान भारी संख्या में लोगों की भीड़ लग गयी. इसके अलावा पुलिस ने कुर्जी मोड़ पर भी ढोल-नगाड़ा बजाकर तीनों के विरुद्ध नोटिस पढ़ा. इश्तेहार चिपकने के बाद भी अगर तीनों भाई कोर्ट में सरेंडर नहीं करते हैं या गिरफ्तार नहीं होते हैं, तो तीनों के खिलाफ पुलिस कोर्ट से कुर्की-जब्ती का वारंट लेगी और घर की कुर्की करेगी.
पटना पुलिस की विशेष टीम शूटरों की गिरफ्तारी के लिए कोलकाता सहित बिहार के सीमावर्ती इलाकों में छापेमारी कर रही है. मालूम हो कि दो दिन पहले पाटलिपुत्र थाने की पुलिस ने पटना सिटी इलाके में छापेमारी कर शूटर अरवाज की गर्लफ्रेंड को हिरासत में लिया था. गर्लफ्रेंड से पुलिस ने पूछताछ की. जांच में यह बात आयी कि अरवाज फरारी के दौरान भी गर्लफ्रेंड से वाट्सएप कॉल के जरिये बात करता था. इसके अलावा गर्लफ्रेंड ने कई सारी बातें बतायी हैं. मोबाइल में भी कई सारे साक्ष्य मिले हैं. पुलिस ने मोबाइल जब्त कर लिया है और पूछताछ के बाद युवती को छोड़ दिया गया है.
इस बीच 14 अगस्त को पुलिस ने घटना में शामिल दो शूटरों मो राजा और शहनवाज को गिरफ्तार किया था. इस हत्याकांड के सात आरोपित अब भी फरार चल रहे हैं. जांच में खुलासा हुआ कि हत्या की सुपारी इमरान ने ली थी. इसके बाद इमरान, उसका भाई क्योस खान, अरवाज, अजहर, मो मुन्ना और शहनवाज ने घटना को अंजाम दिया था. पुलिस खुलासा कर चुकी है कि इमरान को पप्पू, धप्पू और गोरख ने ही 10 लाख की सुपारी दी थी.