नई दिल्ली : अगर आप बेंगलुरु और चेन्नई का अक्सर सफर करते हैं, तो आपके लिए महत्वपूर्ण खबर है और वह यह है कि इस साल के दिसंबर या फिर 2024 के जनवरी महीने तक बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे चालू कर दिया जा सकता है. सबसे बड़ी बात यह है कि इस एक्सप्रेसवे के चालू हो जाने के बाद बेंगलुरु से चेन्नई तक का सफर केवल दो घंटे में पूरा हो सकता है. केंद्रीय सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की ओर से नए एक्सप्रेसवे का निर्माण पूरा होने के करीब होने पर लोगों को भरोसा दिया है. नए एक्सप्रेसवे की प्रगति की समीक्षा के लिए तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई की यात्रा के दौरान गडकरी ने कहा कि इस एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य पूरा हो जाने के बाद बेंगलुरु से चेन्नई के बीच सड़क मार्ग से यात्रा करने में राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) 48 के माध्यम से लगने वाले सात घंटों के बजाय केवल दो घंटे लगेंगे.
17000 करोड़ रुपये की लागत से हो रहा निर्माण
मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे को नेशनल एक्सप्रेसवे-7 या एनई-7 के नाम से भी जाना जाएगा. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की ओर से करीब 17,000 करोड़ रुपये की लागत से यह एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है और यह दोनों शहरों के बीच 285 किलोमीटर की दूरी तय करेगा. यह कर्नाटक में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की आगामी परियोजनाओं का हिस्सा है, जिनकी कुल दूरी 8,005 किलोमीटर है और ये करीब दो लाख करोड़ रुपये की लागत से बनाए जा रहे हैं. केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे चार लेन का होगा, जिसके दोनों तरफ अलग-अलग सर्विस लेन होंगी. यह दक्षिणी राज्यों के दो प्रमुख शहरों के बीच पहले प्रमुख सड़क नेटवर्क में से एक है.
120 किलोमीटर प्रति घंटे होगी गति सीमा
बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे पर हल्के वाहनों के लिए गति सीमा 120 किमी प्रति घंटे होगी. इससे दोनों शहरों के बीच की दूरी लगभग 40 किलोमीटर कम हो जाएगी और यात्रा का समय घटकर केवल दो घंटे 15 मिनट रह जाएगा. गडकरी ने कहा कि बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेस हाईवे इस साल के दिसंबर या जनवरी 2024 तक शुरू हो जाएगा. इसलिए, आप इस सेक्टर में लग्जरी बसें और स्लीपर कोच लॉन्च कर सकते हैं.
बेंगलुरु के होसकोटे से श्रीपेरुम्बु में होगा समाप्त
बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे बेंगलुरु के होसकोटे से शुरू होगा और तमिलनाडु राज्य की राजधानी के पास श्रीपेरुम्बु पर समाप्त होगा. एक्सप्रेसवे श्रीपेरंबुदूर के रास्ते में कर्नाटक के बंगारपेट, आंध्र प्रदेश के पालमनेर और चित्तूर से होकर गुजरेगा. एक्सप्रेसवे का निर्माण दो चरणों में किया जा रहा है. एक्सप्रेसवे का लगभग 85 किलोमीटर हिस्सा आंध्र प्रदेश से होकर गुजरेगा. यह पालमनेर आरक्षित वन क्षेत्र और कौंडिन्य वन्यजीव अभयारण्य जैसे पर्यावरण-संवेदनशील क्षेत्रों से भी गुजरेगा.
दिसंबर-जनवरी में शुरू हो जाएगी 258 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे
बेंगलुरु-चेन्नई एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में है और यह इस साल के दिसंबर या फिर जनवरी 2024 में शुरू हो जाएगा. इसे राष्ट्रीय एक्सप्रेसवे-7 (NE-7) के नाम से भी जाना जाएगा. यह एक निर्माणाधीन 258 किमी (160 मील) लंबा, 4-लेन एक्सेस-नियंत्रित एक्सप्रेसवे है. यह कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु और तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के बीच के सफर को 2 घंटे 15 मिनट पूरा कराएगा.
बेंगलुरु से चेन्नई से जाने वाली कौन है सबसे बेहतरी सड़क
अब अगर हम बेंगलुरु से चेन्नई वाली प्रमुख सड़ की बात करें, तो इन दोनों शहरों की यात्रा करने वाले अधिकांश लोग कृष्णागिरि से होकर जाने वाली सड़क को पसंद करते हैं, क्योंकि यह ड्राइव करने के लिए एक शानदार सड़क है. बेंगलुरु से चेन्नई की दूरी लगभग 340 किलोमीटर (210 मील) है और इसमें 9 घंटे तक का समय लगता है. यदि आप 100-110 की निरंतर गति पर बिना रुके गाड़ी चला रहे हैं, तो आप कम से कम 4.5 घंटे में चेन्नई के बाहरी इलाके तक पहुंच सकते हैं.
बेंगलुरु से चेन्नई जाने पर कितना लगता है टोल चार्ज
बेंगलुरु से चेन्नई के बीच टोल प्लाजा की कुल लागत 455 रुपये है. इस मार्ग पर 7 टोल गेट हैं और कुल दूरी 346 किलोमीटर है. यात्रा में 6 घंटे 52 मिनट लगते हैं. यदि रास्ते में स्टेट हाइवे और एक्सप्रेसवे हैं, तो कुछ अतिरिक्त टोल प्लाजा हो सकते हैं. बेंगलुरु से चेन्नई के लिए न्यूनतम हवाई किराया 2217 रुपये है. बस किराया 380 रुपये से शुरू होता है और 750 रुपये तक जा सकता है.