नौ और दस सितंबर को होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन को लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दुनिया के दिग्गज नेता जुट चुके हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत भाषण के साथ जी20 शिखर सम्मेलन की शुरुआत शनिवार को हुई. पीएम मोदी ने जी-20 शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए देश का नाम लेते समय ‘भारत’ शब्द का इस्तेमाल किया. पढ़ें पीएम मोदी ने स्वागत भाषण में क्या कहा…
प्रधानमंत्री मोदी ने अफ्रीकी देश में आए भीषण भूकंप का जिक्र करते हुए कहा कि दुख की इस घड़ी में पूरी दुनिया मोरक्को के साथ है, हम हर संभव मदद करने को तैयार हैं.
जी20 शिखर सम्मेलन के स्वागत भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोविड-19 महामारी के बाद दुनिया विश्वास की कमी से जूझ रही है तथा युद्ध ने इसे और गहरा कर दिया है.
पीएम मोदी ने कहा कि हम ऐसे दौर में जी रहे हैं, जब सदियों पुरानी समस्याएं जवाब मांग रही हैं, हमें मानव-केंद्रित दृष्टिकोण के साथ अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने की जरूरत है.
प्रधानमंत्री मोदी ने दो दिवसीय जी20 शिखर सम्मेलन के पहले दिन कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास’ की अवधारणा दुनिया का मार्गदर्शन कर सकती है.
पीएम मोदी ने कहा कि अगर हम कोविड-19 को हरा सकते हैं, तो हम युद्ध के कारण पैदा हुई विश्वास की कमी को भी दूर कर सकते हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह भारत में लोगों का जी20 बन गया है, 60 से अधिक शहरों में 200 से अधिक कार्यक्रम आयोजित किए गए. भारत जी20 के अध्यक्ष के रूप में पूरी दुनिया से विश्वास की कमी को एक-दूसरे पर भरोसे में तब्दील करने की अपील करता है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अब समय आ गया है कि वैश्विक भलाई के लिए हम सब साथ मिलकर चलें. उन्होंने कहा कि भारत की जी20 अध्यक्षता देश के अंदर और बाहर, दोनों जगह समावेश का प्रतीक बन गई है.
पीएम मोदी ने कहा कि भारत अफ्रीकी संघ को जी20 का स्थायी सदस्य बनाने का प्रस्ताव रखता है, मुझे विश्वास है कि सभी सदस्य इस प्रस्ताव से सहमत होंगे.
प्रधानमंत्री मोदी ने शिखर सम्मेलन में विश्व नेताओं की तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा कि मैं आप सभी के समर्थन से अफ्रीकी संघ को जी20 में शामिल होने के लिए आमंत्रित करता हूं.