सिकिदिरी (रांची), अनिल: रांची जिले के सिकिदिरी थाना क्षेत्र की हरातु पंचायत के ढेलुवाखुटा निवासी उमेश मुंडा (27 वर्ष), पिता दुबे मुंडा की हत्या सिकिदिरी निवासी नीलकंठ प्रसाद (पिता स्व वाल्मीकि प्रसाद) ने बल्ब चोरी के आरोप में घर से लाकर डंडे से पीट-पीट कर कर दी. घटना शुक्रवार सुबह की बतायी जा रही है. ग्रामीणों ने प्रशासन से तीस लाख रुपए मुआवजा व सरकारी नौकरी की मांग को लेकर सड़क जाम की. ग्रामीणों ने ओरमांझी-गोला सड़क को जाम रखा था. आरोपी नीलकंठ प्रसाद ने सिकिदिरी थाने में आत्मसमर्पण कर दिया है. इधर, पीड़ित परिवार को 30 हजार रुपये की आर्थिक मदद की गयी. ग्रामीण व जनप्रतिनिधि सिकिदिरी थाना प्रभारी व थाने के मुंशी को तत्काल निलंबित करने की मांग पर अड़े हुए थे. काफी मशक्कत के बाद आश्वासन पर सड़क जाम को हटाया गया. सिल्ली डीएसपी क्रिस्टोफर केरकेट्टा व ओरमांझी इंस्पेक्टर ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि आप लोगों की मांग पूरी की जाएगी. इधर, मृतक के परिजनों को तत्काल दाह संस्कार के लिए 30 हजार रुपए की सहयोग राशि दी गई.
थाने ले जाने के नाम पर घर लाकर मार डाला
जानकारी के अनुसार नीलकंठ प्रसाद के यहां से एलईडी बल्ब चोरी के आरोप में उमेश मुंडा के घर जाकर नीलकंठ प्रसाद ने शुक्रवार की सुबह डंडे से मारते हुए थाने ले जाने के नाम पर अपने घर लाकर पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी. जब उमेश का चचेरा भाई उमेश को खोजते-खोजते नीलकंठ के घर पहुंचा. घर पहुंचने के बाद अपने भाई के बारे पूछा तो नीलकंठ ने बोल दिया कि वह घर चला गया है. संतुष्टि नहीं होने पर नीलकंठ के घर की बारी की तरफ देखने गया तो देखा कि उमेश का शव ओल की झाड़ी में पड़ा हुआ है.
बबलू मुंडा को भी नीलकंठ ने डंडे से मारा था
इसकी सूचना उसने सिकिदिरी पुलिस को दी. सिकिदिरी पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है. इधर, ग्रामीणों को सूचना मिलने के बाद ओरमांझी-गोला सड़क को शनिवार की सुबह से जाम कर दिया गया है. ग्रामीणों ने बताया कि उमेश के साथ एक और युवक बबलू मुंडा को नीलकंठ ने डंडे से मारा था, जिससे बबलू अचेत हो गया था. ग्रामीणों ने बबलू को अस्पताल में भर्ती कराया. होश आने के बाद बबलू ने घटना की जानकारी ग्रामीणों को दी.
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आरोपी नीलकंठ प्रसाद ने किया सरेंडर
इधर, ग्रामीणों ने प्रशासन से तीस लाख रुपए मुआवजा व सरकारी नौकरी की मांग की है. इसके साथ ही आरोपी को सामने लाने की मांग को लेकर सुबह ग्यारह बजे से शाम 5:30 बजे तक ओरमांझी-गोला सड़क को जाम कर रखा था. आरोपी नीलकंठ प्रसाद ने सिकिदिरी थाना में आत्मसमर्पण कर दिया है.
सिकिदिरी थाना प्रभारी व मुंशी को निलंबित करने की मांग
ग्रामीण व जनप्रतिनिधि सिकिदिरी थाना प्रभारी व थाने के मुंशी को तत्काल निलंबित करने की मांग पर अड़े हुए थे. सिल्ली डीएसपी क्रिस्टोफर केरकेट्टा व ओरमांझी इंस्पेक्टर ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि आप लोगों की मांग पूरी की जाएगी. इधर, मृतक के परिजनों को तत्काल दाह संस्कार के लिए 30 हजार रुपए की सहयोग राशि दी गई. इसमें विधायक राजेश कच्छप के सलाहकार रमेव उरांव, तुलसी खरवार, पंचू तिर्की ने 10 हजार, थाना प्रभारी ने दस हजार, वहीं सीआई ने 10 हजार रुपये की सहयोग राशि दी.
आश्वासन के बाद हटा जाम
जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों ने मांग की है कि आरोपी को फांसी की सजा होनी चाहिए. आश्वासन मिलने के बाद ओरमांझी-गोला सड़क से जाम हटाया गया. मौके पर मुआवजे की मांग को लेकर सुबह से सड़क पर कांके प्रमुख सोमनाथ मुंडा, जैलेंद्र कुमार प्रसाद, रामपोदो महतो, राजेश पाहन, श्रवण कुमार मुंडा, अजगुत करमाली, निर्मल करमाली, कमलेश पाहन सहित सैकड़ों ग्रामीण शामिल थे.