Steel Production: भारत ने कैलेंडर साल 2023 की पहली छमाही (जनवरी- जून) में 6.61 करोड़ टन कच्चे इस्पात का उत्पादन किया है. यह पिछले साल की समान अवधि की तुलना में पांच प्रतिशत अधिक है. शोध फर्म स्टीलमिंट के अनुसार, यही रुझान साल की दूसरी छमाही में भी रहने की संभावना है. कंपनी ने बताया कि घरेलू उद्योग ने 2022 की समान अवधि में 6.3 करोड़ टन कच्चे इस्पात का उत्पादन किया था. उसने कहा कि उत्पादन में वृद्धि मुख्य रूप से क्षमता के बेहतर उपयोग के साथ-साथ प्रमुख भारतीय कंपनियों द्वारा क्षमता बढ़ाने के कारण हुई है.
Steel Production: स्टीलमिंट के अनुसार, इनसे 2023 की दूसरी तिमाही में भी उत्पादन वृद्धि को बढ़ावा मिलता रहेगा. उसने कहा कि पहली छमाही में घरेलू स्तर पर इस्पात की खपत भी सालाना आधार पर 11 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 5.84 करोड़ टन पर पहुंच गई, जो 2022 की पहली छमाही में 5.27 करोड़ टन थी.
Steel Production: इस्पात के निर्यात में जनवरी से जून तक 30 प्रतिशत गिरावट आई क्योंकि चीन ने इस्पात का निर्यात बढ़ा दिया है. स्टीलमिंट ने कहा कि भारत का इस्पात निर्यात 2022 की पहली छमाही में दर्ज 67 लाख टन से घटकर 2023 की पहली छमाही में 47.4 लाख टन रह गया. निर्यात में गिरावट का कारण मुख्य रूप से चीन से सस्ती उपलब्धता और पारंपरिक आयात बाजारों की कमजोर मांग थी.
Steel Production: भारत इस्पात उत्पादन में चीन के बाद दूसरे स्थान पर है. भारत में विश्व में कुल उत्पादित स्टील का केवल 6.6 फीसदी स्टील का ही उत्पादन होता है. जबकि, स्टील के सबसे बड़े उत्पादक देश चीन में विश्व के कुल स्टील का 53.9 फीसदी हिस्से का निर्माण होता है.
Also Read: Adani Group ने शुरू की नुकसान के भरपाई की कोशिश, अपने समूह की दो कंपनियों में बढ़ाई हिस्सेदारीSteel Production: स्टील उत्पादकों के लिस्ट में तीसरे नंबर पर जिस देश का नाम है वह है जापान. यह कुल 4.8 फीसदी स्टील का उत्पादन होता है. जबकि, लिस्ट में चौथे स्थान पर अमेरिका है. वहां विश्व के 4.3 फीसदी स्टील का उत्पादन होता है. वहीं, 3.8 फीसदी स्टील उत्पादन के साथ रूश पांचवे स्थान पर काबिज है.
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