आगरा. ताजनगरी में तीन दिवसीय ज्वेलरी एक्सपो का आयोजन किया गया है. इस ज्वेलरी एक्सपो में जहां एक तरफ सोने और चांदी से बने हुए तमाम आइटम लोगों को काफी लुभा रहे हैं. वहीं गुजरात के आभूषण विक्रेताओं द्वारा बनाई गई चांदी की विशाल पायल और करधनी लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. 12 किलो की पायल और 7 किलो की करधनी वैसे तो आमतौर पर लोग पहन नहीं पाते. लेकिन वही इसे देखने के बाद प्रदर्शनी में आने वाले लोग अचानक ही अपने कदम स्टॉल पर रोक लेते हैं.
आगरा के फतेहाबाद रोड पर स्थित राजदेवम में तीन दिवसीय ज्वेलरी एक्सपो का आयोजन किया गया है. इस एक्सपो का आयोजन आगरा सराफा एसोसिएशन और ऑल इंडिया ज्वेलर्स एक्सपो द्वारा किया गया है. जिसमें बी2बी ज्वेलरी प्रदर्शित की जा रही है. जहां सोने और चांदी से बने हुए तमाम तरह के आइटम लोगो को देखने को मिल रहे हैं. साथ ही इस प्रदर्शनी से ज्वेलरी के व्यापार को बढ़ावा मिल रहा है. करीब 92 से ज्यादा ब्रांड इस एक्सपो में भाग ले रहे हैं और तीन दिवसीय एक्सपो में करीब 5000 करोड़ रुपए के व्यापार की उम्मीद जताई जा रही है.
ताजनगरी में दूसरी बार b2b ज्वेलरी प्रदर्शनी का सफल आयोजन बता रहा है कि उत्तर प्रदेश विकास कर रहा है. कुछ वर्ष पहले तक उत्तर प्रदेश की किसी शहर में चांदी सोने की प्रदर्शनी के आयोजन की कल्पना भी करना मुश्किल था. आगरा सराफा एसोसिएशन व ऑल इंडिया ज्वेलर्स एक्सपो की तीन दिवसीय b2b ज्वेलरी प्रदर्शनी के उद्घाटन पर मुख्य अतिथि विजय शिवहरे ने यह बात कही. प्रदर्शनी का शुभारंभ उन्होंने फीता काटकर किया और कहा कि एशिया की सबसे बड़ी चांदी की मंडी में आज ज्वेलरी के मैन्युफैक्चरर, थोक व खुदरा व्यापारी एक मंच पर एकत्रित हुए हैं. जिससे व्यापार में विकास के साथ शहर का विकास भी होगा. आगरा में आयोजित की गई इस प्रदर्शनी में वैसे तो तमाम आइटम लोगों को लुभा रहे हैं. लेकिन कुछ ऐसी आइटम ऐसे भी हैं जो प्रदर्शनी में आने वाले मैन्युफैक्चर, होलसेलर और रिटेलर के लिए आकर्षण का केंद्र बन रहे हैं.
ज्वेलरी प्रदर्शनी में जेजे आर्नामेंट राजकोट गुजरात द्वारा लगाई गई स्टॉल में पैर में पहनने वाली पायल और कमर में बांधी जाने वाली करधनी प्रदर्शनी में आने वाले लोगों को अपनी तरफ खींच रही है. इसका कारण है इनका आकार. जेजे आर्नामेंट के ऑथराइज्ड डिस्ट्रीब्यूटर चैन फाउंडेशन ऑफ़ आगरा ने यह पायल बनाई है. यह पायल 12 किलो चांदी से तैयार की गई है. जिसके साथ उसमें नग का भी प्रयोग किया गया है. और इस पायल को बनाने के लिए 20 से 25 कारीगरों ने करीब 1 महीने की कड़ी मेहनत की है. हालांकि लोग जब इस पायल को देख रहे हैं तो उनका कहना है कि यह पायल किसी इंसान के नहीं बल्कि हाथी जैसे जानवर के पैर में ही फिट बैठ पाएगी.
वहीं दूसरी तरफ जेजे आर्नामेंट के ऑथराइज्ड डिस्ट्रीब्यूटर पार्थ सिल्वर आर्ट द्वारा महिलाओं द्वारा कमर पर पहने जाने वाली विशाल करधनी बनाई है. जो पूरी तरह से चांदी से तैयार हुई है और इसमें चांदी के साथ मीना, चैन और सी जेट माइक्रो का प्रयोग कर इसे सजाया गया है. इसका वजन करीब 7 किलो है और इसे 25 कारीगरों द्वारा सवा महीने में तैयार किया गया है. स्टॉल पर मौजूद महिला मॉडल द्वारा यह करधनी कमर में पहन कर लोगों को दिखाई जा रही है. हालांकि लोगों का कहना है कि आमतौर पर किसी भी महिला द्वारा इतनी भारी करधनी ज्यादा समय तक नहीं पहनी जा सकती. आभूषण विक्रेता जितेंद्र जौहरी ने बताया कि हम काफी समय से ज्वेलरी एक्सपो की तैयारी में लगे हुए थे. हमने सोचा कि कुछ ऐसा तैयार किया जाए जिसे देखकर लोग हमारे स्टॉल पर आकर्षित हो. इसके लिए हमने 12 किलो की पायल और 7 किलो की करधनी बनाई है. करीब सवा महीने की कड़ी मेहनत और लगभग 100 कारीगरों द्वारा यह दोनों आइटम तैयार किए गए हैं.
Also Read: Ghosi Bypoll Result : 327 मतदान केंद्र पर हारी भाजपा, मुस्लिम क्षेत्र में बूथ प्रबंधन फेल, 10 से कम वोटआगरा सर्राफा एसोसिएशन के अध्यक्ष नितेश अग्रवाल ने संगठन की ओर से सरकार से चांदी के उत्पादों को ओडीओपी में शामिल करने की मांग रखी। साथ ही आगरा में सीएफटी की मांग की। जिससे कच्चे माल की आपूर्ति नई तकनीक व ट्रेनिंग सेंटर तैयार कर चांदी के व्यापार को और विकसित कर संगठित रूप से खड़ा किया जा सके. राजदेवम में लगाई गई प्रदर्शनी में पिछले वर्ष की तुलना में दोगुनी स्टॉल लगी हुई है. इसमें मुख्यता उत्तर प्रदेश सहित दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, राजकोट, हैदराबाद, कर्नाटक आदि के मैन्युफैक्चरर आए हैं. प्रदर्शनी में पहले दिन 3000 से अधिक विजिटर पहुंचे. 11 सितंबर को प्रदर्शनी सुबह 10:00 बजे से 5:00 बजे तक चलेगी और 12 सितंबर को शाम 6:00 बजे प्रदर्शनी का समापन होगा.