Pitru Paksh Mela 2023: भगवान विष्णु की पावन नगरी मोक्ष धाम यानी गयाजी में इस बार 28 सितंबर से 14 अक्तूबर तक आयोजित हो रहे राजकीय पितृपक्ष मेला के सफल आयोजन के लिए जोर-शोर से तैयारी चल रही है. मेला क्षेत्र में सुरक्षा, टेंट, लाइटिंग, हेल्थ और बिजली सहित अन्य व्यवस्थाएं प्रशासन की तरफ से की जा रही है. इसे लेकर जिला के डीएम, नगर आयुक्त, पुलिस अधिकारी आए दिन मेला क्षेत्र में किए जा रहे कार्यों का निरीक्षण कर जरूरी निर्देश दे रहे हैं.
मेले में लगाये जायेंगे छह हजार पुलिसकर्मी
इस बार मेले में सुरक्षा के लिए करीब छह हजार पुलिसकर्मियों को लगाया जायेगा. इसमें गया जिला पुलिस बल के करीब 3000 पुलिसकर्मी होंगे. इसके अलावा 3000 पुलिसकर्मी पुलिस मुख्यालय व दूसरे जिलों से आयेंगे. इन सभी पुलिसकर्मियों को 17 दिनों तक गया शहर व आसपास ठहराने को लेकर 23 बिल्डिंगों को चिह्नित किया गया है.
23 जगहों पर पर बनाया जायेगा आवासन
डीएम डॉ त्यागराजन ने आवास कोषांग की बैठक की. जहां उन्होंने कहा कि विभिन्न जिलों से आने वाले पुलिसकर्मियों के ठहरने को लेकर 23 स्थल चिह्नित किये गये हैं. इसमें छह हजार पुलिस के जवान आवासन करेंगे. टेंट सिटी में आवासन की क्षमता को बढ़ा कर 2500 किया गया है. इसके अलावा निगमा मोनेस्ट्री बोधगया में 2400 आवासन क्षमता रखी गयी है. सामुदायिक भवन एवं अन्य आवासन हेतु 41 अवसान स्थल में 10050 आवासन क्षमता किया गया है. इसके अलावा 63 की संख्या में होटलों व रेस्ट हाउसों को चिह्नित किया गया हैं, जहां 3452 यात्री आवासन करेंगे.
शहर में 60946 लोगों की ठहरने की व्यवस्था
इसके साथ ही 368 पंडा के निजी भवन व धर्मशाला चिह्नित किया गए हैं, जहां 36544 यात्री आवासन करेंगे. शहर में कुल 497 स्थानों को चिह्नित कर उसमें 60946 लोगों की ठहरने की व्यवस्था की गयी है. इसके अलावा बोधगया के विभिन्न मोनेस्ट्रियों से संपर्क स्थापित किया जा रहा है, जहां तीर्थयात्री को ठहराया जा सकेगा.
आवासन स्थलों के फिजिकल वेरिफिकेशन के निर्देश
डीएम ने सभी संबंधित आवासन स्थलों को वरीय उप समाहर्ता द्वारा टीम बनाकर फिजिकल वेरिफिकेशन करवाने में तेजी लाने का निर्देश दिया इसमें पेयजल की व्यवस्था, शौचालय, बिजली की व्यवस्था इत्यादि बिंदुओं पर प्राथमिकता रहेगी. फिजिकल वेरीफिकेशन के दौरान यदि कुछ खामियां रहने पर तुरंत संबंधित अभियंता तथा पदाधिकारी द्वारा मरम्मत कराये.
प्राइवेट आवासन स्थल का दर निर्धारण करने का दिया निर्देश
डीएम ने कहा कि प्राइवेट घर तथा धर्मशाला जहां तीर्थयात्री को विभिन्न पंडा समाज द्वारा तीर्थ यात्रियों को ठहराते हैं, उन सभी स्थलों का भी फिजिकल वेरिफिकेशन ्करवाने का निर्देश दिया. साथ ही उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि किसी तीर्थ यात्रियों को किसी प्रकार का कोई परेशानी नहीं हो, इसके लिए अभी सभी प्राइवेट आवासन स्थल का दर निर्धारण किया जाये, ताकि निर्धारित दर से अधिक पैसा किसी भी तीर्थ यात्री से नहीं लिया जा सके.
आवासन स्थलों की जानकारी वेबसाइट पर करें अपलोड
डीएम ने कहा कि आवासन स्थल से संबंधित सभी जानकारियां पदाधिकारियों का दूरभाष संख्या, होटल का नाम व धर्मशाला का नाम इत्यादि जिले के वेबसाइट पर अपलोड कराये, ताकि तीर्थ यात्रियों को जानकारी आसानी से मिल सके. इसके अलावा सभी आवासन स्थलों में हेल्प यू काउंटर रहेगा, उसमें यात्रियों की सहायता हेतु जन सम्पर्क विभाग द्वारा मुद्रित ब्रोसियर उपलब्ध रखा जायेगा.
आवासन स्थलों पर जलजमाव की समस्या को दूर करने का दिया निर्देश
डीएम ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि किसी भी आवासन स्थल में जल जमाव नहीं रहे. इसके लिए पूरी व्यवस्था रखें. पानी निकासी हेतु नामित टीम रखें. आवासन स्थल पहुंच हेतु रास्ता समतल रखे. टॉयलेट्स की टंकी को साफ करवा लें. दरवाजा एवं टॉयलेट्स की मरम्मत के साथ पेंट करवाने का कार्य तेजी से पूर्ण कराये. डीएम ने वरीय उप समाहर्ता अभिषेक कुमार को निर्देश दिया कि प्रत्येक आवासन स्थल में कितने बेड एवं कितने संख्या में पंखा की आवश्यकता है, इसका आकलन कर लें तथा उसे तेजी से लगवाने का कार्य करें.
आवासन बने सरकारी स्कूलों के बच्चों की पढ़ाई दूसरे स्कूलों में कराये
डीएम ने जिला शिक्षा पदाधिकारी राजदेव राम को स्पष्ट निर्देश दिया कि पितृपक्ष मेला क्षेत्र में सरकारी आवासन के लिए प्रयोग में लिए जाने वाले वैसे सरकारी विद्यालय जहां पठन-पाठन का कार्य बंद रहता है, उन सभी विद्यालयों को किसी दूसरे विद्यालयों के साथ टैग करें ताकि पठन-पाठन का कार्य सुचारु रूप से चलता रहे. इस बैठक में कई थानों के थानाध्यक्ष सहित विभिन्न विभागों के वरीय अधिकारी मौजूद थे.
पितृपक्ष को लेकर डीएम के आदेश पर होटलों की जांच शुरू
पितृपक्ष मेला के अवसर पर मेला क्षेत्र के विभिन्न प्राइवेट होटलों व गेस्ट हाउसों का औचक जांच करने का निर्देश डीएम डॉ त्यागराजन ने पुलिस पदाधिकारियों को दिया है. डीएम के आदेश के आलोक में पितृपक्ष मेला क्षेत्र में मौजूद होटलों व गेस्ट हाउसों की जांच संबंधित थाने की पुलिस पदाधिकारियों के द्वारा शुरू कर दी गयी है. संबंधित होटल में कितने कमरे हैं. फिलहाल वहां कौन-कौन ठहरे हुए हैं. ठहरनेवाले लोगों के बारे होटल के किस रजिस्टर में क्या-क्या दर्ज किया जाता है. होटल में सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है या नहीं, इन्हीं बिंदुओं पर पुलिस पदाधिकारी छानबीन करने में जुटे हैं. इस मामले में सिटी एसपी ने बताया कि लगातार होटलों व गेस्ट हाउसों की जांच की जायेगी.
प्रतिदिन मेला क्षेत्र का जायजा लेने का इंजीनियरों को निर्देश
नगर आयुक्त अभिलाषा शर्मा ने इंजीनियरों के साथ बैठक कर उन्हें निर्देश दिया कि मंगलवार से प्रतिदिन सुबह में सभी कार्यों का निरीक्षण करें. इस दौरान कहीं पर त्रुटियां मिलती हैं, तो अविलंब उसे दूर कराया जाये. पितृपक्ष मेले को देखते हुए समय रहते सारी त्रुटियों को दूर कर लिया जाये. इसमें किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी. उन्होंने कहा कि नगर निगम कार्यालय में पंडा समाज की आरे आवेदन देकर जगह-जगह की कमियों को बताया जा रहा है. इसके साथ ही मेला को लेकर समाचार पत्रों में भी कमियों को दिखाया जा रहा है. जांच कर तुरंत ही कमियों को दूर कर लिया जाये.
इन चीजों पर विशेष ध्यान देने का निर्देश
नगर आयुक्त ने कहा कि रोड, नाली, नाली के ढक्कन आदि पर विशेष ध्यान दिया जाये. पितामहेश्वर में टूटे टाइल्स की मरम्मत एवं रिजर्व से एक नाली स्लैब रखा जाये. अक्षयवट के पास नाली कल्वर्ट व पथ की मरम्मत के संबंध में जल संसाधन विभाग की ओर से काम कराया जा रहा है. नगर आयुक्त ने कहा कि रुक्मिणी तालाब जाने वाले मार्ग में नाली के दीवार को ऊंचा कर स्लैब रखने का काम जल्द पूरा किया जाये. उमेशचंद्र सरकार रोड पितामहेश्वर रोड जगह-जगह क्षतिग्रस्त है. बैठक में बताया गया कि यह पथ आरसीडी का है. उन्होंने कहा कि खावा नाले में दीवार देकर स्लैब रखवाएं, पंच मुहल्ला में नगर विधायक के पास रोड व नाली मरम्मत करायें.
पितृपक्ष मेला में निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए लगाये जायेंगे 80 अतिरिक्त मैकेनिक
मेल क्षेत्र में निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी द्वारा 80 अतिरिक्त मैकेनिक को लगाया जा रहा है. कंपनी के शहरी क्षेत्र के कार्यपालक अभियंता प्रेम कुमार प्रवीण ने बताया कि मेला क्षेत्र की लचार व जर्जर बिजली तारों, खंभों व अन्य उपकरणों को दुरुस्त करने में इस बार विभाग द्वारा करीब 70 लाख रुपये खर्च किये जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि अब तक करीब 80 प्रतिशत काम पूरा करा लिया गया है. शेष कामों को अगले एक सप्ताह में पूरा कर लेने का लक्ष्य रखा है. उन्होंने बताया कि विशेष कर विष्णुपद मेला क्षेत्र में करीब चार सौ बिजली खंभों पर करंट रोधी पेंट्स लगाया जा रहा है, ताकि करंट से होने वाली दुर्घटनाओं को टाला जा सके. विद्युत पावर स्टेशन, सब स्टेशनों के मेंटेनेंस का काम पूरा कर लिया गया है. सड़क किनारे बिजली पोल व बिजली के नंगे तारों पर झूल रहे पेड़ों की टहनियों की छटनी का काम अंतिम चरण में है. उन्होंने बताया कि जर्जर तारों व बिजली खंभे को बदलने का का काम लगभग पूरा हो गया है.