Barabanki Flood: बाराबंकी, लगातार हुई बारिश से शहर में आया जलप्रलय देख हर कोई दहशत में है. बड़े-बुजुर्गों को वर्ष 1974-75 में आई बाढ़ का दृश्य सामने आ गया.बताया जाता है कि उस समय आई बाढ़ के बाद शहर में भी नाव चलानी पड़ी थीं। आज की पीढ़ी को इसका कतई इल्म नहीं था. ठीक उसी तरह सोमवार को भी लोगों को नाव का सहारा लेना पड़ा.
शहर में हुई तबाही अपने साथ कई सवाल भी खड़े कर गई है. सबसे बड़ा प्रश्न जमुरिया नाले को लेकर उठ रहा है. नाले का लगातार संकरा होना और इसके किनारे पर हुए अवैध निर्माण ने हालात बिगाड़ने में पूरा योगदान दिया. यही वजह है कि एक साथ अधिक पानी आया तो लोगों की घर-गृहस्थी तबाह हो गई. जिला प्रशासन और नगर पालिका प्रशासन की ओर से इन अवैध कब्जों को हटवाने के लिए नोटिस तो कई बार जारी की गई, लेकिन यह कार्रवाई सिर्फ कागजों पर ही सीमित रही. मौसम विभाग की ओर से मंगलवार को भी भारी बारिश की चेतावनी दी जा रही है, ऐसे में यहां के हालात सामान्य होने में अभी काफी समय लगने का अनुमान है.