पटना. बिहार में मौसम का मिजाज अबूझ पहेली बना हुआ है. न बादल बरसते हैं, न पारा लुढकता है. बिहार में जैसा कि मौसम विभाग ने पहले ही बताया था, मॉनसून फिर से आंख मिचौली खेल रहा है. राजधानी पटना समेत कई जिलों में कल आसमान में बादल छाये, लेकिन बरसात नहीं कराई. नतीजा ये हुआ कि पारा फिर से चढ़ गया. सिर्फ पटना ही नहीं बल्कि 20 से ज्यादा जिलों में तापमान 35 डिग्री सेल्सियस के पार चला गया. मंगलवार को बिहार का सबसे अधिक गर्म वैशाली जिला रहा. यहां तापमान 37 डिग्री सेल्सियस से अधिक रिकॉर्ड किया गया. वहीं पटना में पारा चढ़ कर 36 डिग्री के ऊपर पहुंच गया. एक बार फिर से बिहार को गर्मी और उमस ने हलकान करके रख दिया है. आम लोगों को भी मौसम के इस बदलते मिजाज ने परेशान कर रखा है.
पश्चिम चंपारण और गोपालगंज में भारी बारिश की संभावना
पटना मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से ताजा अपडेट जारी किया गया है. इसके मुताबिक बुधवार 13 सितंबर 2023 को पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, सिवान, सारण, गोपालगंज, सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, वैशाली और समस्तीपुर की अनेक जगहों पर बारिश की संभावना है. हालांकि बाकी जिलों में इन क्षेत्रों की तरह बारिश की उम्मीद नहीं है. पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मौसम वैज्ञानिक एस के सुमन के अनुसार मॉनसून की द्रोणी रेखा जैसलमेर, कोटा, गुणा, झारसुगोड़ा, बालासोर से होकर पूर्व दक्षिण पूर्व की ओर उत्तर पूर्व बंगाल की खाड़ी तक प्रभावी है. एक चक्रवातीय परिसंचरण उत्तर पश्चिम एमपी और आसपास के क्षेत्रों में समुद्र तल से औसतन 7.6 किमी ऊपर तक विस्तृत है. अगले 12 घंटों के दौरान बिहार उत्तर पश्चिम, उत्तर मध्य भागों के अनेक स्थानों, उत्तर पूर्व और दक्षिण पश्चिम भागों के कुछ स्थानों में बारिश का अनुमान है. पश्चिम चंपारण और गोपालगंज के एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है.
बिहार में बारिश का हाल
मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को पटना समेत राज्य के बाकी जिलों में बादल छाए रहे, वाल्मिकीनगर में 10.6 मिमी, मोतिहारी में 26.2 मिमी बारिश हुई, जबकि शेष हिस्सों में मौसम शुष्क रहा. इस दौरान जमुई के गढ़ी में 19.0 मिमी बारिश हुई. मौसम विज्ञान केंद्र पटना के अनुसार बिहार में मानसून थोड़ा कमजोर रहेगा. साथ ही अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है. पर्याप्त बारिश नहीं होने से उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान करेगी.
कैसा है मौसम का हाल
डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, पूसा, जलवायु परिवर्तन पर उच्च अध्ययन केंद्र के अनुसार, रविवार को अधिकतम तापमान 33.2 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा. यह सामान्य से 0.4 डिग्री अधिक है, जबकि न्यूनतम तापमान 24 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 0.4 डिग्री कम है. साथ ही वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ. ए सत्तार ने बताया कि अगले चार दिनों में उत्तर बिहार के जिलों में हल्के से मध्यम बादल छा सकते हैं. तराई और मैदानी इलाकों के जिलों में कुछ स्थानों पर मध्यम बारिश होने की संभावना है, जिसके बाद वर्षा की गतिविधि कम हो जायेगी.
फूलगोभी की रोपाई करने की सलाह
वैज्ञानिक डॉ. अब्दुस सत्तार ने कहा कि आगामी 24 घंटे में बारिश होने की संभावना अधिक रहेगी. उसके बाद 14 सितंबर तक आकाश में बादल छाए रहेंगे. इस दौरान हल्की बूंदाबांदी की संभावना रहेगी, जबकि उसके बाद बारिश की संभावना में कमी होगी.उनहोंने बताया कि यह बारिश धान व मक्का आदि की फसलों के साथ ही सब्जियों के लिए भी फायदेमंद साबित होगी. उन्होंने अरहर की बुआई करने व अगात फूलगोभी की रोपाई करने की सलाह दी है.