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जमीन अधिग्रहण के बावजूद बिमलगढ़ से रेलवे नहीं कर रहा है काम शुरू

देवगढ़ जिला मौजूदा केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का जिला है और वे भी इस परियोजना को लेकर उत्सुक हैं. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि परियोजना को लेकर बीजेपी के स्थानीय कार्यकर्ता इस परियोजना के प्रति लोगों के बीच विश्वास का माहौल तैयार करेंगे, ताकि जमीन अधिग्रहण का कार्य पूरा हो सके.

छह दशक पुराने तालचर-बिमलगढ़ रेलमार्ग को विकसित करने की मांग को पूरा करने का ठोस प्रयास नहीं हो रहा है. सुंदरगढ़ जिले में जमीन अधिग्रहण की समस्या का मोटे तौर पर समाधान हो चुका है लेकिन अब देवगढ़ जिले में जमीन अधिग्रहण में समस्या आ रही है. लेकिन सुंदरगढ़ जिले में जमीन अधिग्रहण होने के बावजूद बिमलगढ़ की ओर से रेलवे का काम शुरु नहीं कराया जा रहा है. लोगों का कहना है कि अगर रेलवे बिमलगढ़ से काम शुरू करती है तो कम से कम वक्त तो बचाया ही जा सकेगा.

जब तक देवगढ़ जिले में जमीन अधिग्रहण की समस्याओं को दूर किया जायेगा तब तक एक छोर से काम शुरु होने पर इस महत्वकांक्षी परियोजना के पूरा होने की दिशा में सकारात्मक परिणाम सामने आयेंगे. फिलहाल जो स्थिति है उसे देखकर ऐसा लग रहा है कि कि जबतक पूरी जमीन अधिग्रहित नहीं होगी रेलवे काम नहीं करेगा. ऐसे में परियोजना का समय और आगे बढ़ सकता है. हालांकि, तालचर के छोर से काफी हदतक काम हुआ है और सुंदरगढ़ वासियों को भी उम्मीद है कि जिस तरह से तालचर के छोर से काम शुरू हुआ उसी तरह बिमलगढ़ के छोर से काम शुरू कर दिया जाये और जब तक देवगढ़ में जमीन अधिग्रहण की समस्या का समाधान हो तब तक काम नहीं रुके.

शिक्षा मंत्री का गृह जिला है देवगढ़

देवगढ़ जिला मौजूदा केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का जिला है और वे भी इस परियोजना को लेकर उत्सुक हैं. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि परियोजना को लेकर बीजेपी के स्थानीय कार्यकर्ता इस परियोजना के प्रति लोगों के बीच विश्वास का माहौल तैयार करेंगे, ताकि जमीन अधिग्रहण का कार्य पूरा हो सके. देवगढ़ में स्थानीय विधायक सुभाष पाणिग्राही भी देवगढ़ से ही हैं. ऐसे में परियोजना को लेकर माहौल तेयार करने में बीजेपी वहां सक्रिय भूमिका अदा कर सकती है.

अधिग्रहित हुई मात्र 6.86 एकड़ जमीन

आंकड़ों में देखें, तो तालचर-बिमलगढ़ रेलमार्ग के लिए देवगढ़ जिले से जो जमीन अधिग्रहित होनी है उसमें मात्र 6.86 एकड़ ही अधिग्रहित पो पायी है. जो काफी कम है.

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परियोजना से जुड़े आंकड़े

  • 149.78 कि.मी लंबा है तालचर- बिमलगढ रेल मार्ग परियोजना

  • तीन जिले सुंदरगढ़, देवगढ़ और अनुगूल से होकर गुजरेगी परियोजना

  • सुंदरगढ़ जिले के 29 गांवों के 247.640 एकड़ का अधिग्रहण होना है

  • देवगढ़ जिले में 19 गांवों के 188.240 एकड़ जमीन अधिग्रहित होनी है

  • अनुगूल जिले में 67 गांव के 549.865 एकड़ जमीन अधिग्रहित होनी है

  • अनुगूल जिले में 67 गांव से 542.38 एकड़ जमीन अधिग्रहित हो चुकी है, केवल एक गांव का 7.55 एकड़ जमीन अधिग्रहण होना बाकी है

  • अनुगूल जिले में तालचर से सोनाखानी तक करीब 17.62 कि.मी रेलमार्ग का निर्माण हो चुका है, जबकि 30 किमी लंबी सोनाखानी-सामल-पाराबिल-खमार रेलमार्ग का निर्माण जारी है

  • सुंदरगढ़ जिले में भी 4 अगस्त तक 155.56 एकड़ जमीन का अधिग्रहण हो चुका है

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