रांची : झारखंड के ग्रामीण बेघरों को अबुआ आवास योजना से तीन कमरों का मकान मिलेगा. इसके लिए डिजाइन तैयार किया जा रहा है. तीन कमरों और एक शौचालय का डिजाइन बन रहा है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के समक्ष डिजाइन का प्रजेंटेशन होगा. इसके बाद इसे फाइनल किया जायेगा.
प्रारंभिक चरण में जो डिजाइन तैयार किये जा रहे हैं, उसमें तीन कमरे के मकान के लिए 2.75 लाख रुपये से तीन लाख रुपये तक प्रति यूनिट लागत आने का अनुमान लगाया गया है. यह लागत काफी अधिक है. ऐसे में इस पर मंथन भी हो रहा है. चूंकि मुख्यमंत्री की शुरू से इच्छा है कि बेघरों को तीन कमरे का आवास दिया जाये, ऐसे में इसका डिजाइन तैयार हो रहा है. इसमें शौचालय की भी व्यवस्था होगी. डिजाइन फाइनल होने के बाद ही योजना को लागू करने की दिशा में ग्रामीण विकास विभाग आगे बढ़ेगा.
जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत दो कमरे का मकान मिलता है. इसी दो कमरे में पूरा परिवार रहता है. इसकी लागत आइएपी जिलों के लिए 1.30 लाख रुपये और नन आइएपी जिलों के लिए 1.20 लाख रुपये है. इतनी ही राशि केंद्र सरकार से मिलती है. इसके अलावा मनरेगा के कन्वर्जेंस से शौचालय निर्माण की भी योजना है.
चूंकि मकान काफी छोटा होता है, इसलिए राज्य सरकार ने पहले ही घोषणा की थी कि इन आवासों में एक अतिरिक्त कमरे के लिए अलग से 50 हजार रुपये दिये जायेंगे. यह नयी स्वीकृत आवास योजना पर लागू होना था, पर नयी स्वीकृति नहीं हुई, इसलिए इसका लाभ भी किसी को नहीं मिला. बाद में राज्य सरकार ने अपनी अबुआ आवास योजना की ही घोषणा कर दी.