राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इससे पहले बीजेपी सत्तारूढ़ दल कांग्रेस पर लगातार हमला रही है. केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने हमले को जारी रखा और कहा कि राजस्थान और अन्य कांग्रेस और विपक्ष शासित राज्यों में सरकारों ने अपना VAT बढ़ाया, बीजेपी शासित राज्यों ने कम किया है. राजस्थान के श्रीगंगानगर में लोग पंजाब में जाकर पेट्रोल-डीजल भराते हैं और वहां लोगों को अपने पंप बंद करने पड़ गए.कम से कम 300 पेट्रोल पंप इसकी वजह से बंद हुए हैं.
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, "साढ़े चार साल आप जनता को लूटते रहे। (राजस्थान में) पेट्रोल-डीजल के दाम सबसे अधिक हैं… राजस्थान में सबसे अधिक महंगाई है जिसका मूल कारण गहलोत जी की सरकार है… आज राजस्थान में पेट्रोल पंप क्यों बंद हैं? क्यों राजस्थान के लोगों को ज्यादा पैसा… pic.twitter.com/cPJzOn6cQF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 15, 2023
अनुराग ठाकुर ने आगे कहा कि साढ़े चार साल आप जनता को लूटते रहे है. राजस्थान में पेट्रोल-डीजल के दाम सबसे ज्यादा है. राजस्थान में सबसे अधिक महंगाई है जिसका मूल कारण गहलोत जी की सरकार है. आज राजस्थान में पेट्रोल पंप क्यों बंद हैं? क्यों राजस्थान के लोगों को ज्यादा पैसा देने पर मजबूर होना पड़ रहा है. यह लूट की खुली छूट, यह गहलूट सरकार में है.
‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ देशहित में
विशेष सत्र में ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर केंद्र सरकार द्वारा विधेयक लाए जाने की अटकलों पर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ देशहित में है. अभी 5 राज्यों में चुनाव आएंगे और कुछ महीने पहले चुनाव होकर हटे हैं. यदि पूरे साल चुनावों में लगे रहने की जगह अगर 5 साल में एक बार चुनाव होते हैं तो पैसा, समय बचता है और देश को आगे बढ़ने का अवसर मिलता है.
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राजस्थान में पेट्रोल पंप अनिश्चितकालीन हड़ताल पर
आपको बता दें कि राजस्थान पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने वैट (मूल्य वर्धित कर) के मुद्दे को लेकर शुक्रवार सुबह से अपनी अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की. इस हड़ताल के कारण राज्यभर में अधिकतर पेट्रोल पंप बंद हैं. एसोसिएशन का दावा है कि इस हड़ताल में लगभग 6,700 पेट्रोल पंप शामिल हो रहे हैं. बहरहाल, पेट्रोलियम कंपनियों द्वारा संचालित पेट्रोल पंपों ने खुद को इससे अलग रखने का निर्णय लिया है.
क्यों की गई है हड़ताल
उल्लेखनीय है कि पेट्रोल एवं डीजल पर वैट पड़ोसी राज्य पंजाब के समान करने की मांग को लेकर एसोसिएशन ने बुधवार एवं गुरुवार को सांकेतिक हड़ताल का आह्वान किया था, जिसके तहत इन दोनों दिनों में पूर्वाह्न 10 बजे से शाम छह बजे तक पेट्रोल पंप बंद रहे थे. बयान के अनुसार, एसोसिएशन की कार्यकारिणी की बैठक गुरुवार शाम को हुई. इस बैठक में सर्वसम्मति से एसोसिएशन ने शुक्रवार सुबह छह बजे से राज्यव्यापी अनिश्चितकालीन हड़ताल करने का फैसला लिया गया.
एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र सिंह भाटी ने एक बयान में बताया कि शुक्रवार सुबह छह बजे से राज्य के सभी पेट्रोल पंप न तो किसी प्रकार की बिक्री करेंगे और न ही डिपो से माल खरीदेंगे. पेट्रोल पंपों के बंद रहने से आम लोगों को काफी परेशानी हुई. राजधानी जयपुर में खुले चुनिंदा पंप पर वाहनों की लंबी कतारें देखी गईं.
बीजेपी हुई हमलावर
राजस्थान में जारी हड़ताल को लेकर बीजेपी ने गहलोत सरकार पर निशाना साधा है. इस साल प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं इससे पहले विपक्षी दल बीजेपी ने इस मुद्दे को लेकर प्रदेश की गहलोत सरकार को घेरा है.
हर साल जनता बदल देती है सरकार
उल्लेखनीय है कि राजस्थान में हर साल जनता सरकार बदल देती है. पिछले छह बार के चुनाव की बात करें तो एक बार कांग्रेस तो उसके बाद बीजेपी की सरकार प्रदेश में बनती नजर आई. यही वजह है कि बीजेपी हर मुद्दा भुनाना चाहती है.
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साल 2018 में 200 सदस्यीय सदन में कांग्रेस ने 99 सीटें जीतीं जबकि बीजेपी 73 सीट पर सिमट गयी थी. अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस ने निर्दलीय और बसपा के समर्थन से सरकार बनाई थी और सूबे की कमना अशोक गहलोत के हाथों में दी गयी थी.
भाषा इनपुट के साथ