झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के टैरिफ में घरेलू उपभोक्ताओं की बिजली दर प्रति यूनिट 2.35 रुपये बढ़ाने का प्रस्ताव दिया है. इतना ही नहीं फिक्स्ड चार्ज में भी बढ़ोतरी का प्रस्ताव है. वर्तमान में शहरी घरेलू उपभोक्ताओं को 6.25 रुपये/यूनिट की दर से बिजली मिल रही है. इसे बढ़ाकर 8.60 रुपये/यूनिट करने का प्रस्ताव दिया गया है. यह दर 400 यूनिट से अधिक खपत करनेवाले उपभोक्ताओं के लिए है.
जबकि, 400 यूनिट तक खपत करनेवाले उपभोक्ताओं की दर 7.60 रुपये/यूनिट करने का प्रस्ताव है. जेबीवीएनएल ने टैरिफ पिटीशन को जारी कर आम जनता से इस पर आपत्ति मांगी है. गौरतलब है कि झारखंड विद्युत नियामक आयोग ने जून 2023 से जेबीवीएनएल के नये टैरिफ की घोषणा की थी. यह टैरिफ वर्ष 2021-22 के लिए था.
जेबीवीएनएल ने प्रस्तावित टैरिफ पिटीशन जारी करते हुए कहा है कि तीन अक्तूबर तक जनता सुझाव या आपत्ति दर्ज करा सकती है. जेबीवीएनएल या नियामक आयोग की वेबसाइट पर सुझाव या आपत्ति दर्ज करायी जा सकती है. जिन्हें टैरिफ पिटीशन की पूरी कॉपी चाहिए, वे जेबीवीएनएल मुख्यालय में 200 रुपये भुगतान कर इसे प्राप्त कर सकते हैं.
घरेलू(ग्रामीण 400 यूनिट तक) 5.75/केवीएएच 20/किवा 7.00/केवीएएच 75/किवा
घरेलू(ग्रामीण 400 यूनिट से अधिक) 5.75/केवीएएच 20/किवा 8.00/केवीएएच 75/किवा
घरेलू(अरबन 400 यूनिट तक) 6.25/केवीएएच 75/किवा 7.60/केवीएएच 100/किवा
घरेलू(अरबन 400 यूनिट से अधिक) 6.25/केवीएएच 75/किवा 8.60/केवीएएच 100/किवा
घरेलू(एचटी) 6.00/केवीएएच 100/किवा 8.60/केवीएएच 100/केवीए/माह
कॉमर्शियल(रूरल 400 यूनिट तक) 5.75/केवीएएच 50/किवा 7.25/केवीएएच 200/किलोवाट
कॉमर्शियल(रूरल 400 यूनिट से अधिक) 6.75/केवीएएच 50/किवा 8.25/केवीएएच 200/किलोवाट
कॉमर्शियल(अरबन 400 यूनिट तक) 6.00/केवीएएच 100/किवा 8.00/केवीएएच 250/किलोवाट
कॉमर्शियल(अरबन 400 यूनिट से अधिक) 6.00/केवीएएच 100/किवा 9.00/केवीएएच 250/किलोवाट
सिंचाई 5.00/केवीएएच 20/एचपी 8.00/केवीएएच 50/एचपी
एलटीआइएस 5.75/केवीएएच 100/केवीए 9.00/केवीएएच 300/केवीए
एचटीएस (11 से 132 केवी तक) 5.50/केवीएएच 350/केवीए 9.50/केवीएएच 550/केवीए
जेबीवीएनएल ने इस बार फिक्स्ड चार्ज को लोड के आधार पर करने का प्रस्ताव दिया था. यह पुरानी व्यवस्था थी, जिसे समाप्त किया जा चुका है. अब एक बार फिर से लोड आधारित फिक्स्ड चार्ज करने का प्रस्ताव दिया गया है. इससे यदि किसी उपभोक्ता के घर में चार किलोवाट का लोड है, तो अभी उसे वर्तमान में केवल 75 रुपये प्रतिमाह देना पड़ता है. पर टैरिफ प्रस्ताव के अनुसार 100 रुपये प्रति किलोवाट प्रति माह, यानी लगभग 400 रुपये प्रति माह अतिरिक्त केवल फिक्स्ड चार्ज के रूप में देना पड़ेगा.