रांची, बिपिन सिंह :
झारखंड के प्रमुख टूरिस्ट स्पॉट्स पर मेडिको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए योगायुष केंद्र खोलने की योजना है. यहां पर्यटकों को एक छत के नीचे योग-आयुर्वेद और पंचकर्म का अनुभव मिलेगा. इसके लिए तीन प्रमुख पर्यटन स्थलों का चयन किया गया है, जहां बाहरी और स्थानीय पर्यटक सबसे ज्यादा पहुंचते हैं. इनमें नेतरहाट, पतरातू और मैक्लुस्कीगंज शामिल हैं.
सरकार द्वारा इन्हें योगायुष केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना बनायी गयी है. सेंटर को श्रेष्ठ प्रामाणिक आयुर्वेदिक क्लिनिक, पंचकर्म केंद्र के रूप में स्थापित किया जायेगा. यहां पर्यटन के साथ ही तनाव मुक्ति जैसे कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे.
पर्यटक ज्यादा आकर्षित हों, इसके लिए इन प्रमुख पर्यटन स्थलों के सेंटर प्वाइंट के पास ही करीब 50 डिसमिल जमीन हस्तांतरण करने जरूरत बतायी गयी है. स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने पर्यटन,कला, खेलकूद संस्कृति एवं युवा कार्य सचिव को पत्र लिखकर जमीन चिह्नित करने के लिए कहा है. इस कार्रवाई के बाद उपायुक्तों के माध्यम से टूरिस्टों की बेहतर व आसान पहुंच वाली उपयुक्त जमीन की तलाश की जा रही है. ज्ञात हो कि मंगलवार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन ने पंचकर्म में सिद्ध मेल और फीमेल तकनीकी विशेषज्ञों और योग्य कर्मियों की नियुक्ति के लिए विज्ञापन भी जारी किया है.
योगायुष सेंटर पर पर्यटकों को पंचकर्म सिद्धांतों पर आधारित पूरा पैकेज मिलेगा. आयुष के डॉक्टर पर्यटकों को बेहतर अनुभव देने के साथ ही विभिन्न विद्याओं के माध्यम से स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करायेंगे. आयुर्वेदिक और नेचुरोपैथी दोनों विचारधाराएं साथ काम करेंगी. इसमें अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान से भी मदद ली जा सकती है.
इलाज के साथ पंचकर्म और योग की ट्रेनिंग : योगायुष सेंटर, चिकित्सा का भविष्य में एकीकरण करने पर जोर देगा. सरकार ने ध्यान, योग और सभी पहलुओं व गतिविधियों को बढ़ावा देने वाले सेंटर के तौर पर इसे स्थापित करने का मन बनाया है. सेंटर में पंचकर्म, योग, जीवनशैली और संबंधित बुनियादी ढांचे जैसे कई उपचार उपलब्ध होंगे. यहां एकीकृत चिकित्सा के लिए अलग खंड स्थापित करने की दिशा में काम किया जा रहा है.