गुमला में पत्थर व बालू के अवैध धंधे के खिलाफ प्रशासन ने जांच व कार्रवाई शुरू कर दी है. प्रभात खबर द्वारा उठाये गये मुद्दे के बाद प्रशासन हरकत में आया है. जिले में अवैध खनन, भंडारण व परिवहन के विरुद्ध जिला प्रशासन की टीम लगातार कार्य कर रही है. उपायुक्त कर्ण सत्यार्थी के निर्देश के आलोक में अवैध खनन आदि की रोकथाम के लिए खनन विभाग की टीम नियमित चेकिंग व छापेमारी कर रहा है.
साथ ही सूचना तंत्रों को मजबूत करते हुए अवैध खनन पर नजर रखी जा रही है. अवैध खनन करने वालों पर कार्रवाई की जा रही है. इस वित्तीय वर्ष 2023 के अप्रैल से अगस्त माह में 36 अवैध बालू लदे ट्रैक्टर, ट्रक, हाइवा को जब्त किया गया है. अवैध रूप से भंडारित 1030310 घनफिट बालू जब्त कर 192.04 लाख रुपये की वसूली की गयी है. खनन विभाग से मिली रिपोर्ट के अनुसार वित्तीय वर्ष 2023 अप्रैल माह से अगस्त माह के बीच अवैध रूप से पत्थर लदे नौ ट्रैक्टर, हाइवा व ट्रक को पकड़ा गया है.
एक बॉक्साइट लदे ट्रक व एक ड्रिल मशीन युक्त ट्रक को जब्त किया गया. अवैध रूप से पत्थर खनन करनेवाले संबंधित कंपनियों को फाइन के लिए राशि के लिए मांग पत्र भेजा गया है. इसके तहत कंपनियों द्वारा ऑनलाइन पेमेंट किया जा रहा है. इस दौरान अप्रैल से अगस्त माह के बीच अवैध खनिज के मामले पर 32 प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है व दो लोगों की गिरफ्तारी हुई है.
जिला खनन पदाधिकारी रामनाथ राय ने बताया कि डीसी कर्ण सत्यार्थी के निर्देश व उनके मार्गदर्शन से खनन विभाग द्वारा कड़े रूप से अवैध तस्करी पर नजर रखी जा रही है. अवैध धंधा चलने नहीं दिया जायेगा. प्रशासन कार्रवाई कर रही है व आगे भी कार्रवाई जारी रहेगी. अवैध धंधा करने वाले जेल जायेंगे.