गोरखपुर के एक कंपोजिट विद्यालय में अनुदेशक पद पर तैनात शिक्षक ने बच्चों को शिक्षा देने का अनोखा और नायाब तरीका निकाला है. उस विद्यालय के बच्चे खेल के साथ-साथ पढ़ाई में रुचि लेने लगे हैं. नारायणपुर कंपोजिट विद्यालय चारगांवा में अनुदेशक के पद पर तैनात विक्रम सिंह बच्चों को अनोखे अंदाज से शिक्षा देते हैं. वह बच्चों को नए-नए तरीके से उनमें सीखने की ललक जागते हैं. ताकि बच्चे अपने पाठ को नए अंदाज के साथ रुचि लेते हुए बड़े आसानी से सीख सके.
शिक्षक विक्रम सिंह अपने पाठशाला के दौरान बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए कई प्रकार की कंपटीशन भी रखते हैं. बच्चों को अपनी तरफ से पुरस्कृत भी करते हैं. पढ़ाने के इस तरीके से वह आसपास के क्षेत्र में खूब चर्चित हैं. वह कभी कौन बनेगा करोड़पति की तर्ज पर कौन बनेगा सैकड़ा पति के तहत बच्चों से सवाल जवाब करते है. उन्हें अपने खर्चे से पुरस्कृत करते हैं. इस दौरान बच्चे भी अपने गुरु के नायाब और रोचक तरीकों के मुरीद हुए बिना नहीं रहते हैं. ऐसे में बच्चों को पढ़ाई बेहद आसान और रुचिकर लगती है.
विक्रम सिंह बच्चों को कक्षा के पाठ्यक्रम के बाद कंपटीशन की भी तैयारी कराते रहते हैं. बच्चों को राष्ट्रीय आय एवं योग्यता आधारित छात्रवृत्ति परीक्षा की तैयारी वह पहले से ही करवाते आएं हैं. इसके लिए वह बच्चों को विद्यालय के छुट्टी के बाद 2 घंटे तक परीक्षा की तैयारी करवाते हैं. उनके इसी परिश्रम का फल है कि इस विद्यालय की 20 बच्चे अभी तक उक्त पक्ष परीक्षा में सफल होकर छात्रवृत्ति का लाभ ले चुके हैं. उनके पढ़ने के इस तरीके से बच्चे काफी खुश दिखाई देते हैं.