प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को नौ वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का उद्घाटन किया जिसमें यात्रियों के सुझाव के आधार पर कुछ नयी सुविधाएं जोड़ी गई हैं ताकि यात्रा को और आरामदायक बनाया जा सके. सीट के झुकाव से लेकर पानी को छलक कर बाहर आने से रोकने के लिए बेसिन की गहराई बढ़ाने तक की छोटी से छोटी जरूरत का कोच निर्माता ने बारीकी से ध्यान रखा है.
रेलवे ने पहली बार नारंगी रंग की वंदे भारत एक्सप्रेस का परिचालन कासरगोड से तिरुवंतनपुरम के बीच शुरू किया है. भारतीय रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लोगों की भारी मांग पर इस मार्ग पर वंदे भारत एक्सप्रेस का परिचालन शुरू किया गया है. उन्होंने बताया कि अगले दो महीने में नौ और नारंगी रंग की वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का परिचालन शुरू होने की उम्मीद है.
यात्रियों के सुझाव के बाद ट्रेन में जो बदलाव किए गए हैं उनमें सीट का झुकाव 17.31 डिग्री से बढ़ाकर 19.37 डिग्री किया जाना और सीट में लगे गद्दों को और ठोस बनाना शामिल है. इसी के साथ एक्जिक्यूटिव श्रेणी की सीट का रंग लाल से बदलकर सुकून देने वाले नीले रंग का कर दिया गया है. नयी वंदे भारत ट्रेन में मोबाइल चार्जर प्वांइट को अधिक सुलभ बनाने के लिए उसे सीट के नीचे दिया गया है और एक्जिक्यूटिव श्रेणी की आखिरी सीट के लिए भी पैर फैलाने के लिए और जगह दी गई है.
नयी ट्रेन में जिन सुविधाओं में सुधार किया गया है उनमें शौचालय की बेसिन की गहराई को बढ़ाना शामिल है ताकि पानी बाहर नहीं छलके, शौचालय में बेहतर रोशनी के लिए 1.5 वॉट के बल्ब के स्थान पर 2.5 वॉट का बल्ब लगाया गया है, बेहतर पकड़ के लिए शौचालय के हैंडल में अधिक झुकाव और नल में बदलाव किया गया है.
नई सुविधाओं में दिव्यांग यात्रियों की व्हील चेयर के लिए सुरक्षित स्थान का प्रावधान शामिल है. इसके अलावा पहले से बेहतर अग्नि संवेदक लगाए गए हैं.