17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

MP Election 2023: कांग्रेस सांसद तन्खा ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम को बताया बीजेपी का जुमला

तन्खा ने दावा किया कि नारी शक्ति वंदन विधेयक इसलिए पेश किया गया क्योंकि सत्तारूढ़ भाजपा नये संसद भवन में एक कार्यक्रम आयोजित करना चाहती थी. उन्होंने कहा, भाजपा ने इस विधेयक के नाम पर महज रस्म अदायगी की है और महिलाओं को आरक्षण देने का उसका कभी कोई इरादा नहीं था.

कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा ने नारी शक्ति वंदन अधिनियम को तुरंत लागू नहीं किए जाने को लेकर केंद्र सरकार की मंशा पर सोमवार को सवाल उठाया. उन्होंने दावा किया कि यह सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का केवल एक जुमला भर है और महिलाओं को आरक्षण देने का भाजपा का कभी कोई इरादा नहीं था. तन्खा ने इंदौर में कहा कि नारी शक्ति वंदन अधिनियम के नाम पर भाजपा को एक जुमला कहना था और केंद्र में सत्तारूढ़ दल ने यह कह दिया.

नारी शक्ति वंदन अधिनियम 2029 लागू होगा या 2039 में, ईश्वर जानें : कांग्रेस

विवेक तन्खा ने कहा, अब वे (भाजपा) कहते हैं कि जनगणना, सीटों के परिसीमन और आरक्षण के बाद यह अधिनियम वर्ष 2029 में लागू होगा. अब ईश्वर ही बताएगा कि यह अधिनियम 2029 में लागू होगा या 2039 में?

इस कारण से बीजेपी सरकार ने महिला आरक्षण बिल पेश किया

तन्खा ने दावा किया कि नारी शक्ति वंदन विधेयक इसलिए पेश किया गया क्योंकि सत्तारूढ़ भाजपा नये संसद भवन में एक कार्यक्रम आयोजित करना चाहती थी. उन्होंने कहा, भाजपा ने इस विधेयक के नाम पर महज रस्म अदायगी की है और महिलाओं को आरक्षण देने का उसका कभी कोई इरादा नहीं था.

Also Read: Explainer: महिला आरक्षण बिल संसद से पास, राष्ट्रपति की मंजूरी बाकी, जानें कब होगा लागू?

मध्य प्रदेश में सत्ता विरोधी लहर

तन्खा ने दावा किया कि मध्यप्रदेश में भाजपा के खिलाफ सत्ता विरोधी लहर है और विश्वस्त सूत्रों ने उन्हें आसूचना ब्यूरो (आईबी) की कथित रिपोर्ट के हवाले से बताया है कि भाजपा को विधानसभा चुनावों में कुल 230 में से केवल 60-65 सीटें मिलेंगी.

रमेश बिधूड़ी के बयान की तन्खा ने निंदा की

भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी द्वारा बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली के लिए संसद में अपशब्दों के इस्तेमाल की निंदा करते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा कि बिधूड़ी जैसे लोगों को जन प्रतिनिधि के रूप देखना शर्मनाक है. तन्खा ने एक सवाल पर कहा कि सनातन धर्म ही नहीं, बल्कि किसी भी धर्म के खिलाफ ऐसा कोई बयान नहीं दिया जाना चाहिए जिससे लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें