MP Election 2023 : मध्य प्रदेश में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इस चुनाव में सबकी नजर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर टिकी हुई है जो पिछली बार कांग्रेस के समर्थन में लोगों से अपील करते नजर आये थे. मार्च 2020 में उन्होंने कांग्रेस से बागवत करके बीजेपी का दामन थाम लिया था. इसके बाद केंद्र में उन्हें मंत्री पद दिया गया था. सिंधिया इस बार बीजेपी के पक्ष में जनता से वोट करने की अपील कर रहे हैं. इस बीच सोमवार को बीजेपी ने दूसरी सूची जारी की है जिसमें कई दिग्गजों का नाम है.
इस बीच केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मध्यप्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों में उनकी उम्मीदवारी की संभावना पर प्रतिक्रिया दी है. मंगलवार को उन्होंने कहा कि वह बीजेपी के कार्यकर्ता मात्र हैं. सिंधिया ने इंदौर में मीडिया से बात करते हुए उक्त बातें कही. पत्रकारों के सवाल पर संक्षिप्त प्रतिक्रिया सिंधिया ने दी. उनकी यह प्रतिक्रिया ऐसे वक्त आई, जब सत्तारूढ़ बीजेपी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में उनके तीन सहयोगियों-नरेंद्र सिंह तोमर, प्रहलाद सिंह पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते को सूबे में नवंबर के दौरान संभावित विधानसभा चुनावों का उम्मीदवार घोषित कर दिया है.
विधानसभा चुनावों में इन वरिष्ठ नेताओं की उम्मीदवारी के बारे में पूछे जाने पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि बीजेपी कार्यकर्ताओं की पार्टी है और हरेक कार्यकर्ता पार्टी की दी गई प्रत्येक जिम्मेदारी को अपना धर्म मानकर निभाता है. कांग्रेस का दावा है कि बीजेपी ने अपने वरिष्ठ नेताओं को चुनावी मैदान में इसलिए उतारा है क्योंकि वह अपनी हार के अहसास से घबरा गई है.
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि चुनावों में कौन घबराया है, यह राज्य की जनता अगले 60 दिन में तय कर देगी. सपने देखना कांग्रेस की आदत बन गई है. प्रधानमंत्री कांग्रेस का विवरण सार्वजनिक रूप से पहले ही दे चुके हैं कि यह पार्टी वह लोहा है जिस पर जंग लग चुका है. साल 2020 में कांग्रेस से बीजेपी में आए सिंधिया ने कहा कि कांग्रेस के साथ कठिनाई यही है कि कांग्रेस बंद कमरों में चंद लोगों के साथ बैठकर अपना चुनावी विमर्श गढ़ती है.
आगे केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि वास्तविक विमर्श जनता बनाती है. मुझे पूरा विश्वास है कि मध्यप्रदेश की नौ करोड़ जनता के मन में ठीक उसी तरह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, जैसे मोदी के मन में जनता है.