ऐसे में बप्पा की प्रतिमा विसर्जन इस मुहूर्त में करना सबसे कल्याणकारी रहेगा. 19 सितंबर को गणेश चतुर्थी से प्रारंभ हुआ गणेश उत्सव आज भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि यानि अनंत चतुर्दशी को खत्म हो रहा है. जिन लोगों ने 10 दिनों के लिए गणेश मूर्ति की स्थापना की थी, वे आज शुभ मुहूर्त में बप्पा को विदा करेंगे. ज्योतिषाचार्य वेद प्रकाश शास्त्री से जानते हैं कि गणेश विजर्सन का मुहूर्त और सही विधि क्या है?
पचांग के अनुसार आज भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशी तिथि हैं. हर साल इसी दिन गणपति बप्पा हम सबसे विदा होते है. चतुर्दशी तिथि का प्रारंभ 27 सितंबर दिन बुधवार की रात 10 बजकर 18 मिनट से हो चुकी है. वहीं चतुर्दशी तिथि का समापन 28 सितंबर दिन गुरुवार की शाम 06 बजकर 49 मिनट पर होगी.
गणेश विसर्जन का शुभ मुहूर्त आज सुबह 06 बजकर 11 मिनट से सुबह 07 बजकर 40 मिनट तक था. इसके बाद दूसरा शुभ समय 10 बजकर 42 मिनट से 03 बजकर 11 मिनट तक है. फिर 04 बजकर 41 मिनट से रात 09 बजकर 12 मिनट तक है. वहीं रवि योग सुबह 06 बजकर 12 मिनट से देर रात 01 बजकर 48 तक है.
अनंत चतुर्दशी आज है. पंचांग के अनुसार आज 28 सितंबर 2023 दिन गुरुवार है. अनंत भगवान यानी भगवान विष्णु की पूजा के पश्चात बाजू पर अनंत सूत्र बांधा जाता है. ये कपास या रेशम से बने होते हैं और इनमें चौदह गांठे होती हैं. अनंत चतुर्दशी के दिन में श्री गणेश विसर्जन भी किया जाता है. इसलिए इस पर्व का महत्व और भी बढ़ जाता है. भारत के कई राज्यों में यह पर्व धूमधाम से मनाया जाता है.
आज भगवान गणपति की प्रतिमा की विसर्जन की जा रही है. हमें विसर्जन से पूर्व इन नियमों का पालन आवश्य करनी चाहिए.
1. प्रतिमा विसर्जन करने से पहले स्नान कर साफ वस्त्र धारण करें.
2. पूजा घर की साफ-सफाई करें.
3. बप्पा का जलाभिषेक करें.
4. प्रभु को पीला चंदन लगाएं.
5. पुष्प, अक्षत, दूर्वा और फल चढ़ाएं.
6. धूप और घी के दीपक से आरती करें.
7. गणेश जी को मोदक का भोग लगाएं.
8. अंत में क्षमा प्रार्थना करें.
आज गणपति प्रतिमा का विसर्जन किया जा रहा है. अक्सर प्रतिमा विसर्जन करते समय भक्त कुछ ऐसी गलतियां कर देते हैं, जिसके कारण बप्पा नाराज हो जाते हैं. इसके साथ उनकों व्रत का फल भी नहीं मिल पता है. गणपति बप्पा की प्रतिमा विसर्जन करते समय अपने घर के मुख्य द्वार को भूलकर भी बंद नहीं करना चाहिए. प्रतिमा को जल में विसर्जन करने से पूर्व प्रतिमा खंडित न हो. आपको विसर्जन के दिन किसी भी प्रकार के तामसिक चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए. आपको इस पूरे दिन भूलकर भी काले और नीले कपड़े नहीं पहननी चाहिए.
गणपति जी की मूर्ति विसर्जन से पहले हमें इन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए. गणेश विसर्जन से पहले विधि-विधान के साथ गणपति बप्पा का पूजन किया जाता है और इस दौरान उन्हें दूर्वा, सुपारी, पान और नारियल अर्पित करें और इस सामग्री को गणेश जी के साथ जल में विसर्जित कर दें. लेकिन ध्यान रखें कि नारियल को फोड़ना नहीं चाहिए, बल्कि उसे बिना फोड़ें ही जल में प्रवाहित करना चाहिए. गणपति प्रतिमा विसर्जन कर रहे हैं तो इस बात का विशेष ध्यान रखें कि गणेश प्रतिमा को गलती से भी एक झटके में प्रवाहित न करें. बल्कि प्रतिमा को धीरे-धीरे जल में विसर्जित करना चाहिए.