Meta, जिसे पहले Facebook के नाम से जाना जाता था, ने अपने मेटा कनेक्ट कांफ्रेंस के दौरान दो नए हाई-टेक डिवाइसेज के अनावरण के साथ ही एक बड़ी घोषणा भी की. इसमें मेटा क्वेस्ट 3 हेडसेट और रे-बैन मेटा स्मार्ट ग्लास शामिल थे. ये प्रोडक्ट मेटावर्स-फर्स्ट कंपनी बनने के लिए मेटा की कमिटमेंटको रिप्रेजेंट करते हैं.
मेटा क्वेस्ट 3 को वर्चुअल और फिजिकल वर्ल्ड को सहजता से मिश्रित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है. इसमें एक बेहतर डिस्प्ले और डिज़ाइन और एक नया पासथ्रू मोड है जो बाहरी कैमरों का इस्तेमाल करके रियल वर्ल्ड की लाइव फ़ीड जेनरेट करता है. यह यूजर्स को उन डिजिटल ऑब्जेक्ट्स के साथ बातचीत करने की अनुमति देता है जो ऐसी प्रतीत होती हैं मानो वे उनके फिजिकल परिवेश का हिस्सा हों. हेडसेट में “ऑगमेंट्स” नामक एक पर्सनलाइजेशन फीचर भी शामिल है, जो एक तरह का डिजिटल ऑब्जेक्ट हैं और रियल वर्ल्ड में तैरते हुए दिखाई दे सकते हैं.
रे-बैन मेटा स्मार्ट ग्लासेज, मेटा की रे-बैन स्टोरीज़ का सक्सेसर, कैमरे, स्पीकर और माइक्रोफोन से लोडेड हैं. इन्होने हाई-रिज़ॉल्यूशन फ़ोटो और वीडियो के लिए कैमरा क्वालिटी में सुधार किया है, साथ ही एक अपडेटेड स्पीकर सेटअप भी दिया है. ओरिजिनल वेफ़रर डिज़ाइन के अलावा यह ग्लासेज एक नई हेडलाइनर डिजाइन के साथ भी आता है. स्मार्ट ग्लासेज की बैटरी लाइफ लगभग चार घंटे के मिक्स्ड यूसेज की अनुमति देती है.
आपकी जानकारी के लिए बता दें मेटा ने क्वेस्ट 3 और स्मार्ट ग्लास दोनों में महत्वपूर्ण सुधार किए हैं, कंपनी को ट्रेडिशनल गेमिंग प्लेटफॉर्म और ऐपल समेत अन्य हेडसेट मैन्युफेक्चरर्स से कम्पटीशन का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा, मिक्स्ड रियलिटी हेडसेट का बाज़ार अभी भी रिलेटिवली छोटा है. मेटा इस क्षेत्र में इंडस्ट्री में अग्रणी है, लेकिन सोनी जैसे गेमिंग कंसोल मैन्युफेक्चरर्स की तुलना में इसने काफी कम यूनिट्स बेची हैं.
कुल मिलाकर बात की जाए तो ये नए डिवाइसेज मेटावर्स बनाने की दिशा में मेटा की यात्रा में महत्वपूर्ण कदमों का रिप्रेजेंट करते हैं. कंपनी को अपने टार्गेट्स को प्राप्त करने के लिए यह सुनिश्चित करना होगा कि कंज्यूमर्स की रुचि उसके प्रोडक्ट्स में बनी रहे.