रांची: डीएसपीएमयू रिसर्च सेंटर बनाने की तैयारी कर रहा है. यह बिहार, झारखंड और यूपी का पहला रिसर्च सेंटर होगा. जिसे सेंट्रल इंस्टूमेंटेनेशनल सेंटर एंड रिसर्च फैसलिटी नाम दिया गया है. इसे बनाने के लिए विश्वविद्यालय ने दो जगहों को चिह्नित किया गया है. किसी एक जगह पर इसका निर्माण किया जायेगा.
चार फ्लोर का बनेगा रिसर्च सेंटर
मोरहाबादी कैंपस में लगभग 56 करोड़ की लागत से पांच साल में चार फ्लोर का रिसर्च सेंटर बनाने की तैयारी चल रही है. इसमें हर फ्लोर पर अलग-अलग रिसर्च होगा. लाइफ साइंस से लेकर अलग-अलग विषयों के रिसर्च यहां हो सकेंगे. इसके लिए अत्याधुनिक मशीनों को भी मंगाया जायेगा. इस रिसर्च सेंटर में देश भर के वैज्ञानिकों को भी बुलाया जायेगा. एचआरडी से इसका अप्रूवल मिल गया है.
विद्यार्थियों सहित शिक्षकों को भी होगा लाभ
इस रिसर्च सेंटर के बनने के बाद यहां के विद्यार्थियों और शिक्षकों को एडवांस रिसर्च के लिए दूसरे राज्य में जाने की जरूरत नहीं होगी. इस बारे में विवि के कुलपति डॉ तपन कुमार शांडिल्य का कहना है कि डीएसपीएमयू को रिसर्च यूनिवर्सिटी बनाना है, जिसकी तैयारी शुरू हो गयी है.
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रांची विवि मुख्यालय में कार्यरत कर्मचारियों ने शुक्रवार को कुलपति, वित्त पदाधिकारी व अन्य अधिकारियों का घेराव किया. कर्मचारी नेता नवीन चंचल, अर्जुन राम, सुमित, मंजेश सहित अन्य कर्मी कुलपति से एमएसीपी व एसीपी का लाभ, छठे व सातवें वेतनमान की अंतर राशि और फेस्टिवल एडवांस आदि की मांग कर रहे थे. कर्मचारियों ने अधिकारियों को तीन अक्तूबर तक उनकी मांगों को पूरा करने का समय दिया है.
रांची: राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन की पहल पर नामकुम स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में एक अक्तूबर को स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया जा रहा है. इसमें तमिलनाडु से आये चिकित्सक डॉ जी लोगनाथन व उनकी टीम, आइएमए रांची, रानी चिल्ड्रेन अस्पताल तथा जिला प्रशासन का सहयोग रहेगा. शिविर में चिकित्सकों द्वारा निःशुल्क जांच करने के साथ जरूरतमंदों को दवा भी दी जायेगी. शिविर में डॉ जी लोगनाथन, डॉ प्रभात कुमार कुंती, डॉ नीला मैथ्यू, डॉ राजेश कुमार, डॉ अभिषेक रामाधन, डॉ अर्चना, डॉ अनंत सिन्हा, डॉ कृष्णा किंकर दास, डॉ रवि रोशन, डॉ देबरोती चट्टोराज आदि मरीजों को परामर्श देंगे.