मथुरा : पुलिस ने सोमवार को एक बड़ा खुलासा किया. खुलासा भी ऐसा था जिसने भी सुना उसका कलेजा धक कर गया. पांच साल पहले असम से आकर मथुरा में रहने वाली मुस्लिम युवतियों ने धर्म बदलकर आधार कार्ड बनवा लिया. इसके बाद अंजान लोगों से दोस्ती कर उन पर डोरे डाले. जब वह इन युवतियों के जाल में फंस गए तो उनसे पैसा ऐंठना शुरू कर दिया. हनी ट्रैप के इस मामले का पुलिस ने खुलासा कर हनी ट्रैप गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. मथुरा पुलिस की स्वाट टीम, साइबर सेल ने पूरी कार्रवाई की है. महावन इलाके से गिरफ्तार हनी ट्रैप गैंग मथुरा में पांच साल से चल रहा था.दर्जनों लोगों को शिकार बनाने वाले गैंग की शातिर युवतियां असम निवासी होने के बाद भी जाली आधार कार्ड तैयार कराया. इसमें अपना पता पता टाउनशिप एरिया का दर्ज कराने के साथ ही मुस्लिम धर्म से होने के बाद भी हिंदू नाम अंकित कराया.
एसपी सिटी मार्तंड प्रताप सिंह ने बताया कि गिरफ्तार की गईं युवतियां असम की रहने वाली हैं.पूछताछ में इन आरोपियों ने स्वीकार किया है कि वह 2018 से मथुरा में हैं. सभी मंडी चौराहा पर एक स्पा सेंटर में काम कर रही थी. वृंदावन में होटल संचालित करने वाला अजीत इनके संपर्क में आया. अजीत के जरिये हनी ट्रैप का पूरा गैंग तैयार किया गया. इसके बाद लोगों से ठगी शुरू कर दी. इन युवतियों का गैंग लोगों को बातों में फंसाकर होटल में बुलाता था. राजेश उर्फ सनी उनके अश्लील वीडियो बनाता था. अजीत होटल का पूरा इंतजाम करता था.
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एसपी सिटी मार्तंड प्रताप सिंह ने बताया कि विष्णु और रितिक रेकी किया करते थे. सिंह बताते हैं कि इससे पहले आगरा में भी इस तरह का गैंग संचालित था. गिरफ्तार की गई युवतियां मप्र के कटनी में बुलावे पर जाती रहती हैं. सोशल मीडिया से लोगों के नंबर प्राप्त कर उन्हें अपने जाल में फंसाती हैं. सभी के खिलाफ थाना सदर में मुकदमा दर्ज कराया गया है. सभी को जेल भेजा गया है. गिरफ्तारी करने वाली टीम में स्वाट टीम से महिला कांस्टेबल सरोज के अलावा अखिल प्रताप सिंह, रमन चौधरी, प्रीत कुमार, राहुल बालियान, योगेश कुमार, हरिजेंद्र सिंह, शामिल रहे.
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हनी ट्रैप गैंग से पुलिस ने ठगी किए 93,500 रुपये के अलावा वारदात में प्रयोग किए जाने वाले तीन मोबाइल, एक मोटर साइकिल, एक कार, एक स्कूटी, एक ड्राइविंग लाइसेंस और फर्जी आधार कार्ड बरामद किया गया है.