भूकंप से उत्पन्न तरगों को भूकंपीय तरगें कहा जाता है, जो पृथ्वी की सतह पर गति करती हैं तथा इन्हें ‘सिस्मोग्राफ’ से मापा जाता है.
यह कभी कभी प्राकृतिक आपदा के रूप में भी सामने आती है. ऐसे में खुद के साथ दूसरों को बचाने के लिए कुछ सरल उपाय अजमा सकते हैं.
अपने घर में सुरक्षित स्थान खोजें: अपने घर के प्रत्येक कमरे में सुरक्षित स्थानों की पहचान करें सबसे सुरक्षित जगह आपके घर का कोई आंतरिक कमरा है जिसमें कोई खिड़की नहीं है, जैसे कि बाथरूम. यदि संभव हो, तो किसी मजबूत मेज, डेस्क या दरवाजे जैसी किसी मजबूत चीज के नीचे छिप जाएं.
एक खुली जगह खोजें: यदि आप बाहर हैं, तो भूकंप में सबसे सुरक्षित स्थान इमारतों, पेड़ों, स्ट्रीटलाइट्स और बिजली लाइनों से दूर एक साफ और खुली जगह है. ज़मीन पर गिरें और झटके रुकने तक वहीं रहें.
यदि आप अंदर हैं, तो भूकंप महसूस होने पर जमीन पर गिर जाएं और डेस्क या टेबल जैसी किसी मजबूत चीज के नीचे छिप जाएं. एक हाथ से वस्तु को पकड़ें और दूसरे हाथ से अपने सिर और गर्दन की रक्षा करें.
यदि आपके पास छिपने के लिए कोई मजबूत चीज़ नहीं है, तो किसी आंतरिक दीवार के पास झुक जाएँ. जब तक झटके बंद न हो जाएं और आप आश्वस्त न हो जाएं कि बाहर निकलना सुरक्षित है, तब तक घर के अंदर ही रहें.
यदि आप या आपके साथ कोई व्यक्ति आहत या घायल है, तो मदद के लिए अपने स्थानीय अधिकारियों से संपर्क करें.
अपनी संपर्क जानकारी अपडेट रखें: इसमें फ़ोन नंबर, पते शामिल हैं अपने बच्चों के स्कूल या शिशु देखभाल की आपातकालीन जानकारी अपडेट रखें ताकि यदि भूकंप आए, तो आपको पता चल सके कि आपका बच्चा कहाँ है और कौन उन्हें ले जा सकता है.
यदि आप किसी वाहन में हैं, तो चलना बंद कर दें. जब ऐसा करना सुरक्षित हो तो किसी स्पष्ट स्थान पर ले जाएं। रुकें और झटके रुकने तक अपनी सीट बेल्ट बांधकर वहीं रहें.भूकंप के झटके महसूस होने पर गैस सिलेंडर और बिजली का मेन स्वीच ऑफ कर दें. घर से बाहर सुरक्षित स्थान जब खोज रहे हों तो किसी भी गहराई वाले स्थान, कुएं ,तालाब,नदी,समुद्र और जर्जर घर के पास खड़े ना हो.
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