Monsoon Update | Science of Hathiya Nakshatra : हथिया नक्षत्र के एक्टिव होने के साथ ही बिहार और झारखंड सहित पूर्वी भारत के अधिकांश भागों में झमाझम बारिश हो रही है. इसे देखते हुए मौसम विभाग (IMD Forecast) ने भारी बारिश और वज्रपात को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
मौसम विभाग ने बिहार – झारखंड के कई जिलों में भारी बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. इसके साथ ही अन्य जिलों में येलो अलर्ट भी जारी किया गया है. वहीं, कुछ स्थानों पर भारी बारिश की चेतावनी दी गई है. मौसम विभाग के अनुसार चक्रवातीय प्रभाव के कारण प्रदेश के अधिकतर भागों में झमाझम बारिश होने की संभावना है.
Also Read: हथिया नक्षत्र क्या है और इसमें कितने दिन बारिश होती है? जानें इसके ज्योतिषीय और वैज्ञानिक पहलुओं को3 और 4 अक्टूबर को भी राज्य के अधिकांश हिस्सों में बारिश होने की संभावना है. 5 अक्टूबर को भी कुछ जगहों को छोड़ कर पूरे पूर्वी भारत में भारी बारिश हो सकती है. मौसम में अचानक आया यह बदलाव, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हथिया नक्षत्र का प्रभाव माना जा रहा है.
हथिया नक्षत्र एक ऐसा समय होता है जब लगातार बारिश की हल्की फुहारें होती हैं. किसानों के लिए इस नक्षत्र को काफी अच्छा माना जाता है, जिसका उन्हें इंतजार रहता है. हथिया नक्षत्र 5 तारों का समूह है, जिसकी हाथ के पंजे के जैसी आकृति है. इसका ग्रह स्वामी चंद्र है. पश्चिम जगत में इसे α, β, γ, δ और ε Corvi से दर्शाया जाता है. तारामंडल में इसकी स्थिति 10VI00-23VI20 है.
आसमान में तारों के समूह को नक्षत्र कहते हैं. ये सभी नक्षत्र चंद्रमा के पथ में स्थित होते हैं. चंद्र पंचांग से इनकी गणना आसानी से की जा सकती है. चंद्रमा 27 नक्षत्रों में गति करता है. इन्हें ही प्रधान नक्षत्र माना जाता है. इसके साथ ही एक गुप्त नक्षत्र भी है, जो अभिजीत कहलाता है. इस तरह इनकी संख्या 28 हो जाती है.