ओडिशा राज्य के सरपंचों ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.पंचायत से लेकर राज्य की राजधानी भुवनेश्वर तक धरना-प्रदर्शन कर अपने हक की मांग कर रहे हैं. आंदोलन के दौरान गरपोष सरपंच पुष्पा तिर्की द्वारा दिया गया बयान सोशल मीडिया में जबरदस्त वायरल हो रहा है. उनके बयान को अंचल के लोगों ने हाथोंहाथ लिया है और सराहा है. पुष्पा ने मीडियाकर्मियों से कहा था कि मैं सरपंच चुनाव के दौरान उस समय ट्रेंड कर रहे फिल्मी डायलॉग ‘पुष्पा झुकेगा नहीं साला…’ काफी मशहूर था और मैंने यही डायलॉग बोल-बोलकर लोगों से वोट मांगा था. लोगों को मेरी बात पसंद आई और मुझे लोगों ने सरपंच बनाया. मैंने लोगों से प्रधानमंत्री आवास बनवाने, बुजुर्गों और विधवाओं को भत्ता दिलाने, राशन कार्ड बनवाने, गांव-देहात में सड़क आदि बनवाने का वादा किया था. वर्तमान नवीन पटनायक सरकार ने सरपंचों के सभी अधिकार छीन लिए हैं. सरपंच के हाथ में कुछ भी निर्णय लेने का अधिकार नहीं रह गया है. पंचायत में आने वाले डेवलपमेंट फंड भी कहां पर खर्च किये जाएंगे, वह हमारे हाथ में नहीं है. प्रखंड के बीडीओ और विभागीय अधिकारी तय करते हैं, कहां खर्च होगा.
2012 से 2017 तक रहीं थीं सरपंच
पुष्पा तिर्की ने कहा कि मैं वर्ष 2012 से वर्ष 2017 तक भी पांच साल के लिए सरपंच थी. इस बार लोगों ने मुझे दोबारा सरपंच बनाया है. सरपंच बनने के बाद मैं लोगों का आवास, भत्ता आदि नहीं दिलवा पा रही हूं. उनका काम नहीं करवा पा रही हूं. मैंने चुनाव के समय कहा था कि पुष्पा नहीं झुकेगी, लेकिन राज्य सरकार ने झुका दिया है पुष्पा को. पुष्पा झुक गयी है, जनता की नजरों में.