सीवान के जेडए इस्लामिया पीजी कॉलेज ने एक तुगलकी फरमान जारी किया है. जो की चर्चाओं में बना हुआ है. कॉलेज के प्राचार्य इदरीस आलम ने फरमान जारी करते हुए कॉलेज परिसर में छात्र-छात्राओं के एक साथ बैठने और उनके हंसी-मजाक करने पर रोक लगा दी है. इसके साथ ही ऐसा करते हुए पकड़े जाने पर नामांकन रद्द करने की चेतावनी भी दी है. यह पत्र अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. यह आदेश गत तीन अक्तूबर को प्राचार्य के हस्ताक्षर से जारी हुआ है. इधर, इस पत्र के जारी होने के बाद शिक्षा जगत में इसकी खूब आलोचना हो रही है.
विवाद बढ़ने पर बतायी मानवीय भूल
वहीं, दूसरी तरफ कॉलेज के शासी निकाय सचिव जफर अहमद गनी ने जारी पत्र में लिपिकीय त्रुटि बताया है. सचिव ने कहा कि पत्र गत सप्ताह तीन छात्राओं के बीच सड़क पर आपसी भिड़ंत के बाद जारी किया गया है. छात्राओं के उस भिड़ंत के बाद महाविद्यालय की छवि धूमिल हुई है. इसके बाद दो छात्राओं को निष्कासित करने का भी फैसला लिया गया है.
800 छात्र-छात्रांए हैं कॉलेज में
सचिव का कहना है कि पत्र जारी करने के पीछे किसी की भावना को ठेस पहुंचाना नहीं है, बल्कि एकेडमिक माहौल व परिसर की व्यवस्था को ठीक करना था. सचिव ने बताया कि शिक्षा विभाग की छात्र छात्राओं की 75 फीसदी उपस्थिति की शर्त के बाद निश्चित ही उपस्थिति बढ़ी है, इसके बाद माहौल शैक्षणिक बना रहे, इसका प्रयास महाविद्यालय प्रशासन कर रहा है. इसके आलोक में उक्त पत्र निकाला गया था, जिसमें कुछ मानवीय भूल हो गयी है. इसमें सुधार कर नया पत्र जारी किया जायेगा. बताते चलें कि महाविद्यालय में तकरीबन 800 छात्र-छात्रांए अध्ययन करते हैं.
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इधर, एक सप्ताह पूर्व बीच सड़क पर मारपीट करने के आरोप में तीन छात्राओं में से दो को जेडए इस्लामिया पीजी कॉलेज सीवान की प्रबंधन कमेटी ने निष्कासित करने का फैसला किया है. प्रबंध कमेटी का मानना है कि छात्राओं के इस हरकत से महाविद्यालय की प्रतिष्ठा धूमिल हुई है. शासी निकाय सचिव जफर अहमद गनी ने बताया कि महाविद्यालय की किसी भी छात्र-छात्रा द्वारा माहौल खराब करने व प्रतिष्ठा के साथ खिलवाड़ करने पर बख्शा नहीं जायेगा.
पिछले दिनों झगड़े का वीडियो हुआ था वायरल
बताते चलें कि एक सप्ताह पूर्व महाविद्यालय के समक्ष तीन छात्राओं ने बीच सड़क पर मारपीट करना शुरू कर दिया था. बताया जाता है कि ये सभी छात्राएं महाविद्यालय की थीं. जहां दो बहने मिलकर एक दूसरी छात्रा को बेरहमी से पीट रही थी. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हुआ था, जिसके बाद जांच में प्रबंध समिति ने पाया कि छात्राएं इसी महाविद्यालय की हैं. इसके बाद प्रबंध समिति ने दो छात्राओं के निष्कासन का फैसला किया है.
सिवान से अरविंद कुमार सिंह की रिपोर्ट
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