लखनऊ: उत्तर प्रदेश के दो युवकों ने दक्षिण रेलवे के यात्रियों से आभूषण छीनने के लिए ट्रेन में दिल्ली से सवार हुए और ट्रेनों में डकैतियों को अंजाम दिया. अलग-अलग ट्रेनों में कुल सात बार वारदात की. पुलिस ने 2 अक्टूबर को मंगलुरु में गिरफ्तार किए गए इन युवकों के पास से 125.9 ग्राम सोने के गहने बरामद किए हैं. केरल में रेलवे पुलिस बल ने यूपी के इन लुटेरों तक पहुंचने से पहले कई रेलवे स्टेशनों के सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया तब जाकर इन तक पहुंची. केरल की रेलवे पुलिस ने कहा कि डकैती की इस श्रृंखला की शुरुआत 21 सितंबर को उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर से अभय राज और हरि शंकर गिरि के गोवा पहुंचने के साथ शुरू हुई. वे वहां कुछ दिनों तक रुके. इसके बाद तिरुवनंतपुरम के लिए ट्रेन में चढ़े और 25 सितंबर में कायमकुलम स्टेशन पर अपनी पहली डकैती की. कायमकुलम पुलिस ने आईपीसी की धारा 392 (डकैती) के तहत मामला दर्ज किया. टीम ने उनकी तलाश के लिए जांच भी शुरू कर दी, जबकि ये युवा और अधिक डकैतियां करने के लिए आगे बढ़े. इन युवाओं का पता लगाने के लिए जांच शुरू की और 2 अक्टूबर की रात को मंगला एक्सप्रेस में चढ़ने से पहले पकड़ लिया.
पलक्कड़ आरपीएफ, जिसके अधिकार क्षेत्र में ऐसे तीन मामले सामने आए, ने भी इन युवाओं का पता लगाने के लिए जांच शुरू की और 2 अक्टूबर की रात को टीम ने उन्हें मंगला एक्सप्रेस में चढ़ने से पहले मंगलुरु रेलवे स्टेशन के पूर्वी छोर से पकड़ लिया. मिर्ज़ापुर का एक अन्य व्यक्ति बल्लम (30), जो 28 सितंबर को दोनों में शामिल हुआ, भागने में सफल रहा. गिरफ्तार किए गए लोगों को पूछताछ के लिए मंगलुरु पुलिस को सौंप दिया गया.जांच अधिकारी ने कहा.“पलक्कड़ डिवीजन के अंतर्गत तीन घटनाएं हुईं. युवक पेशेवर चोर थे, आम आदमी के लिए चलती ट्रेन से आभूषण छीनना और उतरना आसान नहीं है. उनके पिछले अपराध इतिहास की आगे जांच की जाएगी ”.
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पुलिस ने कहा कि एक मामले में, राज और गिरी मंगलुरु में चोरी करने के लिए कोझिकोड और कन्नूर से ट्रेन में चढ़े. पुलिस ने कहा कि युवाओं ने जिन्होंने सोने के गहने पहने थे उन महिलाओं और बुजुर्ग पुरुषों सहित कमजोर यात्रियों का विश्लेषण करने में अपना समय लिया. दिलचस्प बात यह है कि युवकों ने मूकाम्बिका मंदिर और उडुपी के एक मंदिर का भी दौरा किया.अब तक, पुलिस ने अपने अपराध के सात पीड़ितों की पहचान की है. पुलिस ने कहा कि युवकों ने वापस मिर्ज़ापुर जाने और चोरी किए गए सोने के आभूषणों को उत्तर प्रदेश में बेचने की योजना बनाई थी.