छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव पर सबसे बड़ा अपडेट आया है. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने एक बयान दिया है, जिससे स्पष्ट हो गया है कि छत्तीसगढ़ समेत देश के पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा शीघ्र की जाएगी. छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं. निर्वाचन आयोग की टीम ने राज्यों का दौरा करके वहां के अधिकारियों के साथ बैठकें कीं और चुनाव की तैयारियों का जायजा लिया. शुक्रवार (6 अक्टूबर) को मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने एक बयान दिया है, जिसके बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि चुनावों की तारीखों का ऐलान एक-दो दिन में ही हो जाएगा. मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने कहा है कि पर्यवेक्षकों से हिंसा मुक्त चुनाव सुनिश्चित करने को कहा है. पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा से पहले निर्वाचन आयोग ने एक अहम बैठक की और इसके बाद यह बयान दिया. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने पर्यवेक्षकों से आगामी चुनावों में धनबल पर पूरी तरह से नियंत्रण लगाने के साथ ही हिंसा मुक्त चुनाव सुनिश्चित करने को कहा.
दिन भर चली चुनाव आयोग की अहम बैठक
चुनाव आयोग ने पुलिस, सामान्य और व्यय पर्यवेक्षकों की दिनभर बैठक ली, जिसका उद्देश्य रणनीति को सुव्यवस्थित करना था, ताकि आदर्श आचार संहिता प्रभावी ढंग से लागू किया जा सके तथा धन एवं बाहुबल चुनावों को प्रभावित न कर पाए, ऐसी व्यवस्था की जाए. राजीव कुमार ने कहा कि पर्यवेक्षकों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि चुनाव हिंसा मुक्त हों और धनबल की बुराई को पूरी तरह से नियंत्रित किया जाए. आयोग ने अब तक राजस्थान, मिजोरम, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में चुनाव तैयारियों का जायजा लिया है. एक दिन पहले ही यानी बृहस्पतिवार (5 अक्टूबर) को आयोग की एक टीम ने तेलंगाना की यात्रा पूरी की.
चुनाव आयोग की टीम ने पूरा किया पांच राज्यों का दौरा
चुनाव आयोग की टीम के पांच राज्यों का दौरा पूरा करने और उसके बाद इस अहम बैठक से अंदाजा लगाया जा रहा है कि निर्वाचन आयोग अगले कुछ दिनों में पांच राज्यों में चुनाव की तारीखों की घोषणा कर सकता है. बता दें कि छत्तीसगढ़ में वर्ष 2003 में पहली बार विधानसभा के चुनाव हुए थे. तब एक चरण में यहां एक दिसंबर 2003 को मतदान कराया गया था. इसके तीन दिन बात यानी चार दिसंबर 2003 को मतगणना कराई गई थी.
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छत्तीसगढ़ में 2008 से दो चरणों में हो रहा है मतदान
वर्ष 2008 में छत्तीसगढ़ में दो चरणों में मतदान हुए थे. इस साल 14 नवंबर और 20 नवंबर को वोटिंग हुई. 8 दिसंबर को सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए मतगणना कराई गई थी. उसी दिन सभी सीटों के परिणाम जारी कर दिए गए थे. सूबे में तीसरी बार वर्ष 2013 में चुनाव हुए. इस बार भी दो चरणों में मतदान हुआ था. पहले चरण की वोटिंग 11 नवंबर को और दूसरे चरण की वोटिंग 19 नवंबर को हुई थी. 8 दिसंबर 2013 को एक साथ मतगणना हुई थी. वर्ष 2018 में भी दो चरणों में ही वोटिंग हुई. पहले चरण का मतदान 14 नवंबर और दूसरे चरण का 20 नवंबर को हुआ था. इस साल भी मतगना 8 दिसंबर को ही कराई गई थी.
छत्तीसगढ़ में आचार संहिता कब लगेगी?
इसलिए संभावना जताई जा रही है कि नवंबर के अंत में या दिसंबर के पहले सप्ताह में इस साल भी छत्तीसगढ़ विधानसभा 2023 के लिए मतदान कराए जा सकते हैं. हालांकि, अभी यह स्पष्ट नहीं है कि मतदान पिछले तीन चुनावों की तरह इस बार भी दो चरणों में कराए जाएंगे या वर्ष 2003 की तरह एक चरण में. बता दें कि जिस दिन विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा होती है, उसी दिन से चुनावी राज्य में आचार संहिता लागू हो जाती है. उसके बाद सभी सरकारी अधिकारी चुनाव आयोग के अधीन हो जाते हैं. वहीं, सरकार भी जनता को आकर्षित करने वाला कोई नीतिगत फैसला नहीं कर सकती है.
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