झारखंड के स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं आपदा प्रबंधन मंत्री बन्ना गुप्ता ने शुक्रवार रात धनबाद जिला के प्रभारी 20 सूत्री मंत्री पद से इस्तीफे दे दिया. इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस के धनबाद लोकसभा समन्वय समिति के प्रभारी पद से भी इस्तीफा दे दिया है. धनबाद में आयोजित समन्वय समिति की बैठक में उन्होंने इस आशय की घोषणा की और वहां से निकल कर रांची के लिए रवाना हो गये. इस दौरान पत्रकारों के पूछे जाने पर उन्होंने कहा : भाजपा से मिले हुए कांग्रेस के कुछ लोगों ने प्रायोजित तरीके से विरोध दर्ज किया. उनकी सक्रियता बढ़ने से कुछ लोग दुखी हैं, इसलिए वह इस्तीफा दे रहे हैं. गौरतलब है कि विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए मंत्री बन्ना गुप्ता धनबाद पहुंचे थे.
क्या था पूरा मामला
पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को कांग्रेस की धनबाद लोकसभा क्षेत्र समन्वय समिति की पहली बैठक थी. छह घंटे के अधिक समय तक चली बैठक में कई बार आरोप-प्रत्यारोप लगे. बोकारो और झरिया विधानसभा क्षेत्र के दो-तीन नेताओं ने आरोप लगाया कि प्रभारी मंत्री कार्यकर्ताओं का फोन नहीं उठाते हैं. क्षेत्र में समय नहीं देते हैं. जनता का काम नहीं हो पा रहा है. इससे पहले दिन में जनसुनवाई के दौरान भी कांग्रेस के गोविंदपुर प्रखंड अध्यक्ष मनोज हाड़ी ने आरोप लगाया था कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मान-सम्मान नहीं दिया जा रहा है.
प्रभारी मंत्री बन्ना गुप्ता ने समापन भाषण में कहा कि वह बैठक में खुद पर लगे आरोपों से आहत हैं. सोमवार को मुख्यमंत्री से मिल कर पद छोड़ने के खुद के निर्णय से उन्हें अवगत करायेंगे. साथ ही झारखंड कांग्रेस के प्रभारी से भी धनबाद लोकसभा के प्रभारी पद से हटाने की अपील करेंगे. यह कह कर मंत्री बैठक से निकल गये. मंत्री के नाराज हो कर निकलने के बाद प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष सह पूर्व मंत्री जलेश्वर महतो, लोकसभा क्षेत्र के संयोजक अजय दुबे, ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह, जिलाध्यक्ष संतोष सिंह सहित कई नेता सर्किट हाउस पहुंचे. सभी ने मंत्री से इस्तीफा वापस लेने का आग्रह किया. कार्यकर्ताओं ने भी मंत्री की गाड़ी को घेर कर इस्तीफा वापस लेने की मांग की.
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बोले मंत्री : कुछ लोग पार्टी को कमजोर कर रहे हैं
‘प्रभात खबर’ से बातचीत में मंत्री ने कहा कि शुक्रवार को भी क्षेत्र के लोगों की समस्याओं को दूर करने के लिए जनसुनवाई का आयोजन किया गया था. इसमें भाजपा से मिले हुए कांग्रेस के कुछ लोगों ने प्रायोजित तरीके से विरोध दर्ज किया. उनके द्वारा किये जाने वाले कार्यों से घबरा कर उन्होंने विरोध किया. स्थानीय राग अलापा. आहत होकर धनबाद में मिली सभी जिम्मेवारियों से इस्तीफा देने की घोषणा की. पार्टी में रह कर कुछ लोगों ने पार्टी को कमजोर करने की ठान रखी है, ऐसे लोगों से क्षुब्ध होकर मैंने धनबाद से जुड़े अपने सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है. इसकी जानकारी केंद्रीय नेतृत्व व झारखंड सरकार को भी विधिवत दे दूंगा.