Jharkhand Weather Forecast|Weather At My Location Today|झारखंड से लौटने से पहले मानसून कई इलाकों में बरसेगा. सूबे में मानसून कमजोर पड़ चुका है. पिछले 24 घंटे का रिकॉर्ड तो यही कह रहा है. हालांकि, इस दौरान कहीं-कहीं हल्के से मध्यम दर्जे की वर्षा हुई. लेकिन, मौसम विभाग ने कहा है कि अब मानसून की विदाई का वक्त आ गया है. लौटने से पहले यह झारखंड के कुछ जगहों पर बरसेगा. भारत मौसम विज्ञान केंद्र (आईएमडी) के रांची स्थित मौसम केंद्र ने शनिवार (7 अक्टूबर) को यह जानकारी दी. मौसम केंद्र के प्रमुख अभिषेक आनंद ने बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून के लौटने का वक्त हो गया है. देश के कई हिस्सों से इसकी वापसी हो भी चुकी है. झारखंड से 10 अक्टूबर तक इसके विदा होने के संकेत हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि झारखंड से विदा लेने से पहले मानसून कई इलाकों में बरसेगा. उन्होंने कहा कि आठ अक्टूबर के झारखंड के उत्तर-पूर्वी तथा दक्षिण-पूर्वी भागों में कहीं-कहीं हल्के दर्जे की वर्षा होने की संभावना है. साथ ही यह भी कहा कि अगले पांच दिनों तक झारखंड में अधिकतम तापमान में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है. उन्होंने कहा कि इसके बाद नौ अक्टूबर से मौसम शुष्क रहेगा. रांची के प्रमुख मौसम वैज्ञानिक ने यह भी बताया कि 12 और 13 अक्टूबर को उत्तर-पूर्वी भागों में कहीं-कहीं हल्के दर्जे की वर्षा हो सकती है.
झारखंड में कमजोर रहा मानसून
मौसम विभाग के मुताबिक, झारखंड में पिछले 24 घंटे के दौरान मानसून कमजोर रहा. सबसे अधिक 17 मिलीमीटर वर्षा गढ़वा जिले में हुई. सबसे अधिक उच्चतम तापमान डालटेनगंज और पश्चिमी सिंहभूम के चाईबासा में रिकॉर्ड किया गया. इन दोनों जगहों का अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेंटीग्रेड रहा. इस दौरान सबसे कम न्यूनतम तापमान राजधानी रांची का रहा. यहां का न्यूनतम तापमान 21.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने बताया कि गढ़वा में 17 मिलीमीटर, धुरकी में 10.5 मिलीमीटर, कुरडेग में 7.4 मिलीमीटर, गढ़वा में 5.4 मिलीमीटर, मुरहू में 4 मिलीमीटर, राजमहल में 4 मिलीमीटर, महेशपुर में 2.7 मिलीमीटर और बोरियो में 1.2 मिलीमीटर वर्षा हुई.
गढ़वा में हुई सामान्य से 1030 फीसदी अधिक वर्षा
मौसम केंद्र रांची के प्रमुख अभिषेक आनंद ने बताया कि एक अक्टूबर से सात अक्टूबर के बीच 133.4 मिलीमीटर वर्षा हुई है, जो सामान्य से 358 फीसदी अधिक है. इस दौरान 29.1 मिलीमीटर वर्षा को सामान्य वर्षापात माना जाता है. इस एक सप्ताह के दौरान सबसे ज्यादा 196.3 मिलीमीटर वर्षा धनबाद में हुई है. गढ़वा में 192.1 मिलीमीटर, बोकारो में 190.7 मिलीमीटर वर्षा हुई. पश्चिमी सिंहभूम, सिमडेगा, सरायकेला-खरसावां और पाकुड़ ऐसे जिले हैं, जहां 100 मिलीमीटर से कम वर्षा हुई. बाकी सभी जिलों में 100 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई. इन सात दिनों में गढ़वा में 17 मिलीमीटर की बजाय 192.1 मिलीमीटर वर्षा हुई है, जो सामान्य से 1030 फीसदी अधिक है.
Also Read: लौटने से पहले झारखंड के इन इलाकों में बरसेगा मानसून, मौसम विभाग ने बताया कहां होगी बारिश
मानसून की वापसी के अनुकूल बन रहा माहौल
मौसम विभाग ने कहा है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी के अनुकूल माहौल तैयार हो चुका है. लखनऊ, सतना, नागपुर, परभणी, पुणे, अलीबाग से इसकी वापसी हो रही है. परिस्थितियां ऐसी बन रहीं हैं कि अब यह पूर्वी उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्यप्रदेश, बिहार के कुछ हिस्सों के साथ-साथ झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और महाराष्ट्र के कुछ और हिस्सों से अगले दो दिन में इसकी वापसी हो जाएगी. साथ ही यह भी कहा है कि एक ट्रफ है, जो इस वक्त मणिपुर से पूर्वी बिहार और उससे आगे बांग्लादेश की ओर बढ़ रहा है.
Also Read: झारखंड में 3 दिनों तक एक्टिव रहेगा मानसून, होगी भारी बारिश, मौसम विभाग ने किया अलर्ट