गोरखपुर : देवरिया जिले के रूद्रपुर कोतवाली क्षेत्र के फतेहपुर गांव में लेहड़ा टोले में जमीन के विवाद में छह लोगों की हत्या के मामले ने सोमवार को फिर से तूल पकड़ लिया. पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की पैतृक सम्पत्ति की पैमाइश को लेकर पहुंचे तहसील प्रशासन को हजारों की संख्या में पहुंचे ग्रामीणों ने घेर लिया. हंगामा खड़ा हो गया. भीड़ को नियंत्रित कर तितर-बितर करने के लिए पुलिस को हल्का बल का प्रयोग करना पड़ा. दो अक्टूबर को पूर्व जिला पंचायत सदस्य प्रेमचंद यादव की पहले धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या की गई थी. उसी के प्रतिशोध में प्रेमचंद यादव पक्ष ने सत्य प्रकाश दुबे और उसके परिवार के चार सदस्यों की निर्मम हत्या कर दी गई थी. इसी मामले में आरोपी प्रेम चंद यादव के पैतृक मकान के ध्वस्तीकरण के लिए पैमाइश की जा रही है ताकि उसका अवैध निर्माण को ध्वस्त किया जा सके. इस पैमाइश के दौरान आसपास के ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया है. गांव में तनाव देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. वही मुख्य राजस्व अधिकारी रजनीश राय ने बताया कि पूरे गांव की पैमाइश की जा रही है जो नियमानुसार कार्रवाई होगी किया जाएगा.
पुलिस ने गांव की सीमाओं को सील कर दिया है. किसी भी बाहरी आदमी को गांव में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है. इस दौरान पुलिस ने कुछ लोगों को हिरासत मे लिया है. वही प्रेम यादव के परिवार से मिलने जा रहे हैं सपा नेताओं को गांव के बाहर ही पुलिस ने रोक दिया है.जिसके बाद पुलिस से उनकी नोक झोंक भी हुई है.पहले भी तहसील की टीम ने प्रेमचंद यादव के घर और खेत की पैमाइश की थी.इस दौरान टीम को वहां अवैध कब्जा मिला था.
Also Read: Assembly Election : मायावती का पांच राज्यों में ये है प्लान! चुनाव आयोग से कर दी ये अपील !टीम ने प्रेमचंद यादव के घर पर नोटिस चस्पा किया था. साथ ही अवैध कब्जे का 32000 रुपए जुर्माना जमा करने को कहा था.इसके बाद से प्रेमचंद यादव के घर बुलडोजर चलने की आशंका थी.फिलहाल अभी भी गांव में तनाव का माहौल बना हुआ है. पूरे गांव को छावनी में तब्दील कर दिया गया है. गांव की सीमा को सील कर दिया गया है. किसी भी बाहरी व्यक्ति को गांव में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है.
रिपोर्ट : कुमार प्रदीप