स्काइमेट वेदर के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान, तटीय कर्नाटक, उत्तरी केरल और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है.
स्काइमेट वेदर के अनुसार, पूर्वोत्तर भारत, सिक्किम, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, तटीय आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं. वहीं पश्चिमी हिमालय, गोवा और रायलसीमा में हल्की बारिश हो सकती है.
पलामू प्रमंडल से मानसून की विदाई की शुरुआत हो चुकी है. धीरे-धीरे एक दो दिनों में झारखंड से मानसून की विदाई हो जाएगी. फिलहाल बारिश के आसार नहीं हैं. मौसम शुष्क रहने की संभावना जतायी जा रही है. मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान की मानें, तो 16 अक्टूबर तक झारखंड में मौसम शुष्क रहने की संभावना है. दूर-दूर तक बारिश के आसार नहीं हैं. इस तरह दुर्गा पूजा की शुरुआत में मौसम साफ रहेगा.
बिहार के अरवल और आरा में मॉनसून की विदाई हो गई है. इसके अलावा पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, सारण, सिवान, गोपालगंज, बक्सर, भोजपुर, रोहतास, भभुआ और औरंगाबाद से मॉनसून की विदाई की शुरुआत हो चुकी है.
राजस्थान में इस सप्ताह के आखिर तक एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है जिससे कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है. मौसम केंद्र जयपुर के अनुसार, राज्य के पश्चिमी भागों में 15 अक्टूबर को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना है. पश्चिमी राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों तथा बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़ के कुछ भागों में दोपहर बाद कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है. इस विक्षोभ का सर्वाधिक असर 16-17 अक्टूबर को रह सकता है. विक्षोभ के चलते जोधपुर, बीकानेर, अजमेर व जयपुर संभाग के कुछ भागों में बादलों की गरज के साथ कहीं-कहीं हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश होने की संभावना है. इसी तरह 18 अक्टूबर को भी राज्य के उत्तरी व पूर्वी भागों में कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है.
ऊंचे स्थानों पर हिमपात की पुष्टि करते हुए मौसम विभाग कार्यालय के निदेशक सुरिंदर पॉल ने कहा कि 14 अक्टूबर से हिमाचल प्रदेश में एक अन्य पश्चिमी विक्षोभ आएगा जिसके फलस्वरूप ऊंचे स्थानों पर हिमपात तथा निचले पहाड़ों पर वर्षा होगी.