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अमिताभ बच्चन केक नहीं खाते, समोसा है पसंद… भूतनाथ डायरेक्टर विवेक शर्मा ने किए कई दिलचस्प खुलासे

बॉलीवुड के शंहशाह अमिताभ बच्च्न अपनी एक्टिंग के हर किसी का दिल जीत लेते हैं. एक्टर ने अपने फिल्मी करियर में एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में दी है. आज बिग बी अपना 81वां जन्मदिन मना रहे हैं. आइये जानते हैं कि वह केक क्यों नहीं खाते हैं.

महानायक अमिताभ बच्चन आज अपना 81 जन्मदिन मना रहे हैं. डायरेक्टर विवेक शर्मा ने उन्हें फिल्म भूतनाथ में निर्देशित किया था. वह अपने साथ महानायक के रिश्ते को पारिवारिक करार देते हैं, जिसने उन्हें जिंदगी भर के लिए बहुत खास पल दिये हैं. उर्मिला कोरी से हुई बातचीत के प्रमुख अंश….

हर दूसरे दिन हमारी होती है बात

उनके साथ काम करना ड्रीम को डिफाइन करना है. हर फिल्ममेकर का सपना होता है कि कुछ क्रिएट करें और उसने क्रिएशन से अगर महानायक अमिताभ बच्चन जुड़ जाए, तो वह लार्जर देन लाइफ हो जाता है. जैसे भूतनाथ फिल्म आज अमर हो गयी है.उसका बहुत बड़ा क्रेडिट बच्चन साहब हो जाता है. भूतनाथ के लिए रवि चोपड़ा ने उनसे मेरी मुलाकात करवाई , तो उन्होंने तीन से चार दिन लिया, लेकिन जब उनको समझ आ गया कि मैं टेक्निकली , इमोशनली और डायरेक्टोरियली बहुत अच्छा साउंड कर रहा, तो वह तुरंत जुड़ गए. उस फिल्म से बना रिश्ता आज तक बना हुआ है. मैं तक़रीबन रोज़ ही उनसे चैट करता हूं. कोई गाइडेंस लेना होता है या क्रिए टिव में कुछ फंसता हूं, तो मैं उन्हें मैसेज करता हूं यकीं मानिये वह तुरंत जवाब देते हैं और लम्बे-लम्बे जवाब देते हैं, तो बहुत ही अच्छा लगता है.

चीनी कम की विग पहनी थी भूतनाथ में

शूटिंग के पहले दिन उन्होंने मुझे अपने वैन में बुलाया और दो विग दिखाई. एक विग उनकी एक फ्लॉप फिल्म की थी और दूसरी उन्होंने फ़िल्म चीनी कम में पहनी थी. उन्होंने मुझसे पूछा इस किरदार के लिए कौन सा वाला इस्तेमाल करूं. मैंने बोला कि चीनी कम हिट है, उसी का पहनना सही रहेगा. निर्देशक के तौर पर मेरी पहली फिल्म है, तो मैं किसी भी तरह का कोई रिस्क लेना नहीं चाहता हूं. उन्होंने जवाब में कहा लेकिन इस विग में तो पोनीटेल भी है. मैंने कहा इसे काट देते हैं, लेकिन आप इसी विग को पहनिएगा क्योंकि फिल्म चीनी कम हिट थी. वह जोर से हंसने लगे.सेट पर पहले दिन से ही एक बहुत सहज माहौल हमारे बीच बना दिया था. उन्होंने इस बात का पूरा ख्याल रखा कि मैं कभी भी सेट पर नर्वस ना होऊं.

मेरे लिए भी कुर्सी से उठ जाते थे

मैं राइटर डायरेक्टर के साथ-साथ एक्टर भी रहा हूं. जिस वजह से अक्सर अभिनेता को सीन को समझाते हुए मैं खुद एक्ट करने लगता हूं.एक दिन पैकअप के बाद मुझे लगा कि मैं कौन हूं, जो मैं महानायक को एक्टिंग करके दिखाऊं. मैं उनके वैन में गया और कहां कि दादा में जो एक्टिंग करके आपको दिखाता हूं.आपको बुरा तो नहीं लगता है. उन उन्होंने कहा कि नहीं-नहीं मुझे अच्छा लगता है. तुम इतना डिटेल में दिखा देते हो तो हमें बस थोड़ा सही जोड़ना पड़ता है. उन्होंने मेरे आत्मविश्वास को और बढ़ाते हुए कहा कि राजकुमार संतोषी और तुम ऐसे दो डायरेक्टर इंडस्ट्री में हो. जो एक्ट करके दिखाते हो. बच्चन साहब के साथ नया डॉक्टर पुराना डायरेक्टर यह मामला है ही नहीं. एक बार उन्होंने कमिटमेंट किया है तो वह डायरेक्टर के सुर में ही काम करते हैं. मैं बताना चाहूंगा कि फिल्म के सेट पर अगर वह कुर्सी पर बैठे हैं और मेरे पास कुर्सी नहीं, तो वह कुर्सी से उठ जाते थे और अपने स्टाफ से मेरे लिए कुर्सी लाने के लिए कहते थे.मैं बोलता भी था कि सर आप मुझे शर्मिंदा कर रहे हैं लेकिन वह कहते कि तुम डायरेक्टर हो विवेक बाबू.एक दिन सेट पर शाहरुख खान भी थे, दादा के इस व्यवहार ने उन्हें भी चकित कर दिया था.

भूतनाथ में 36 साल पुराना अमित जी का ये नियम टूटा था

दादा की खासियत है कि वह बिना फिल्म देखे फिल्म की डबिंग नहीं करते हैं, लेकिन मेरी फिल्म में ये नियम टूटा था. दरअसल मेरी फिल्म में वीएफएक्स बहुत ज्यादा था, जब तक वीएफएक्स पुराने का काम पूरा नहीं जाता है तब तक साउंड का इफेक्ट अच्छा नहीं आता इसलिए मैंने तय किया था कि मैं अपनी फिल्म उनको नहीं दिखाऊंगा. उन्होंने कहा कि तू फिल्म क्यों नहीं दिख रहा है. मैंने कहा कि अभी काम नहीं हुआ है. उन्होंने बोला कि ठीक है तू गाना दिखा. गाना देखने के लिए वह एडिट रूम में आए हमें मालूम पड़ चुका था कि वह केक खाना पसंद नहीं करते है इसलिए हमने उनके लिए समोसा जलेबी मंगाया था. मीठा वो खाते नहीं है, लेकिन समोसा वह बड़े चाव से खाते हैं उन्होंने दोनों हाथों में समोसा लेकर जमकर खाया और गाने को देखा. उनके सेक्रेटरी शीतल जैन का फिर शाम को कॉल आया. उन्होंने कहा कि अमित ने अपने 36 साल के करियर में बिना फिल्म देखे कभी डबिंग नहीं किया, लेकिन पता नहीं क्यों उसे तुमसे इतना लगाव हो गया है कि बिना फिल्म देखे ही वह कल तुम्हारी फिल्म की डबिंग करने आ रहा है. पहली बार उसने अपना 36 साल पुराना नियम तोड़ा है.

हाथों लिखा खत और मोबाइल किया था गिफ्ट

फिल्म की डबिंग शुरू हो गई, लेकिन डबिंग के तीन से चार दिन बाद उनकी आवाज खराब हो गई थी तो उन्होंने उस दौरान फिल्म के सेकंड हाफ के कुछ सीन देखना शुरू किया. सीन देखने के बाद वह बिना कुछ कहे चले गए.मुझे लगा कि उन्हें फ़िल्म पसंद नहीं आई मैं अक्सर यह बातें सुनते आया था कि एडिट टेबल पर वह खुद बैठते हैं और फिल्म की रिलीज डेट भी वह खुद ही तय करते हैं ,लेकिन सच कहूं तो मेरे साथ ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था. अगले दिन उनके स्टाफ से प्रवीण दादा आए और उनके हाथ में एक बुके,बच्चन साहब के हाथो लिखा नोट था. जिसमे उन्होने लिखा था कि कल मैंने डबिंग में फिल्म देखी और मेरे आंख से आंसू निकल आए थे. विवेक तुमने बहुत अच्छी फिल्म बनाई है. तुममे मध्यम वर्गीय परिवार की मिट्टी की भीनी भीनी खुशबू है उसे कभी खोना मत. तुम्हारा पुराना मोबाइल बहुत बुरी कंडीशन में देखा था इसलिए तुम्हारे लिए नया मोबाइल भेज रहा हूं. हो सकता है कि तुम्हें अच्छा लगे. यह पढ़कर मेरी आंखें भर गई बच्चन साहब ने मेरी फिल्म को पसंद कर लिया यह मेरे लिए अपने आप में किसी ऑस्कर जीतने से कम नहीं था.

सभी का बहुत रखते हैं ख्याल

भूतनाथ की जब वो शूटिंग कर रहे थे, उसी वक्त फिल्म ब्लैक के लिए उनको नेशनल अवार्ड मिला था. हमारे सेट पर हमने दो केक लाया गया था. एक केक में हमने लिखा था कि थिस ईयर ब्लैक और नेक्स्ट ईयर भूतनाथ. उन्होंने केक काटा मैंने अपने हाथ से केक का एक बड़ा पीस खिलाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कहा कि नहीं विवेक में केक नहीं खाता हूं सिर्फ एक दाने के बराबर उन्होंने केक खाया था. हमारे प्यार को देखते हुए उन्होंने हमारे 130 लोगों की यूनिट के लिए मिठाई का डिब्बा मंगवाया था और इस बात का भी ध्यान रखा कि हर किसी को मिठाई मिले. फिर चाहे लाइट वाला हो या कपडे वाला. उनके साथ सेट पर हर दिन सेलिब्रेशन जैसा होता था.

उनका अंदाज़ है बहुत खास

उनके साथ काम करते हुए आप उनको करीब से जानें ने लगते हैं तो आपको मालुम पड़ता है कि उनमें कितना कुछ खास और आम जैसा है .वह हर दिन अनार जरूर खाते हैं.तकरीबन चार बजे के करीब, वह रूहअफ़्ज़ा पीना बहुत पसंद करते हैं. बचपन में फ्रिज की बर्फ को जैसे निकाल कर चबाना हमें पसंद था वैसे वो आज भी करते हैं. सेट पर वो आस-पास हैं या आनेवाले हैं ये उनकी कुर्सी से मालूम पड़ता है. उनकी हाइट ज्यादा है, तो वह सेट पर एक नहीं बल्कि तीन कुर्सी लगाने के बाद उस पर बैठते हैं. एक के ऊपर एक ऐसे करके तीन कुर्सी. तीन कुर्सी सेट पर लग गई समझ लीजिए बच्चन साहब कभी भी सेट पर पहुंचने वाले है.

रिटर्न गिफ्ट मांगा है

इस उम्र में भी वह इतने सक्रिय हैं. यह चीज हम सभी को बहुत ही प्रेरणा देने वाली है. मैं उनके जन्मदिन पर उनके अच्छे हेल्थ की कामना करता हूं. हाल ही में मेरी बात हुई थी तो मैं उनसे कहा था कि आपको मैं क्या गिफ्ट दे सकता हूं. भगवान ने आपको सब कुछ दिया है. हां मैं रिटर्न गिफ्ट जरूर लेना चाहूंगा. मैं जल्दी उनके साथ फिल्म चुल्लू भर पानी में बनाने वाला हूं. फिल्म में उनका साथ मेरा रिटर्न गिफ्ट होगा.

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