बर्दवान/पानागढ़, मुकेश तिवारी : पश्चिम बंगाल के पूर्व बर्दवान जिले के रायना थाना इलाके के श्यामसुंदर इलाके में आदिवासी समुदायों ने दो माह से अपहृत एक आदिवासी किशोरी के अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाने और पुलिस की असफलता के खिलाफ गुरुवार सुबह से ही सड़क अवरोध कर धरना पर बैठ गए है. प्रदर्शनकारियों के विरोध प्रदर्शन के कारण उक्त सड़क मार्ग से वाहनों का आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया. पुलिस मौके वारदात पर पहुंच कर परिस्थिति को नियंत्रित करने में जुटी हुई है.बताया जाता है की आदिवासी समुदाय द्वारा इस सड़क अवरोध के कारण सुबह से ही स्थिति तनाव पूर्ण बन गई है.
आदिवासी समुदाय के लोगों का आरोप है की करीब दो महीने पहले रायना थाना के खालेरपुल से एक आदिवासी लड़की का अपहरण कर लिया गया था. आरोप है कि उसका अबतक कोई अता-पता नहीं चल सका है. प्रशासन से सक्रियता बढ़ाने की मांग को लेकर आज सुबह से ही आदिवासी समुदाय द्वारा सड़क जाम कर विरोध प्रदर्शन जारी है.आदिवासी संगठन के नेता सुख लाल टुडू ने मिडिया को बताया की इसी वर्ष छह अगस्त 23 को गांव की आदिवासी लड़की लखी किश्कु (15) का उसके घर से बदमाश अपहरण कर ले गए थे. दूसरे दिन 7 अगस्त को रेलवे स्टेशन पर उक्त बदमाशों को लड़की के साथ देखा गया था.
Also Read: Bengal News : जल्द ही अब पानागढ़ स्टेशन पर रुकेंगी अप बाघ और डाउन रक्सौल मिथिला एक्सप्रेस ट्रेन
परिवार द्वारा रायना थाने में मामला दायर किया गया था. इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार भी किया था. लेकिन उसके बावजूद अबतक इस दिशा में कोई लाभ पुलिस और प्रशासन नहीं कर पाई है को उक्त किशोरी कहां है. आज हमलोग सड़क अवरोध करने के लिए बाध्य हुए है. जब तक जिला प्रशासन द्वारा सटीक जवाब नही मिल जाता जब तक उक्त अपहृत किशोरी को पुलिस तलाश नहीं कर लेती हमलोगो का यह आंदोलन जारी रहेगा . यदि इसके बाद भी कोई कार्य नहीं होता है तो हमलोग राज्य स्तर और केंद्र स्तर पर आंदोलन करेंगे.
Also Read: Bengal : पानागढ़ इलमबाजार के बीच वाहनों का आवागमन चार दिनों तक रहेगा बाधित