सूर्य ग्रहण रात में 8 बजकर 34 मिनट से शुरू होगा, जो मध्य रात्रि 2 बजकर 25 मिनट पर समाप्त होगा. गर्भवती महिलाओं को ग्रहण काल के दौरान कुछ सावधानियां जरूरी रूप से बरतनी चाहिए.
ग्रहण के दौरान सूर्य से हानिकारक किरणें निकलती हैं, जिसके कारण नकारात्मक ऊर्जा बढ़ जाती है. इससे गर्भवती महिलाओं के गर्भ में पल रहे बच्चे की सेहत से जुड़ी समस्या की आशंका बन जाती है.
गर्भवती महिलाओं को कोई भी ग्रहण नहीं देखना चाहिए. ऐसा करना महिला और उसके बच्चे पर नकारात्मक असर डाल सकता है.
गर्भवती महिलाओं को सूर्य ग्रहण के दौरान बाहर निकलने से बचना चाहिए. मान्यता है कि इससे बच्चे में शारीरिक दोष उत्पन्न होते हैं
सदियों से दादन- नानी भी कहते आ रही हैं कि सूर्य ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को भूलकर भी चाकू- कैंची या किसी धारदार चीज का प्रयोग नहीं करना चाहिए.
जब ग्रहण समाप्त हो जाए तो गर्भवती महिलाओं को नहाना चाहिए अगर आप ऐसा नहीं कर पाये तो कम से कम शुद्ध होने के लिए पैर हाथ और मुंह धोकर वस्त्र बदल लें
गर्भवती महिलाओं को ग्रहण काल के दौरान मंत्र जाप करना या भगवान की भक्ति करनी चाहिए.आप इस दौरान सूर्यदेव का इस मंत्र का जप कर सकते है- ‘ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नम:’. इसके अलावा सूर्यदेव का एक अन्य विशेष मंत्र का भी जप कर सकते है- ‘ऊँ घृणिः सूर्याय नमः’. मान्यता है कि इस दौरान मंत्रों का उच्चारण करने से ग्रहण के दौरान फैली निगेटिविटी का व्यक्ति पर असर नहीं पड़ता है.
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