आगरा: उत्तर भारत की प्रसिद्ध जनकपुरी में शुक्रवार को आगरा के सांसद और केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री एसपी सिंह बघेल और इटावा के सांसद राम शंकर कठेरिया ने एक साथ खड़े होकर श्री रामचंद्र व अन्य स्वरूपों की आरती उतारी. इस दौरान जनकपुरी महोत्सव कमेटी द्वारा उन्हें स्मृति चिन्ह भी भेंट किया गया. काफी लंबे समय बाद सांसद डॉ. राम शंकर कठेरिया और सांसद प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल एक साथ किसी मंच पर दिखाई दिए. हालांकि लोगों ने इस पल को अपने कमरे में कैद कर चुटकी लेते हुए पूछा “क्या दोनों सांसद अब एक दूसरे के साथ आ गए हैं.”
जनकपुरी महोत्सव में शुक्रवार को इटावा के सांसद राम शंकर कठेरिया मौजूद रहे. जिसके कुछ देर बाद प्रो एसपी सिंह बघेल भी जनकपुरी में पहुंचे. वहीं सांसद राम शंकर कठेरिया वीआईपी दीर्घा में सबसे पीछे की लाइन बैठे हुए थे. प्रो एसपी सिंह बघेल उसी दीर्घा में सबसे आगे की पंक्ति में बैठे. जब एक अधिकारी ने सांसद राम शंकर कठेरिया को आगे बैठने को कहा तो उन्होंने कह दिया कि पीछे से मुझे मंच पर सब दिख रहा है इसलिए बैठा हूं. वहीं लोग दबी जुबान से कह रहे थे कि दोनों सांसद एक दूसरे के साथ नहीं बैठते. लेकिन वहीं जब स्वरूपों की आरती हुई तो दोनों सांसद ने एक साथ आरती उतारी और कमेटी द्वारा स्मृति चिन्ह लेते हुए भी साथ दिखे.
संजय प्लेस में सजी जनकपुरी में तीसरे दिन कई सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए. नृत्यांगनाओं ने अपनी प्रस्तुति दी. हालांकि तीसरे दिन जनकपुरी महोत्सव में लोगों की काफी कम संख्या देखने को मिली. करीब साढ़े आठ बजे श्री रामचंद्र अपने परिवार के साथ पीएल पैलेस होटल से घोड़े पर सवार होकर बैंड बाजा के साथ जनक महल के लिए निकले. वहीं रथ में माता जानकी भी विराजित हुई. लेकिन शुक्रवार को श्री रामचंद्र के साथ एक रथ पर तुलसी शालिग्राम और एक रथ पर महर्षि विश्वामित्र भी विराजित हुए. बताया जा रहा है कि गुरुवार को महर्षि विश्वामित्र का रथ तैयार नहीं था. इसीलिए वह जनक महल तक नहीं आए. सभी स्वरूप संजय प्लेस स्थल में भ्रमण करते हुए जनक महल पर पहुंचे. इस दौरान रास्ते में मौजूद भक्तों ने उनके दर्शन किए और जमकर जय श्री राम के जयकारे लगाए. वहीं शुक्रवार को जनकपुरी महोत्सव में सीता जी की विदाई हुई. इस दौरान कई लोग और भक्तजन अपने आप को भावुक होने से रोक नहीं पाए.
सांसद प्रोफेसर एसपी सिंह बघेल ने बताया कि आज सीता जी की विदाई का भावुक पल है. सब कुछ बिल्कुल उसी तरीके से हो रहा है जिस तरह से त्रेता युग में वर्णन किया गया है. सीता जी भक्त जनों को दर्शन देते हुए जनक महल से विदा लेंगी. इस दौरान तमाम लोग भावुक भी हो सकते हैं. उन्होंने बताया कि उत्तर भारत की प्रसिद्ध रामलीला का आयोजन चल रहा है. और जनकपुरी महोत्सव का आयोजन अब समाप्ति की ओर है. सब कुछ बड़े अच्छे तरीके से हो रहा है. श्री रामचंद्र की कृपा सभी पर बरस रही है.
Also Read: UP News: अमेठी में जल्द होगा सांसद सांस्कृतिक प्रतियोगिता कार्यक्रम, सीएम योगी ने दी जानकारी