Israel hamas War Updates: इस्राइल से 38 घंटे का सफर तय कर आर्यापुरी रातू रोड की बिनीता घोष शनिवार को रांची पहुंच गयी. शाम 04:05 बजे बिरसा मुंडा एयरपोर्ट के अराइवल से बाहर निकल कर बिनीता नम आंखों से अपने पिता विश्वजीत घोष से लिपट गयी. मां रूपा घोष साढ़े तीन बजे से अराइवल गेट पर टकटकी लगायी बैठी थी. बेटी को सुरक्षित देख उनका स्नेह छलक उठा. बेटी को गले लगाकर मां ने हरे कृष्णा का जयकार किया. बिनीता का स्वागत करने एयरपोर्ट पर राज्यसभा सांसद डॉ महुआ माजी भी पहुंची थी. उन्होंने बिनीता का स्वागत गुलदस्ता देकर किया. डॉ महुआ बिनीता की घर वापसी को लेकर लगातार विदेश मंत्रालय के संपर्क में थी.
बिनीता ने बताया कि इस्राइल स्थित भारतीय दूतावास से लगातार विद्यार्थियों से संपर्क कर उनकी कुशलता की जानकारी ली जा रही थी. ऑपरेशन अजय की घोषणा होने के साथ विद्यार्थियों को ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करने की जानकारी दी गयी. इसके बाद स्थिति को शांत देख 12 अक्तूबर को रात 12:30 बजे उन्हें एयरपोर्ट तक सुरक्षित लाया गया. एयरपोर्ट पर सैकड़ों की संख्या में भारतीय मूल के विद्यार्थी जुटे थे. जांच करने के बाद सभी को हवाई जहाज में बैठाया गया. एयरलिफ्ट ऑपरेशन के फर्स्ट फ्लाइट से बिनीता इस्राइल से साढ़े पांच घंटे का सफर तय कर 13 अक्तूबर की सुबह छह बजे दिल्ली एयरपोर्ट पहुंची, जहां प्रत्येक राज्य के प्रतिनिधि पहुंचे थे, पर झारखंड से कोई नहीं था.
हालात सुधरने पर वापस विवि से जुड़ेगी
बिनीता ने बताया कि तेल अवीव यूनिवर्सिटी ने युद्ध परिस्थिति में विद्यार्थियों का भरसक सहयोग किया. सायरन बजते ही बंकर तक पहुंचना खौफनाक अनुभव रहा. जितना समय बंकर में रही, उस बीच माता-पिता और ईश्वर को याद किया. बिनीता ने कहा कि विवि ने फिलहाल युद्ध परिस्थिति सुधरने तक अवकाश दिया है. स्थिति सामान्य होने के बाद दोबारा विवि में शोध कार्य से जुड़ेंगी. इस दौरान घर पर रहकर पढ़ाई करेगी.
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