Weather Forecast: आज से नवरात्रि शुरू हो गई है. इस बीच राजस्थान में मौसम के करवट लेने की खबर आ रही है. जी हां…मौसम विभाग ने एक नए पश्चिमी विक्षोभ के असर से आगामी 24 घंटे में राजस्थान के कई इलाकों में हल्की बारिश होने का अनुमान व्यक्त किया है. जयपुर के मौसम केंद्र की मानें तो एक नए पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 15 अक्टूबर को जैसलमेर, बीकानेर, फलोदी, गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू एवं आसपास के क्षेत्रों तथा पूर्वी राजस्थान के शेखावाटी क्षेत्र और जयपुर संभाग में कहीं-कहीं हल्की बारिश होने की संभावना है. मौसम केंद्र का कहना है कि 16 अक्टूबर को जोधपुर, बीकानेर, जयपुर, भरतपुर, अजमेर एवं कोटा संभागों के कुछ भागों में मेघगर्जन के साथ कहीं-कहीं बारिश होने की संभावना है. इसी तरह जोधपुर, बीकानेर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से अचानक तेज हवाएं भी चलने की संभावना है. केंद्र के अनुसार मेघगर्जन एवं बारिश की गतिविधियां 17 अक्टूबर को भी राज्य के कुछ भागों में जारी रह सकती हैं.
जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल में अगले दो से तीन दिन तक भारी बारिश
इधर, भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के लिए ‘ऑरेंज’ अलर्ट जारी करते हुए वहां के कुछ इलाकों में तीव्र पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण अगले दो से तीन दिन तक भारी बारिश व बर्फबारी होने की चेतावनी दी है. आईएमडी के मुताबिक, यह मौसम का पहला तीव्र पश्चिमी विक्षोभ है और उत्तर-पश्चिम व मध्य भारत में आगामी 17 अक्टूबर तक इसका असर देखने को मिलेगा. पश्चिमी विक्षोभ भूमध्यसागरीय क्षेत्र में उत्पन्न होने वाली मौसम प्रणालियां हैं, जो उत्तर-पश्चिम भारत में बेमौसम बारिश का कारण बनती हैं.
पंजाब में भी सोमवार को भारी बारिश
आईएमडी के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से पंजाब में भी सोमवार को भारी बारिश हो सकती है. इसके अलावा, उक्त अवधि में जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के कुछ हिस्सों में आंधी और बिजली कड़कने का पूर्वानुमान है. मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मध्य पाकिस्तान और पड़ोसी क्षेत्रों पर एक चक्रवाती परिसंचरण विकसित हुआ है, जिसके 15 अक्टूबर को एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ के साथ मिलने के साथ ही और तीव्र होने की आशंका है. विभाग के मुताबिक, इस मौसम प्रणाली को अरब सागर से नमी मिलने की संभावना है, जिससे इसी अवधि के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश की तीव्रता और दायरे में वृद्धि होगी.
आईएमडी के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने के बाद उत्तर-पश्चिम भारत में निचले क्षोभमंडल स्तर पर हिमालय से आने वाली शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाओं के प्रबल होने की संभावना है, जिससे क्षेत्र में 17 अक्टूबर से तापमान में दो से चार डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का अनुमान है. आईएमडी मौसम संबंधी चेतावनी देने के लिए चार रंग के अलर्ट का इस्तेमाल करता है, जिनमें हरा (कोई कार्रवाई जरूरी नहीं), पीला (देखें और अलर्ट रहें), नारंगी (तैयार रहें) और लाल (कार्रवाई करें) शामिल है.