MP Election 2023 : मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव का बच एक महीने का वक्त बचा है. इससे पहले कांग्रेस और बीजेपी पूरी तरह से सक्रिय है. इस क्रम में कांग्रेस ने रविवार को मध्य प्रदेश विधानसभा की 144 सीटों के लिए उम्मीदवार घोषित किए है. इस लिस्ट में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह और कई अन्य वरिष्ठ नेताओं के नाम शामिल हैं. नवरात्रि के पहले दिन कांग्रेस की ओर से जारी सूची के अनुसार, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र से ही चुनाव लड़ेंगे जहां वे काफी मजबूत हैं. वर्तमान में भी वह इसी सीट का प्रतिनिधित्व करते हैं. छिदवाड़ा विधानसभा सीट की बात करें तो ये मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है, जहां 2018 में कांग्रेस ने जीत का परचम लहराया था. इस बार छिदवाड़ा विधानसभा सीट के परिणाम किस पार्टी के पक्ष में होंगे, यह जनता तय करेगी लेकिन आपको बता दें कि यह सीट मध्य प्रदेश के छिंदवाडा जिले में आती है जिसे कमलनाथ का अभेद किला माना जाता है. आइए जानते हैं छिदवाड़ा विधानसभा सीट का समीकरण और खास बातें…
कौन देगा कमलनाथ को चुनौती
आपको बता दें कि विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी के प्रत्याशियों की दूसरी लिस्ट ने सबको चौंका दिया था. एक तरफ मंत्री से लेकर सांसद तक को टिकट देने का काम पार्टी की ओर से किया गया जबकि, दूसरी तरफ कई बार विधायक के चुनाव जीत चुके नेताओं के टिकट कट दिये गये. ऐसी ही एक सीट छिंदवाड़ा शहर की है जहां से बीजेपी ने विवेक बंटी साहू को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा है. उनको चंद्रभान सिंह की जगह टिकट दिया गया. साल 2019 में हुए उपचुनाव की बात करें तो इसमें पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ बीजेपी की तरफ से बंटी साहू ने चुनाव लड़ा था. हालांकि इस चुनाव में वे कमलनाथ से लगभग 25 हजार 837 मतों से चुनाव हार गए थे.
छिंदवाड़ा से नौ बार सांसद रह चुके हैं कमलनाथ
उल्लेखनीय है कि मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ छिंदवाड़ा से नौ बार सांसद रह चुके हैं जिससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनका इलाके में कितना दबदबा है. पिछले 43 सालों से वे छिंदवाड़ा की राजनीति कर रहे हैं. 2018 में कमलनाथ ने मुख्यमंत्री का पद संभालने के बाद छिंदवाड़ा से 2019 में विधानसभा का चुनाव लड़ा, हालांकि छिंदवाड़ा में कमलनाथ अधिकतर लोकसभा चुनाव में ही फोकस करते नजर आते थे. हालांकि प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष पद पाने के बाद 2018 से उन्होंने विधानसभा में फोकस किया जिसके अच्छे परिणाम नजर आए. 2018 के चुनावों में सातों विधानसभा से कांग्रेस ने जीत का परचम लहराया. 2018 में भी छिंदवाड़ा में कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाने के नाम पर वोट डाले गए थे और 2023 में भी एक बार फिर कमलनाथ को कांग्रेस मुख्यमंत्री का फेस बताकर आगे बढ़ रही है.
छिंदवाड़ा पर एक नजर
आइए एक नजर छिंदवाड़ा पर डालते हैं. दरअसल, मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पहली दफा छिंदवाड़ा से 1980 में लोकसभा के लिए चुने गये थे और 1997 में उपचुनाव में उनकी एकमात्र पराजय के साथ उन्होंने कई दफा इस लोकसभा सीट से जीत का परचम लहराया. लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी मध्य प्रदेश में 29 लोकसभा सीटों में से 28 सीटें जीतने में कामयाब रही लेकिन छिंदवाड़ा से कमलनाथ के पुत्र नकुल नाथ ने 35 हजार से अधिक वोटों से जीत दर्ज की. आपने किले को मजबूत करने के लिए पिता-पुत्र इलाके में खासे सक्रिय नजर आते हैं.
2018 में छिदवाड़ा विधानसभा सीट का हाल
-2018 में छिदवाड़ा में कुल 50 प्रतिशत वोट पड़े
-2018 में कांग्रेस से दीपक सक्सेना ने बीजेपी के चौधरी चंद्रभन सिंह को यहां से हराया था.
-छिदवाड़ा विधानसभा सीट छिंदवाड़ा के अंतर्गत आती है. इस संसदीय क्षेत्र से सांसद हैं नकुल नाथ, जो कांग्रेस से हैं और कमलनाथ के बेटे हैं.
-छिंदवाड़ा (GEN) विधानसभा सीट मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले की एक सीट है, जो महाकौशल इलाके में पड़ता है.
-इस विधानसभा सीट में वोटरों की कुल संख्या 227833 है.
-2013 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर चौधरी चंद्रभानसिंह कुबेरसिंह (बीजेपी) ने जीत दर्ज की थी.