मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि दिसंबर 2023 तक अनिसाबादफुलवारी एम्स एलिवेटेड फोरलेन प्रोजेक्ट की डीपीआर तैयार कर जल्द काम शुरू करें. उन्होंने कहा कि इस एलिवेटेड सड़क के निर्माण से फुलवारीशरीफ के लोगों को काफी राहत होगी और उन्हें जाम से मुक्ति मिलेगी. साथ ही लोगों को एम्स जाने में काफी सहूलियत होगी. पटना शहर का आवागमन इससे बेहतर होगा और पटना से बाहर जाने में भी लोगों को सहूलियत होगी. मुख्यमंत्री ने ये बातें रविवार को एनएच- 139 (पुराना एनएच-98) पर बनने वाले अनिसाबाद – फुलवारी एम्स एलिवेटेड फोरलेन प्रोजेक्ट का निरीक्षण के दौरान अधिकारियों से कहीं. निरीक्षण के दौरान वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, पथ निर्माण विभाग के सचिव संदीप कुमार आर पुदुकलकट्टी, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, डीएम चंद्रशेखर सिंह, एसएसपी राजीव मिश्रा आदि उपस्थित थे.
इससे पहले सीएम ने अनिसाबाद गोलंबर और एम्स गोलंबर पर रुककर इस प्रोजेक्ट की विस्तृत जानकारी ली. निरीक्षण के दौरान पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने सीएम को बताया कि इस पूरे प्रोजेक्ट की कुल लंबाई 8.9 किमी है. इसमें 7.9 किमी एलिवेटेड सड़क बननी है. इसमें अनिसाबाद की तरफ और एम्स की तरफ रैम्प की व्यवस्था होगी. इस पूरे प्रोजेक्ट में एक हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि खर्च होगी.
अनिसाबाद-एम्स कोरिडोर से एम्स में सीधी आवाजाही के लिए एक हिस्सा एम्स में गिरेगा. इससे एम्स में इलाज के लिए जाने वाले मरीजों को जाम से मुक्ति मिलेगी, समय की बचत होगी. साथ ही पटना एयरपोर्ट को कनेक्टिविटी देने के लिए चितकोहरा गोलंबर से एक हिस्सा निकाला जा सकता है. इससे एयरपोर्ट सहित पटना रेलवे स्टेशन जाने वालों को भी फायदा होगा. इस सड़क के अलाइनमेंट को लेकर फिलहाल रोडिक कंसल्टेंट ने दो प्रस्ताव दिया है. पहले अलाइनमेंट में अनीसाबादफुलवारी-एम्स एलिवेटेड कोरिडोर को सर्विस रोड के साथ विकसित किये जाने का प्रस्ताव है. दूसरे अलाइनमेंट में बाइपास रोड से नया एनएच-139 तक सड़क बनाकर इसे अनिसाबाद गोलंबर और एम्स गोलंबर को कनेक्ट किया जायेगा. इन प्रस्तावों को लेकर पिछले दिनों सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय में विमर्श हो चुका ह